भूकंप मचा सकता है उत्तराखंड के इन पांच जिलों में भारी तबाही
उत्तराखंड के पांच जिले भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील हैं। ये जिले हैं रुद्रप्रयाग बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी।
देहरादून, [जेएनएन]: भूंकप का केंद्र कहीं भी रहे, उसका असर उत्तराखंड पर भी नजर आता है। इसकी सीधी वजह है प्रदेश का भूकंप के अति संवेदनशील जोन पांच व संवेदनशील जोन चार में होना। ऐसे में हिमालयी प्रदेशों में से एक उत्तराखंड में भूकंप के लिहाज से खासे ऐतिहात की जरूरत है। यही वजह है कि रुद्रप्रयाग के गुप्तकाशी क्षेत्र में आए भूकंप का असर भी प्रदेश के हर हिस्से में काफी अधिक नजर आया।
राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। जबकि ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं।
वैसे भी हिमालयी क्षेत्र में इंडो-यूरेशियन प्लेट की टकराहट के चलते जमीन के भीतर से ऊर्जा बाहर निकलती रहती है। जिस कारण भूकंप आना स्वाभाविक है। पिछले रेकार्ड देखें तो करीब नौ झटके सालभर में महसूस किए जा सकते हैं। वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. सुशील कुमार का कहना है कि यह भूकंप राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच में आया है और इससे स्पष्ट भी होता है कि भूगर्भ में तनाव की स्थिति लगातार बनी है। पिछले रिकॉर्ड भी देखें तो अति संवेदनशील जिलों में ही सबसे अधिक भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं।
रुद्रप्रयाग में 10 माह में दूसरा बड़ा झटका
रुद्रप्रयाग में इससे पहले फरवरी में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 मापी गई थी, जबकि इसी क्षेत्र में अब 5.5 रिक्टर स्केल का भूकंप आया है। खास बात यह कि तब फरवरी की छह तरीख थी और अब दिसंबर की छह ही तारीख को भूकंप आया। वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों के अनुसार रुद्रप्रयाग क्षेत्र में आ रहे भूकंप को लेकर अधिक सतर्कता बरते जाने की जरूरत है। यही वजह है कि पिछले भूकंप से ही रुद्रप्रयाग में भूकंपीय अध्ययन तेज कर दिया गया है।
2016 से अब तक आए भूकंप
दिनांक---------------------रियेक्टर--------------------- स्थान
15 फरवरी 2016 3.5 चमोली
21 फरवरी 2016 3.5 उत्तरकाशी
11 अप्रैल 2016 3.7 पिथौरागढ़
05 मई 2016 4.1 पिथौरागढ़
08 जून 2016 3.5 पिथौरागढ़
10 जुलाई 2016 3.9 चमोली
13 अगस्त 2016 2.7 पिथौरागढ़
19 अगस्त 2016 3.8 उत्तरकाशी
26 सितंबर 2016 3.7 रुद्रप्रयाग
14 अक्टूबर 2016 3.3 पिथौरागढ़
27 अक्टूबर 2016 3.2 अल्मोड़ा
23 नवंबर 2016 3.4 देहरादून
01 दिसंबर 2016 5.2 नेपाल-भारत सीमा पिथौरागढ़
12 दिसंबर 2016 2.8 उत्तरकाशी
14 दिसंबर 2016 3.9 देहरादून
14 दिसंबर 2016 3.4 उत्तरकाशी
19 दिसंबर 2016 3.4 उत्तरकाशी
06 फरवरी 2017 5.8 रुद्रप्रयाग
06 दिसंबर 2017 5.1 रुद्रप्रयाग
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