Dussehra पर देहरादून में चकनाचूर हुआ रावण का अहंकार, धू-धू कर जला दशानन का पुतला
Dussehra 2024 दशहरा पर आज देहरादून में रावण का अहंकार चकनाचूर हुआ। लक्ष्मण चौक में 60 फीट का रावण 55 फीट का कुंभकरण और 50 फीट का मेघनाद का पुतला जलाया गया। आकर्षक रंगीन लाइटों से सजे पुतले और इको-फ्रेंडली आतिशबाजी ने दर्शकों को रोमांचित किया। अधिकांश आयोजकों ने इस बार इको फ्रैंडली आतिशबाजी करने का निर्णय लिया ।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Dussehra 2024: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा आज मनाया गया। रेसकोर्स, परेड ग्राउंड, लक्ष्मण चौक, प्रेमनगर, पटेलनगर में भव्य आयोजन हुए। लक्ष्मण चौक स्थित हिंदू नेशनल स्कूल के मैदान में इस बार शहर का सबसे बड़ा पुतला रावण 60 फीट, कुंभकरण 55 व मेघनाद 50 फीट का दहन हुआ।
पुतला दहन का कार्यक्रम छह बजकर पांच मिनट से रात साढ़े आठ बजे तक चला। यहां आकर्षण, रंगीन लाइट के साथ रावण, मेघनाद कुंभकर्ण के पुतले तैयार किए गए थे। जिन्हें मखमली ड्रेस के साथ ही रंगीन कागज से तैयार किया था। आखों व शस्त्रों में रोशनी थी।
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अधिकांश आयोजकों ने इस बार इको फ्रैंडली आतिशबाजी करने का निर्णय लिया। कलाकारों की ओर से रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। देर शाम तक विभिन्न क्षेत्रों में रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण के पुतले खड़ा करने के साथ ही लंका को भी अंतिम रूप दिया गया। पूरा परिसर रंग विरंगी लाइटों से जगमगाता नजर आया।
देहरादून का सबसे प्राचीन दशहरा महोत्सव
बीते अक्टूबर शुरूआत से विभिन्न क्षेत्रों में रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों को तैयार में करने में मुजफ्फनगर, मेरठ व स्थानीय कारीगर जुटे हुए थे। जिन्हें अंतिम रूप देकर देर रात तक खड़ा किया गया। देहरादून का सबसे प्राचीन बन्नू बिरादरी की ओर से इस बार परेड ग्राउंड की जगह रेसकोर्स स्थित सनातन धर्म इंटर कालेज (बन्नू) के मैदान में दशहरा महोत्सव मनाया गया।बन्नू बिरादरी के अध्यक्ष हरीश विरमानी ने बताया कि रावण 50 फीट, मेघनाद 45 व कुंभकर्ण 40 फीट के पुतले थे। लंका 21 गुणा 21 फीट की थी। पुतलों को कपड़े पहनाए गए थे। इस बार ग्रीन पटाखें से आतिशबाजी की गई ताकि पर्यावरण को कम से कम नुकसान हो। परेड ग्राउंड में दशहरा कमेटी बन्नू बिरादरी बाल युवा संघ की ओर से इस बार रावण 55 फीट जबकि कुंभकर्ण व मेघनाद 50-50 फीट के पुतले दहन किए। अध्यक्ष सतोख सिंह नागपाल ने बताया कि दोपहर दो बजे कालिका मंदिर मार्ग स्थित श्री गोपीनाथ मंदिर से परेड ग्राउंड तक शोभायात्रा निकाली गई। पहली बार युवा टीम ने छह दिन में दशहरा कार्यक्रम परेड ग्राउंड में करने की तैयारी पूरी की। इस बार पुतलों को ड्रेस के साथ आकर्षक लाइट से सजाया गया।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए विदेश की तर्ज पर घूमने का नया ठिकाना, तारों की छांव में उठाएंगे पहाड़ी खाने का लुत्फधर्मशाला समिति एवं दशहरा कमेटी के संयोजक राजीव पुंज ने बताया कि दशहरा ग्राउंड में 60 फीट रावण जबकि मेघनाद व कुंभकर्ण 45-45 फीट के रहे। 15 फीट की लंका तैयार की गई। पुतले आज सुबह खड़े किए गए। सभी पुतले लाइट से जगमग रहे। इलेक्ट्रिक तीर से रावण दहन खास रहा। इसके बाद 35 मिनट की आतिशबाजी हुई।
श्री सेवाकुंज समिति एवं स्टार क्लब दशहरा कमेटी पटेलनगर के संचालक पंकज चांदना ने बताया कि 25वां दशहरा महोत्सव शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल के मैदान में हुआ। 50 फीट ऊंचा रावण का दहन किया गया। यहां सहारनपुर से मन्नूदीप व अमन दी बैंड ने प्रस्तुति दी। सजग सांस्कृतिक समिति इंदिरानगर की ओर से दशहरा पार्क में रावण दहन हुआ। समिति के अध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि दोपहर को पंडितवाड़ी से सीमाद्वार होते हुए पार्क तक शोभायात्रा निकाली गई। इस बार पुतला 45 फीट था।
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लक्ष्मण चौक वेलफेयर सोसाइटी व श्री रामलीला कला समिति का रावण पुतला दहन लक्ष्मण चौक स्थित हिंदू नेशनल स्कूल के मैदान में हुआ। सोसायटी के महामंत्री प्रदीप दुग्गल ने बताया कि इस बार रावण 60 फीट, कुंभकरण 55 व मेघनाद 50 फीट का रहा।मेले में सजे झूले, पुतलों के साथ खिंचवाई फोटो
विभिन्न क्षेत्रों में दशहरा मेले के लिए देर शाम तक विभिन्न क्षेत्रों के परिसर में झूले लगाए गए व दुकानें सजाई गईं। साथ ही यहां पहुंचे लोग ने सेल्फी ली व फोटो खिंचवाई। इसके अलावा वीडियो काल के माध्यम से सगे संबंधियों को रावण के पुतलों व परिसर का दृश्य दिखाया।जरूरतमंद को दान करने से बनी रहती है सुख समृद्धि
- आचार्य डा. सुशांत राज के अनुसार, अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा मनाया जाता है।
- इस दिन भगवान राम ने रावण विधि किया व अधर्म पर धर्म व असत्य पर सत्य की जीत हासिल की।
- इस दिन पुतला दहन किए जाते हैं। रावण दहन का मुहुर्त शाम पांच बजे के बाद का रहेगा।
- इस दिन जरूरतमंद व्यक्ति को दान करने से सुख समृद्धि बनी रहती है।
- शस्त्र का प्रयोग करने वाले इस दिन शस्त्रों की पूजा भी करते हैं।
- कुछ लोग वाहन व पुस्तकों की भी पूजा करते हैं।
- नए कार्य करने के लिए यह दिन सबसे शुभ माना जाता है।
- इस दिन नया सामान खरीदने की परंपरा भी है।
शहर में पुतला दहन व लंका दहन का समय
- रेसकोर्स: लंका दहन शाम 5:30 बजे, मेघनाद, कुंभकर्ण व रावण दहन 6:05 बजे से।
- परेड ग्राउंड: लंका दहन शाम 5:30 बजे। मेघनाद व कुंभकर्ण पुतला दहन 5:45 बजे। रावण दहन 6:05 बजे।
- हिंदू नेशनल इंटर कालेज लक्ष्मण चौक: लंका दहन 6:10 बजे। रावण दहन 6:30 बजे।
- दशहरा ग्राउंड प्रेमनगर: लंका दहन 5:45 बजे। रावण दहन 6:25 बजे।
- शिवालिक इंटरनेशनल स्कूल मैदान पटेलनगर: रावण दहन 8:30 बजे।
- दशहरा पार्क इंदिरानगर: रावण का पुतला दहन शाम सात बजे।