बेटे के सपने को साकार करने के लिए पिता ने छोड़ी हाईकोर्ट में सेक्शन ऑफिसर की नौकरी
फिल्म पंगा में अभिनेत्री कंगना रनोट के बेटे की भूमिका निभा रहे लक्सर के यज्ञ भसीन की कहानी भी इस फिल्म से मिलती-जुलती है। फिल्म 24 जनवरी को रिलीज हो रही है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 23 Jan 2020 08:14 PM (IST)
देहरादून, हिमांशु जोशी। 'जो सपने देखते हैं, वो पंगा लेते हैं...' यह केवल फिल्म 'पंगा' की टैग लाइन ही नहीं, बल्कि इसी फिल्म में अभिनेत्री कंगना रनोट के बेटे की भूमिका निभा रहे लक्सर के यज्ञ भसीन की कहानी भी इसी से मिलती-जुलती है। यज्ञ के पिता दीपक भसीन ने बेटे के सपने को साकार करने के लिए 2017 में नैनीताल हाईकोर्ट में सेक्शन ऑफिसर की नौकरी छोड़ 'पंगा' लिया। इसके बाद पूरा परिवार मुंबई शिफ्ट हो गया। मायानगरी की खाक छानने के बाद आखिरकार बेटे को फिल्म 'पंगा' मिली। फिल्म 24 जनवरी को रिलीज हो रही है।
दस वर्षीय लक्सर (हरिद्वार) निवासी यज्ञ भसीन फिल्म 'पंगा' में कंगना रनोट के बेटे की भूमिका निभा रहे हैं। फिल्म में जहां मां के सपनों को साकार करने के लिए बेटा आगे आता है, वहीं रियल लाइफ में यज्ञ के सपनों को साकार करने के लिए उनके पिता दीपक भसीन ने नैनीताल हाईकोर्ट की सेक्शन ऑफिसर की नौकरी छोड़कर मुंबई का रुख किया। करीब ढाई साल के इस संघर्ष के बीच यज्ञ को फिल्म 'पंगा' के जरिये बॉलीवुड में डेब्यू करने का मौका मिला। धारावाहिक 'मेरे साईं' से छोटे पर्दे में एंट्री करने वाले यज्ञ, अब तक 'सीआइडी', 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' और 'कृष्णा चली लंदन' में काम कर चुके हैं। जल्द ही यज्ञ एक नई फिल्म में भी दिखाई देंगे।
कंगना मैम ने किया काफी मोटीवेट
कक्षा पांच के छात्र यज्ञ बताते हैं कि यह मेरी पहली फिल्म है। मुझे फिल्म में कंगना मैम के बेटे की भूमिका मिली। इस फिल्म में मेरे लिए काफी कुछ करने के लिए था। शुरुआत से ही कंगना मैम ने मुझे इतना मोटीवेट किया कि मैं भूल गया कि यह मेरी पहली फिल्म है। करीब साढ़े आठ माह तक मैंने उनके साथ शूटिंग की। वह एक परफेक्ट एक्ट्रेस होने के साथ-साथ बहुत ही अच्छी इंसान हैं। इसके अलावा मैंने अभिनेत्री ऋचा चड्ढा, नीना गुप्ता के साथ भी कई सीन किए।
बेटे का कॅरियर बनाने के लिए छोड़ी सरकारी नौकरी
यज्ञ के पिता दीपक भसीन नैनीताल हाईकोर्ट में सेक्शन ऑफिसर थे। दीपक बताते हैं कि जब मैं नैनीताल हाईकोर्ट में नौकरी कर रहा था तो मुझे हर कोई कहता था कि बेटे को मुंबई ले जाओ। यह वहां बढ़िया करेगा। हमें भी लगता था कि यज्ञ में आम बच्चों से कुछ अलग है। इसके बाद मैंने और यज्ञ की मां ने मुंबई जाने का निर्णय लिया। इसके लिए मैंने 30 जून 2017 को हाईकोर्ट की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। हम परिवार समेत मुंबई आ गए। यह हमारे लिए बहुत बड़ा रिस्क था। पर आज नतीजा सबके सामने है। मुझे जरा भी गम नहीं कि मैंने कुछ गलत किया।
यह भी पढ़ें: नौनिहालों का भविष्य रोशन कर रहे हैं शिक्षक दंपती, पढ़िए पूरी खबरसेट पर पढ़ाई करते हैं यज्ञयज्ञ कक्षा पांच में पढ़ते हैं। पिता दीपक बताते हैं कि पढ़ाई और अभिनय के बीच यज्ञ आसानी से सामंजस्य बना लेते हैं। वे बताते हैं कि मैं वॉट्सऐप पर यज्ञ के शिक्षकों से असाइनमेंट लेता हूं और शूटिंग के बीच खाली समय में यज्ञ असानइमेंट पूरा करता है।
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