मांग को लेकर शिक्षा प्रेरकों का सीएम आवास कूच, गिरफ्तार
सोमवार को शिक्षा प्रेरकों ने समायोजन और नियुक्ति की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया। इस दौरान पुलिस ने शिक्षा प्रेरकों हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इस पर वे वहीं धरने पर बैठ गए। उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता हुई।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 09 Nov 2021 03:49 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। शिक्षा प्रेरकों ने समायोजन और नियुक्ति की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री आवास कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें हाथीबड़कला में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। जिस पर वे वहीं धरने पर बैठ गए। देर शाम उनकी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता हुई, लेकिन कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर शिक्षा मित्र वापस बैरिकेडिंग पर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें पीछे हटने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माने। जिस पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रदेशभर से आए शिक्षा प्रेरक सोमवार को एकता विहार स्थित धरना स्थल पर एकत्र हुए। जहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता पंवार ने कहा कि सरकार उनकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी शिक्षा प्रेरकों को समायोजित करे। इसके लिए सभी राजकीय स्कूलों में प्री स्कूल शुरू करने की मांग उन्होंने की। धरने के बाद वे सभी परेड मैदान में इकट्ठा हुए। यहां से रैली के रूप में सीएम आवास कूच किया।
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हाथीबड़कला स्थित बैरिकेडिंग पर हुई सभा में उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभी शिक्षा प्रेरकों के राज्य कर्मचारियों की तरह समायोजन की मांग उन्होंने की। कई घंटे धरना-प्रदर्शन के बाद पुलिस-प्रशासन के अधिकारी उन्हें सीएम आवास ले गए। सीएम ने कहा कि शिक्षा प्रेरक समय दें, उनकी समस्या का हर हाल में समाधान किया जाएगा। पर इस पर भी शिक्षा प्रेरकों का रुख नरम नहीं पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक पहल नहीं करती तो अब वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे।
सीएम आवास कूच में प्रदेश अध्यक्ष सुनीता पवार, धर्मेंद्र कुमार, अरविंद जोशी, भगवान दास, अरविंद ममगाईं, संजय, दिनेश शाह, सुनीता नेगी आदि मौजूद रहे।
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