IFFI 2023: 54वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में फीचर फिल्म 'ढाई आखर प्रेम' का चयन, हरिद्वार व ऋषिकेश में हुई थी शूटिंग
IFFI 2023 ऋषिकेश तथा हरिद्वार के आसपास क्षेत्र में फिल्माई गई निर्देशक प्रवीण अरोड़ा की निर्देशित तथा अमरीक सिंह दीप के उपन्यास तीर्थाटन के बाद की कहानी पर आधारित फिल्म ढाई आखर प्रेम का चयन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए हुआ है। इस फिल्म की पटकथा व संवाद असगर वजाहत ने लिखे हैं। 25 नवंबर को गोवा में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में...
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। IFFI 2023: ऋषिकेश तथा हरिद्वार के आसपास क्षेत्र में फिल्माई गई निर्देशक प्रवीण अरोड़ा की निर्देशित तथा अमरीक सिंह दीप के उपन्यास ''तीर्थाटन के बाद'' की कहानी पर आधारित फिल्म ''ढाई आखर प्रेम'' का चयन अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के लिए हुआ है। इस फिल्म की पटकथा व संवाद असगर वजाहत ने लिखे हैं।
हरिद्वार व ऋषिकेश में की गई है फिल्म की शूटिंग
फिल्म से जुड़े वरिष्ठ साहित्यकार प्रबोध उनियाल ने बताया कि 25 नवंबर को गोवा में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में इस फिल्म का प्रदर्शन किया जाएगा। ''ढाई आखर प्रेम'' फिल्म की शूटिंग हरिद्वार व ऋषिकेश के आसपास की गई है।
हिंदी फीचर फिल्म है ''ढाई आखर प्रेम''
प्रवीन अरोड़ा द्वारा निर्देशित और कबीर कम्युनिकेशंस और आकृति प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित यह फिल्म एक हिन्दी फीचर फिल्म है। इस फिल्म को आधिकारिक तौर पर गोवा में होने वाले 54वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आइएफएफआइ) 2023, के प्रतियोगिता सेक्शन में चुना गया है।
आइएफएफआइ जैसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इस इंडिपेंडेंट फ़िल्म का विश्व प्रीमियर होना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। गोवा प्रीमियर में इस फिल्म की प्रतिस्पर्धा कंतारा, गुलमोहर और 96वें आस्कर पुरस्कार के लिए चयनित 2018-एवरीवन इज ए हीरो जैसी फिल्मों से है।
हर्षिता नाम की महिला पर आधारित है फिल्म
हिंदी के वरिष्ठ लेखक अमरीक सिंह दीप के उपन्यास ''तीर्थाटन के बाद'' पर आधारित फीचर फिल्म ''ढाई आखर प्रेम'' हर्षिता नाम की एक ऐसी महिला की कहानी है, जो वर्षों तक घरेलू हिंसा और अपमानजनक वैवाहिक जीवन की शिकार रही। वह पत्रों के माध्यम से एक नामी लेखक श्रीधर के करीब आती है लेकिन विधवा होने वजह से उनका ये संबंध पितृसत्तात्मक समाज और परिवार को स्वीकार नहीं होता। इस फिल्म के केंद्र में है हर्षिता द्वारा अपनी पहचान को खोजने की कोशिश।
इन कलाकारों ने निभाए अहम किरदार
इस फ़िल्म में हिन्दी और मराठी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री मृणाल कुलकर्णी ने हर्षिता के रूप में मुख्य भूमिका निभाई हैं। इसके अलावा फिल्म और थिएटर के जाने माने अभिनेता हरीश खन्ना और प्रसिद्ध मराठी अभिनेता रोहित कोकाटे ने अहम किरदार निभाए हैं।
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