दून यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में शामिल हुए राकेट मैन, बताया- कैसे मिली चन्द्रयान 3 मिशन को सफलता
डॉ सिवन देश के भावी वैज्ञानिकों को तैयार करने के लिए वैज्ञानिक प्रशिक्षण के पक्षधर हैं उनका मानना है कि वैज्ञानिक समझ विद्यार्थियों में उत्पन्न करने के लिए स्कूल स्तर से ही विज्ञान के प्रति उन्हें प्रेरित किया जाना चाहिए जिससे वे राष्ट्र निर्माण में एवं विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकें। राज्यपाल ने 34 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।
By Jagran NewsEdited By: Nitesh SrivastavaUpdated: Mon, 06 Nov 2023 01:31 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षा समारोह को सुप्रसिद्ध अंतरिक्ष विज्ञानी व विक्रम साराभाई केंद्र के प्रोफेसर व इसरो के पूर्व अध्यक्ष जिन्हें अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में 'रॉकेट मैन' के नाम से जाना जाता है, डॉ. के सिवन ने उपाधि प्राप्तकर्ताओं को संबोधित किया। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल उत्तराखंड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने की।
डॉ. के सिवन 2018 से 2022 तक इसरो के अध्यक्ष रहे, लगभग चार दशकों के लंबे वैज्ञानिक यात्रा के दौरान देश ने कई कीर्तिमान स्थापित किए, इनकी नेतृत्व में गगनयान कार्यक्रम अनुमोदित किया गया। इसरो का लांच व्हीकल मिशन के साथ ही कई प्रमुख वैज्ञानिक प्रयोग एवं उपलब्धियां के डॉ. सिवन मुख्य शिल्पी रहे ।
डॉ सिवन को कई अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर की वैज्ञानिक संस्थाओं के फेलो पुरस्कार व वैज्ञानिक सम्मान से अलंकृत किया जा चुके हैं। भारत की एस्ट्रोनॉटिकल सोसायटी के अध्यक्ष पद पर भी रहे।डॉ सिवन देश के भावी वैज्ञानिकों को तैयार करने के लिए वैज्ञानिक प्रशिक्षण के पक्षधर हैं, उनका मानना है कि वैज्ञानिक समझ विद्यार्थियों में उत्पन्न करने के लिए स्कूल स्तर से ही विज्ञान के प्रति उन्हें प्रेरित किया जाना चाहिए जिससे वे राष्ट्र निर्माण में एवं विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दे सकें और इस उद्देश्य से वे समय निकाल कर अक्सर स्कूली विद्यार्थियों के साथ लगातार संवाद स्थापित करते रहते हैं।
राज्यपाल ने 34 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। विवि की कुलपति ने 643 छात्र-छात्राओं को स्नातक व स्नातकों की उपाधि प्रदान की।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।