Coronavirus: कोरोना संक्रमित मिलने पर एमडीडीए की आइएसबीटी कॉलोनी का ईडब्ल्यूएस ब्लॉक सील
निरंजनपुर सब्जी मंडी के एक और मुनीम में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने एमडीडीए की आइएसबीटी स्थित कॉलोनी का एक ईडब्ल्यूएस ब्लॉक सील कर दिया है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 27 May 2020 11:25 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। निरंजनपुर सब्जी मंडी के एक और मुनीम में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जिला प्रशासन ने एमडीडीए की आइएसबीटी स्थित कॉलोनी का एक ईडब्ल्यूएस ब्लॉक सील कर दिया है। इसके साथ ही यह हिस्सा कंटेनमेंट जोन में तब्दील हो गया है।
मुनीम परिवार के संग इसी ब्लॉक में रह रहा था। हालांकि, अब पूरे परिवार को स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट कर दिया है। वहीं, कोरोना संक्रमण का मामला पाए जाने के बाद सेवलाकलां क्षेत्र को भी कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया है। संक्रमित आढ़ती इसी क्षेत्र में रहता है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि सील किए गए ब्लॉक की पूरब दिशा में 25 से 28 नंबर के ब्लॉक, पश्चिम दिशा में 33 से 36 नंबर के ब्लॉक, उत्तर दिशा में आइएसबीटी बस स्टैंड व दक्षिण दिशा में खाली प्लॉट है। इस ब्लॉक में कुल 16 फ्लैट हैं।
इनमें रहने वाले लोगों को अग्रिम आदेश तक बाहर आने की अनुमति नहीं होगी। मोबाइल वैन के माध्यम से प्रशासन सभी जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति कराएगा। जिलाधिकारी ने आसपास रह रहे लोगों से भी घर पर रहने की अपील की है।
आपात स्थिति में यहां करें संपर्कजिला प्रशासन ने सील किए गए ब्लॉक व आसपास रह रहे लोगों के लिए आपातकालीन नंबर जारी किए हैं। कोरोना के लक्षण पाए जाने या अन्य आपात स्थिति में वह 0135-2729250, 2626066, 2726066, मो. 7534826066 या 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
आढ़ती और मुनीम के संपर्क में आए 40 से अधिक लोगसेवला कलां निवासी आढ़ती और एमडीडीए कॉलोनी के मुनीम के संपर्क में 40 से अधिक लोग आए हैं। जिनकी सूची पुलिस एवं मेडिकल टीम ने तैयार कर ली है। देर रात तक संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया चलती रही। बताया गया कि क्वारंटाइन करने वाली टीम पूरे दिन इंतजार करती रही, लेकिन अफसरों में समन्वय की कमी के चलते क्वारंटाइन सेंटरों में कमरों एवं गाड़ी की व्यवस्था नहीं हो सकी। सीएमओ डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि मुनीम के संपर्क में करीब 29 लोग आए हैं, जिसमें उसके परिवार, पड़ोसी का परिवार एवं आढ़ती का परिवार एवं उनके सदस्य शामिल हैं। वहीं, आढ़ती के संपर्क में भी करीब 15 लोग आए हैं।
दो फीसद से ऊपर पहुंची संक्रमण दरउत्तराखंड में कोरोना की रफ्तार थम नहीं रही। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर भी अब दो फीसद से ऊपर पहुंच गई है। इसके अलावा मृत्यु दर बढ़ने से भी सरकार से लेकर शासन-प्रशासन तक में बेचैनी है। बीती 15 मार्च को प्रदेश में कोरोना की दस्तक हुई थी। तब विदेश से शैक्षणिक टूर से लौटा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन सेवा अकादमी का एक प्रशिक्षु आइएफएस संक्रमित पाया गया था। इसके बाद से हर अंतराल पर मरीजों का ग्राफ बढ़ता रहा।
ऐसा नहीं है कि संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए कदम नहीं उठाए गए। अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन कराया गया। संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए सैंपलिंग व अन्य जांच सुविधाओं का दायरा भी बढ़ाया गया। यह भी पढ़ें: Coronavirus: लक्सर क्षेत्र के सील तीन गांव कंटेनमेंट जोन घोषित Haridwar News
इन सभी इंतजामात पर लॉकडाउन के तीसरे चरण में मिली छूट ने पानी फेर दिया। प्रवासियों की आमद शुरू होने के बाद प्रदेश में भी वायरस का प्रसार तेज हुआ है। प्रदेश में संक्रमण दर भी लगातार बढ़ती जा रहा है। मंगलवार को राज्य में संक्रमण दर 2.26 फीसद पहुंच गई, जबकि एक वक्त पर यहां संक्रमण दर गिरकर 0.60 से 0.65 फीसद के बीच पहुंच गई थी। अब यह फिर तेजी से बढ़ रही है। इसी तरह मरीजों का रिकवरी रेट भी कम होकर 16 फीसद के आसपास पहुंच गया है। जबकि एक वक्त पर मरीजों के ठीक होने की रफ्तार 70 फीसद के करीब पहुंच गई थी।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: हरिद्वार में कोरोना का खतरा बरकरार, दो हजार रिपोर्ट का इंतजार
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।