Move to Jagran APP

दून महिला अस्पताल में डिलीवरी के दौरान महिला और नवजात की मौत, हंगामा

देहरादून महिला अस्पताल में डिलीवरी के दौरान महिला और नवजात की मौत हो गई। परिजनों ने अस्प्ताल को जिम्मेदार बताते हुआ हंगामा किया।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 14 Dec 2017 09:03 PM (IST)
दून महिला अस्पताल में डिलीवरी के दौरान महिला और नवजात की मौत, हंगामा

देहरादून, [जेएनएन]: दून महिला अस्पताल में गुरुवार सुबह जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। गर्भवती को एबी निगेटिव खून की जरूरत थी, पर अस्पताल के ब्लड बैंक में खून नहीं मिला। परिजनों का कहना है कि चिकित्सकों ने इलाज में ढिलाई बरती। 

पांवटा निवासी नरेंद्र सिंह ने अपनी पत्नी ललिता को दो दिन पहले दून महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। भर्ती होने के बाद गर्भवती महिला का अल्ट्रासाउंड किया गया। पता चला कि बच्चे के गले में नाल फंसी हुई है। ऐसे में चिकित्सकों ने ऑपरेशन की सलाह दी। इस बीच महिला की तबीयत बिगड़ गई। महिला की डिलीवरी की तैयारी शुरू की गई। 

गर्भवती महिला का ब्लड ग्रुप एबी निगेटिव था। डॉक्टरों ने परिजनों से कहा कि खून का इंतजाम करें। परिजन दून अस्पताल केब्लड बैंक में खून लेने गए, लेकिन वहां एबी निगेटिव ब्लड नहीं मिला। इस दौरान ब्लीडिंग ज्यादा होने से महिला की मौत हो गई। 

उसके बच्चे को भी चिकित्सक नहीं बचा पाए। महिला के पति नरेंद्र ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले भर्ती करने के बाद भी डॉक्टरों ने ऑपरेशन नहीं किया। अगर समय पर ऑपरेशन हो जाता तो यह नौबत नहीं आती। इलाज में लापरवाही के कारण ही उनकी पत्नी और बच्चे की मौत हुई है। 

दून महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि महिला की हालत गंभीर थी। परिजनों को ऑपरेशन की सलाह दी गई, पर उन्होंने रजामंदी नहीं दी। वह सामान्य डिलीवरी की बात पर अड़े रहे। महिला की ब्लीडिंग ज्यादा हो गई थी। उस पर एबी निगेटिव ब्लड भी काफी रेयर होता है। यदि किसी स्तर पर चूक हुई है तो इसकी जांच कराई जाएगी। 

यह भी पढ़ें: मीजल्स-रूबेला के खिलाफ जंग में दून, हरिद्वार फिसड्डी

यह भी पढ़ें: गर्भवती महिला की मौत पर परिजनों ने की अस्पताल में तोड़फोड़

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।