डोईवाला में हाइटेंशन लाइन की चपेट में आई मादा हाथी, बुरी तरह झुलसे पैर और सूंड; मौत
लच्छीवाला वन रेंज के अंतर्गत जंगल में एक मादा हाथी की हाईटेंशन लाइन (एचटी) के चपेट में आने से मौत हो गई। करंट लगने से हाथी की सूंड और पैर बुरी तरह झुलस गए थे। पोस्टमार्टम करने के बाद हाथी का शव जंगल में दफना कर दिया गया है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 20 Nov 2020 09:10 AM (IST)
डोईवाला(देहरादून), जेएनएन। लच्छीवाला वन रेंज के अंतर्गत जंगल में एक मादा हाथी की हाईटेंशन लाइन (एचटी) के चपेट में आने से मौत हो गई। करंट लगने से हाथी की सूंड और पैर बुरी तरह झुलस गए थे। पोस्टमार्टम करने के बाद हाथी का शव जंगल में दफना कर दिया गया है।
बुधवार रात कंपार्टमेंट संख्या 13 गुलरघाटी बीट के अंतर्गत झुंड से अलग हुई एक मादा हाथी ने अपने खाने के लिए रोहिणी पेड़ का ताना तोड़ रही थी। लेकिन पूरा पेड़ पास गुजर रही एचटी लाइन में गिर पड़ा जिससे एचटी लाइन की तार टूट गई और मादा हाथी करंट के चपेट में आ कर गंभीर रूप से घायल हो गई। कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। लच्छीवाला रेंज अधिकारी घनानंद उनियाल ने बताया कि हाथी की चिंघाड़ सुनकर गुर्जरों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम देर रात मौके पर पहुंची तो मौके पर एक मादा हाथी मृत मिली। मादा हाथी की उम्र करीब 35 वर्ष थी। वन कर्मियों ने इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी। गुरुवार सुबह वन संरक्षक शिवालिक पीके पात्रों, डीएफओ राजीव धीमान भी मौके पर पहुंचे। विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश नौटियाल व डॉ. अमित ध्यानी ने हाथी का पोस्टमार्टम किया।
मृत मिला गुलदार का शावक
बागेश्वर जिले के पुंगरघाटी के दोफाड़ वन प्रभाग में एक गुलदार के शावक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गुरुवार की सुबह लोगों ने गुलदार के शावक का सड़क पर शव पड़े देखा। ग्रामीणों की सूचना पर धरमघर वन प्रभाग की टीम दोपहर बाद घटनास्थल पर पहुंची। कर्मी शव को वन विभाग कार्यालय ले गए। रेंजर एनडी पांडे ने बताया कि शावक की उम्र लगभग छह माह है। पशु चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के बाद मौत का कारण साफ हो पाएगा।
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