Coronavirus: 50 से अधिक आयु वालों की निरंजनपुर मंडी में एंट्री बंद Dehradun News
स्वास्थ्य सुरक्षा और कोरोना संक्रमण की रोकथाम को मंडी परिसर में अब 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंडी समिति और आढ़तियों की बैठक में यह निर्णय लिया।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 27 May 2020 11:41 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। स्वास्थ्य सुरक्षा और कोरोना संक्रमण की रोकथाम को मंडी परिसर में अब 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंडी समिति और आढ़तियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मंडी अध्यक्ष ने आढ़तियों से शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित करने की अपील कर उन्हें सेनिटाइजेशन किट प्रदान की।
निरंजनपुर मंडी को कोरोना मुक्त बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। इसमें आढ़तियों और वेंडर को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। यह बातें मंगलवार को आयोजित बैठक में मंडी अध्य्क्ष राजेश शर्मा ने आढ़तियों से कहीं। उन्होंने कहा कि विगत तीन दिनों से मंडी में सेनिटाइजेशन किया जा रहा था। बताया कि मंडी के आढ़तियों, पल्लेदार, किसान लोडर चालकों को सेनिटाइजेशन किट उपलब्ध कराई जा रही है।
मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि मंडी में कोरोना के मामले आने के बाद तमाम एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। बुजुर्गो कोरोना संक्रमण अधिक घातक साबित हो रहा है। ऐसे में 50 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को मंडी में प्रवेश न देने का निर्णय लिया गया है।
मंडी में प्रवेश पास के आधार पर ही दिए जा रहे हैं और बिना मास्क के किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। साथ ही अग्रिम आदेशों तक मंडी में आमजन का प्रवेश वर्जित ही रहेगा। इसके अलावा नवीन मंडी डी-1 से डी-22 तक पूरे ब्लॉक को सील ही रखा जाएगा।
संस्थागत क्वारंटाइन लोग चुन सकेंगे पेड क्वारंटाइन
बाहर से आए जिन लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर पर प्रशासन के खर्चे पर रखा गया है। अगर वह चाहें तो निजी खर्च पर होटलों में पेड क्वारंटाइन का विकल्प चुन सकते हैं। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय संस्थागत क्वारंटाइन सेंटरों में 1171 लोग रह रहे हैं।यह भी पढ़ें: Coronavirus: कोरोना संक्रमित मिलने पर एमडीडीए की आइएसबीटी कॉलोनी का ईडब्ल्यूएस ब्लॉक सील
इनमें से जो भी कोई पेड क्वारंटाइन में रहना चाहेगा, उसे उसके मुताबिक के होटल में क्वारंटाइन करा दिया जाएगा। इसी तरह फ्लाइट से आने वाला कोई व्यक्ति एयरपोर्ट पर यह कहता है कि उसके पास पेड क्वारंटाइन के लिए पैसे नहीं हैं तो ऐसे लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन में भेज दिया जाएगा। हालांकि, इसके लिए संबंधित व्यक्ति की आर्थिक स्थिति का पूरी जानकारी हासिल की जाएगी। वहीं, क्वारंटाइन सेंटर में जिन भी लोगों को रखा जा रहा है, इन सभी के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जाएंगे।
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