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अगर आप बनना चाहते हैं डॉक्टर तो ये खबर है आपके लिए

एम्स ने एमबीबीएस-2019 के दाखिले के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। परीक्षा अगले साल 25 और 26 मई को आयोजित की जाएगी।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Tue, 31 Jul 2018 07:06 PM (IST)
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अगर आप बनना चाहते हैं डॉक्टर तो ये खबर है आपके लिए
देहरादून, [जेएनएन]: अगर आपकी डॉक्टर बनने की ख्वाहिश है और आप मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं तो यह खबर आपके लिए है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने एमबीबीएस-2019 के दाखिले के लिए शेड्यूल जारी कर दिया है। परीक्षा अगले साल 25 और 26 मई को आयोजित की जाएगी। 

देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) के माध्यम से होते हैं। बीडीएस, बीएएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस जैसे तमाम कोर्स में दाखिले के लिए भी नीट का ही विकल्प है। लेकिन, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स और जवाहर लाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जिपमर) अपनी अलग प्रवेश परीक्षा आयोजित करते हैं। 

एम्स ने अगले साल होने वाली एमबीबीएस प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल जारी कर दिया है। एम्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी अधिसूचना के अनुसार एमबीबीएस-2019 प्रवेश परीक्षा 25 और 26 मई को आयोजित की जाएगी। बता दें कि देशभर में नौ एम्स हैं। जिनमें एमबीबीएस की 807 सीट हैं। इनमें से 107 सीटें एम्स, दिल्ली में, 100-100 सीटें एम्स भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश में हैं। जबकि, 50-50 सीटें नागपुर और गुंटूर में हैं। 

एमबीबीएस के अलावा एम्स प्रशासन ने अन्य पाठ्यक्रमों की तिथियों की भी घोषणा की है। जिसके अनुसार पीजी पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा पांच मई को होगी। जबकि, परिणाम 10 मई को घोषित किया जाएगा। एमएससी पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षा 29 जून को होगी। इसके अलावा बीएससी नर्सिंग प्रवेश एक जून को आयोजित की जाएगी। 

एम्स: 25 हजार अभ्यर्थी भी नहीं भर पाए 11 सौ पद 

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में नर्सिंग ऑफिसर ग्रेड-2 के 1126 पदों के लिए आयोजित की गई चयन परीक्षा के परिणाम बेहद निराशाजनक रहे। इस परीक्षा में महज 515 अभ्यार्थी ही क्वालिफाई कर पाए। देशभर में 79 केंद्रों पर आयोजित की गई इस परीक्षा में कुल 25 हजार 814 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। मगर, इसे हैरानी की बात ही कहेंगे कि प्रवेश परीक्षा में शामिल कुल अभ्यर्थियों में महज दो प्रतिशत अभ्यर्थी ही एम्स के मानकों पर खरे उतर पाए हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश ने नर्सिग ऑफिसर ग्रेड-2 के 1126 पदों के लिए 12 जनवरी 2018 को आवेदन आमंत्रित किए थे। आवेदन ऑनलाइन जमा करने की अंतिम तिथि 12 मार्च 2018 थी। 

इन 1126 पदों के लिए देशभर से कुल 38 हजार 605 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 20 जुलाई को एम्स ने देशभर में 79 परीक्षा केंद्रों पर चयन परीक्षा आयोजित की थी, जिसमें 25 हजार 814 अभ्यर्थियों यानी 66.87 प्रतिशत ने परीक्षा दी। जिसके बाद 27 जुलाई को एम्स ने परीक्षाण परिणाम घोषित कर चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है। मगर, कट ऑफ के आधार पर चयनित अभ्यर्थियों में महज 515 अभ्यर्थी ही इस पद के लिए क्वालिफाई कर पाए हैं। जिसमें सामान्य वर्ग के 570 पदों पर 146, ओबीसी के 304 पदों पर 220, एससी के 168 पदों पर 121 व एसटी के 84 पदों पर महज 28 अभ्यर्थी शामिल हैं। हैरानी की बात तो यह है कि 25 हजार 814 अभ्यार्थियों के चयन परीक्षा में शामिल होने के बावजूद 1126 पदों में से 611 पद अभी भी नहीं भरे जा सके हैं। 

एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि सामान्य वर्ग के लिए कटऑफ 60 प्रतिशित, ओबीसी के लिए 55 प्रतिशत और एससी व एसटी के लिए 50 प्रतिशित रखी गई थी। 

आउटसोर्स स्टाफ नर्स असमंजस में

एम्स ऋषिकेश में वर्तमान में करीब साढ़े सात सौ स्टाफ नर्स आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत हैं। एम्स में नर्सिंग ऑफिसर के 1126 पदों के लिए की गई चयन परीक्षा के बाद आउटसोर्स स्टाफ नर्स असमंजस की स्थिति में हैं। हाल में ही स्टाफ नर्स के बीच अफवाह रही कि बड़ी संख्या में एम्स में तैनात नर्सिंग स्टाफ को हटाया जा रहा है। जिसके बाद बीते रोज नर्सिंग स्टाफ ने 31 जुलाई से हड़ताल पर जाने का भी एलान कर दिया था। हालांकि, इस संबंध में एम्स प्रशासन को कोई नोटिस नहीं दिया गया। मगर, इस अफवाह से एम्स प्रशासन भी अंजान नहीं है। एम्स के प्रशासनिक अधिकारी शशिकांत ने बताया कि इस तरह की सूचना उन्हें भी अनौपचारिक रूप से प्राप्त हुई थी। मगर, न तो नर्सिंग स्टाफ को निकाले जाने का कोई निर्णय लिया गया है और ना ही एम्स अभी इस स्थिति में है। उन्होंने बताया कि एम्स में करीब डेढ़ हजार नर्सिंग स्टाफ की आवश्कता है, जिसके सापेक्ष हमारे पास साढ़े सात सौ नर्स आउटसोर्सिंग के जरिए, जबकि करीब 150 स्थाई रूप से तैनात हैं। 515 पदों पर हाल में ही जो नियुक्तियां हुई हैं, उन्हें भी अभी ज्वाइन करने में समय लगेगा। 

इग्नू ने प्रवेश की तिथि 16 अगस्त तक बढ़ाई 

इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के चालू सत्र में प्रवेश की अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर 16 अगस्त कर दी गई है।

जुलाई के अंतिम सप्ताह तक विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अभ्यर्थियों के आवेदनों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विवि ने प्रवेश के आवेदन की तिथि बढ़ाई है। वे अभ्यर्थी जो विभिन्न कॉलेजों में नियमित रूप में प्रवेश नहीं ले सके, वह इग्नू में प्रवेश ले सकते हैं। साथ ही इग्नू में 100 से अधिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश का विकल्प उपलब्ध है। इग्नू में वर्तमान में बैचलर एवं मास्टर डिग्री पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश जारी हैं। 

इग्नू के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ.जगदंबा प्रसाद ने बताया कि इग्नू के अध्ययन केंद्र प्रदेश के लगभग सभी जिलों में हैं। अभ्यर्थी अपने समीपवर्ती अध्ययन केंद्र या क्षेत्रीय केंद्र पर जा कर प्रवेश से संबंधित जानकारी ले सकते हैं। साथ ही इग्नू में प्रवेश के लिए विवि की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए अधिकांश पाठ्यक्रमों में ऑफलाइन माध्यम से निश्शुल्क प्रवेश की व्यवस्था है। 

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