उत्तराखंड में इंटरनेट मीडिया पर चढ़ा चुनावी रंग, कहीं तारीफों के पुल तो कहीं टांग खिंचाई
उत्तराखंड में प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों की घोषणा भले न की हो मगर इंटरनेट मीडिया पर विधानसभा चुनाव का रंग चढ़ चुका है। कोरोना महामारी के कारण इस बार चौराहों-तिराहों और गली-मोहल्लों के नुक्कड़ पर तो पहले जैसी चुनावी चर्चा नहीं दिख रही
By Sumit KumarEdited By: Updated: Wed, 19 Jan 2022 03:44 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों की घोषणा भले न की हो, मगर इंटरनेट मीडिया पर विधानसभा चुनाव का रंग चढ़ चुका है। कोरोना महामारी के कारण इस बार चौराहों-तिराहों और गली-मोहल्लों के नुक्कड़ पर तो पहले जैसी चुनावी चर्चा नहीं दिख रही, मगर इंटरनेट मीडिया चुनावी चकल्लस से अटा पड़ा है। इसमें भाजपा और कांग्रेस के टिकट के दावेदारों के समर्थक सबसे आगे नजर आ रहे हैं।
दोनों ही दलों के टिकट के दावेदार जहां अपना दावा सबसे मजबूत बताकर माहौल अपने पक्ष में करने में जुटे हैं तो उनके समर्थक दूसरे दावेदार की टांग खींचकर उसके दावे का मखौल बना रहे हैं।इन दिनों इंटरनेट मीडिया टिकट के दावेदारों के प्रचार से अटा पड़ा है। इसके साथ ही यह प्लेटफार्म दावेदारों के समर्थकों की बहस का अड्डा भी बना हुआ है। इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के लिए टिकट तय करना चुनौती बन गया है। शुक्रवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है, मगर अब तक दोनों दल एक भी प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाए हैं। वजह है अधिकांश सीटों पर दावेदारों की लंबी फौज। टिकट को लेकर दावेदार तमाम जुगत भी भिड़ा रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर भी मुहिम छेड़ रखी है। दावेदारों के समर्थक इस मुहिम में उनका हाथ बंटा रहे हैं।
एक तरफ वह इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से अपने प्रिय नेता की तारीफों के पुल बांध रहे हैं तो दूसरी तरफ प्रतिद्वंद्वी दावेदार की कमियां गिनाकर उस पर निशाना साध रहे हैं।
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कार्टूनिस्ट और यू-ट्यूबर कर रहे भाजपा का प्रचार
जागरण संवाददाता, देहरादून: कोरोना महामारी के बीच राज्य में होने जा रहे इस विधानसभा चुनाव में प्रचार का स्वरूप पहले के चुनावों से काफी बदल गया है। आनलाइन जनसभा और वर्चुअल बैठकों के साथ राजनीतिक दल प्रचार भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा ने नई पहल करते हुए प्रचार के लिए कार्टून और यू-ट्यूब से जुड़ी स्थानीय युवा प्रतिभाओं को अपने साथ जोड़ा है। इनके हुनर के माध्यम से भाजपा न सिर्फ अपनी नीतियों को जन-जन तक पहुंचा रही है, बल्कि जनता की राय भी ले रही है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने बताया कि प्रदेश की प्रसिद्ध रेडियो जाकी काव्या के साथ ही यूट्यूब चैनल ठेठ पहाड़ी और कंचन जदली जैसी सक्षम कार्टूनिस्ट को चुनाव प्रचार से जोड़ा गया है। कंचन जदली के कार्टून इंटरनेट मीडिया पर खूब पसंद किए जा रहे हैं। घुघुती संक्रांति पर उनके बनाए कार्टून को खुद प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और उत्तराखंड चुनाव प्रभारी ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। इसी तरह आरजे काव्या ने भाजपा उत्तराखंड का थीम सांग बनाया, जिसे सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए भेजे गए एलईडी वाहनों में चलाया गया।
ठेठ पहाड़ी यूट्यूबर उत्तराखंड में जगह-जगह भ्रमण कर भाजपा की संभावनाओं पर गण्यमान्य नागरिकों की राय ले रहे हैं। नेहा जोशी के अनुसार इस चुनाव में परंपरागत प्रचार के साधनों की अपेक्षा भाजपा का यह प्रयोग सफल हो रहा है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के मिशन वोकल फार लोकल के उद्देश्यों को भी पूरा कर रहा है।यह भी पढ़ें- Uttarakhand Election 2022: टिकट बंटवारे को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल में घमासान, दूसरी सूची हुई जारी
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