प्रशिक्षण से अनुपस्थित कार्मियों पर निर्वाचन विभाग सख्त, 215 से मांगा स्पष्टीकरण
निकाय चुनाव में मतदान प्रशिक्षण से दूरी बनाने वाले कार्मिकों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। निर्वाचन विभाग ने 215 कार्मिकों से स्पष्टीकरण तलब कर लिया है।
By BhanuEdited By: Updated: Tue, 13 Nov 2018 12:42 PM (IST)
देहरादून, [जेएनएन]: निकाय चुनाव में मतदान प्रशिक्षण से दूरी बनाने वाले कार्मिकों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। निर्वाचन विभाग ने 215 कार्मिकों से स्पष्टीकरण तलब कर लिया है। स्पष्टीकरण से संतुष्ट न होने पर संबंधित के खिलाफ निर्वाचन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ओएनजीसी ऑडिटोरियम में मतदान कार्मिकों का चार दिवसीय प्रशिक्षण सोमवार को संपन्न हो गया है। इस दौरान पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय, तृतीय को चुनाव प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया। खासकर मतदान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को बारीकी से समझाया गया। प्रशिक्षण के समापन पर जिला निर्वाचन अधिकारी एसए मुरुगेशन ने कार्मिकों को ब्रीफ करते हुए निर्वाचन से जुड़ी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कार्मिक अपने दायित्वों को भलीभांति समझकर निर्वाचन की गोपनीयता, विश्वसनीयता और गतिशीलता बनाए रखेंगे।
कहा कि यदि किसी भी कार्मिक को प्रशिक्षण के बाद भी अपने दायित्वों के निर्वहन के प्रति किसी भी प्रकार का संदेह तो वह प्रशिक्षण दे रहे मास्टर ट्रेनरों से समाधान पूछें। निर्वाचन के दौरान गलती व भूल के लिए कोई गुंजाइश नहीं होगी।
इस मौके पर प्रभारी अधिकारी कार्मिक जीएस रावत ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान जो पीठासीन, मतदान अधिकारी अनपुस्थित रहे हैं, उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
81 प्रतिशत पोस्टल मत मिले
जिला निर्वाचन विभाग ने चुनाव ड्यूटी में लगे कार्मिकों को विभिन्न आरओ के माध्यम से 873 पोस्टल बैलेट जारी किए थे। प्रशिक्षण के अंतिम दिन 713 ने अपने पोस्टल बैलेट जमा कर दिए हैं। इस हिसाब से 81 प्रतिशत बैलेट प्राप्त हो गए हैं। ऐसे कार्मिकों से अपेक्षा की है कि जिन्हे संबंधित आरओ से पोस्टल बैलेट जारी हो चुका है, वह अपने आरओ के यहां अपना मतपत्र जमा कर सकते हैं।कब कितने कर्मी रहे गायब
पहले दिन-----84दूसरे दिन-----61
तीसरे दिन-----45चौथे दिन-------25
मतदान कर्मियों के लिए रूट तय, तीन सौ वाहन आरक्षितदेहरादून जनपद के छह निकायों में 290 वाहनों से मतदान कर्मी रवाना होंगे। इसके लिए निर्वाचन विभाग ने रूट मैप तैयार कर दिया है। सभी मतदान केंद्रों पर 17 नवंबर को पोलिंग पार्टियां रवाना हो जाएंगी। चुनाव के लिए 60 वाहनों को आरक्षित श्रेणी में रखा गया है।
नगर निगम देहरादून, ऋषिकेश, नगर पालिका मसूरी, डोईवाला, विकासनगर, हरबर्टपुर में मतदान कराने जाने वाले कार्मिकों के लिए रूट प्लान तय हो गया है। इसके लिए मतदान पार्टियों के हिसाब से बसें, टैक्सी और दूसरे वाहनों की व्यवस्था हो गई है। परिवहन विभाग ने देहरादून नम्बर के 350 प्राइवेट वाहनों को आरक्षित किया है। 100 स्कूली वाहनों को भी जरूरत पडऩे पर उपयोग में लाने की व्यवस्था की गई है। हालांकि, पोलिंग पार्टियां ले जाने वाले वाहनों की संख्या 290 तय हो गई है। वाहनों को आरक्षित करने के बाद आरटीओ ने सभी वाहन चालकों को नोटिस थमा दिया है। यदि आरक्षित करने के बाद वाहन चुनाव ड्यूटी में नहीं पहुंचे तो वाहन मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कहां कितने वाहन नगर निगम देहरादून--------145
नगर निगम ऋषिकेश---------45नगर पालिका डोईवाला-------10नगर पालिका मसूरी----------15हरबर्टपुर-विकासनगर---------10पुलिस कर्मियों के लिए------75जरूरत पड़ेगी तो और वाहन होंगे आरक्षित सहायक परिवहन अधिकारी अरविंद पांडेय के अनुसार मतदान कर्मियों के लिए वाहनों को आरक्षित कर ड्यूटी लगा दी है। इसके लिए रूट प्लान भी तय किया गया है। जरूरत पडऩे पर स्कूलों और अन्य प्राइवेट संस्थानों के वाहनों को आरक्षित किया जाएगा। 15 नवंबर की शाम से मोर्चा संभालेंगे प्रेक्षकप्रदेश में 18 नवंबर को 84 नगर निकायों के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने के मद्देनजर नियुक्त प्रेक्षक 15 नवंबर की शाम से अपने-अपने निकायों में मोर्चा संभालेंगे। उन्हें चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद ही मुख्यालय छोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। इन प्रेक्षकों को राज्य निर्वाचन आयोग के सभागार में प्रशिक्षण दिया गया। इस मौके पर राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया में प्रेक्षकों का दायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रेक्षकों को निष्पक्षता, शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से चुनाव संपन्न कराने के निर्देश दिए। राज्य निर्वाचन आयोग ने निकाय चुनाव के लिए 28 अनुभवी प्रशासनिक अधिकारियों की प्रेक्षक के रूप में तैनाती की है। इसके अलावा नौ प्रेक्षकों को रिजर्व में रखा गया है। सोमवार को इन प्रेक्षकों के साथ प्रशिक्षण बैठक में राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने कहा कि प्रेक्षकों को चुनाव प्रक्रिया पर पैनी नजर रखनी होगी, ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न होने पाए। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने प्रेक्षकों के लिए मार्ग निर्देश पुस्तिका, आदर्श आचार संहिता, चुनावों की निष्पक्षता के मद्देनजर आयोग की ओर से समय-समय पर जारी दिशा निर्देशों की जानकारी भी दी। साथ ही प्रेक्षकों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। उन्होंने प्रेक्षकों से सदव्यवहार, सदाचरण एवं सौम्यता के साथ दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा की। उन्होंने प्रेक्षकों को निर्देश दिए कि वे जिला निर्वाचन अधिकारियों व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर चुनाव संचालन एवं प्रबंधकीय व्यवस्था का अध्ययन कर लें। प्रत्येक दृष्टि से निर्वाचन प्रबंध तंत्र, उम्मीदवारों व मतदाताओं के मध्य सुसंगत अधिनियम नियमावलियों, निर्वाचन प्रणाली और राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई और निष्पक्ष ढंग से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों से भी संपर्क कर प्रेक्षक निर्वाचन संचालन करेंगे। उन्होंने प्रेक्षकों को शांति व्यवस्था एवं सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करने, मतदान व मतगणना की सूचना निरंतर आयोग को उपलब्ध कराने और परिणाम घोषित होने के बाद ही आवंटित मुख्यालय छोड़ने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर आयोग के सचिव रोशनलाल समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।यह भी पढ़ें: महापौर प्रत्याशी रजनी रावत बोलीं, दिल्ली के बाद दून में बनेगी आप की सरकारयह भी पढ़ें: महापौर प्रत्याशियों का प्रचार फुल और खर्चा दिखा रहे हैं आधायह भी पढ़ें: निकाय चुनावः कांग्रेस ने जारी किया दृष्टिपत्र, भाजपा ने कहा गायब है दृष्टि
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