खेल विभाग में पदोन्नति का इंतजार, शासन में अटकी फाइल
विभिन्न विभागों में हुए प्रमोशन के बाद खेल विभाग कर्मी भी पदोन्नति की बाट जोह रहे हैं। खेल विभाग में सहायक निदेशक के सभी पद खाली हैं। पदोन्नति की फाइल शासन में अटकी है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 06 May 2020 12:32 PM (IST)
देहरादून, निशांत चौधरी। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए शासन-प्रशासन दिन-रात जुटा हुआ है। इस मुहिम में सरकारी कर्मचारी भी अपने स्तर से सहयोग दे रहे हैं। इन विकट परिस्थितियों में भी सरकार ने कर्मचारियों को पदोन्नति देकर एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
विभिन्न विभागों में हुए प्रमोशन के बाद खेल विभाग कर्मी भी पदोन्नति की बाट जोह रहे हैं। खेल विभाग में सहायक निदेशक के सभी पद खाली हैं। खेल विभाग में कई ऐसे अधिकारी हैं, जो करीब 15 साल से जिला क्रीड़ाधिकारी के पद पर ही हैं। वहीं सहायक खेल निदेशक के चार, उप निदेशक, संयुक्त निदेशक व अपर निदेशक का एक-एक पद खाली है। ऐसा नहीं है कि प्रमोशन के प्रयास नहीं हुए। सालभर पहले सहायक और संयुक्त निदेशक पद पर डीपीसी भी हुई। इसकी फाइल अभी तक शासन में अटकी है। हालांकि उम्मीद है कि खेल विभाग कर्मचारियों को भी सरकार जल्द पदोन्नति का तोहफा देगी ।
स्थिति सामान्य होने पर संचालित होंगे खेल शिविर
कोरोना महामारी के चलते खेल गतिविधियां ठप हैं। इससे खेल विभाग के शिविर भी प्रभावित हुए हैं। हर वर्ष खेल विभाग मई माह से सभी जिलों में फुटबॉल, बॉक्सिंग, बैडमिंटन समेत अन्य खेलों के शिविर शुरू करता था। जिसमें संविदा प्रशिक्षिकों को भी रोजगार मिलता है, लेकिन इस बार विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से खेल कैलेंडर भी टाल दिया है।
उम्मीद है कि जल्द स्थिति सामान्य होगी और इन शिविरों का संचालन शुरू होगा, क्योंकि ऐसे शिविर खिलाडिय़ों के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इन शिविरों के माध्यम से उन्हें विशेषज्ञ प्रशिक्षिकों से खेल में सुधार करने के टिप्स मिलते हैं। जो उनके प्रदर्शन को बेहतर करने में बेहद कारगर साबित होता है। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद शिविरों शुरू करने पर विचार किया जाएगा। लेकिन शिविर में शारीरिक दूरी का पालन कराना प्रशिक्षकों के लिए चुनौती से कम नहीं होगा।
समय का सदुपयोग कर रहे खिलाड़ीकोराना संक्रमण रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन में पिछले डेढ़ महीने से खेल गतिविधियां बंद हैं। ऐसे में जो खिलाड़ी सालभर खेल गतिविधियों के कारण परिवार को समय नहीं दे पाते थे, वह अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। इन दिनों कोई खिलाड़ी परिवार के लिए खाना बना रहा है तो कोई अपना सिंगिंग का शौक पूरा कर रहा है। उत्तराखंड सीनियर क्रिकेट के सदस्य करनवीर कौशल लॉकडाउन में कुकिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। खाना बनाने के शौकीन करनवीर अपने परिवार के लिए खुद खाना बना रहे हैं।
टीम के आलराउंडर मयंक मिश्रा सिंगिंग का अभ्यास कर रहे हैं। फेसबुक पर लाइव आकर मयंक अपनी गायकी से अपने प्रशंसकों की संख्या बढ़ाने में लगे हैं। लॉकडाउन के कारण खेल गतिविधियां तो बंद है इसलिए खेल के अलावा खिलाडिय़ों का अपनी अन्य प्रतिभा निखारने का अवसर मिला है। जिसका घर पर रहकर खिलाड़ी भरपूर फायदा उठा रहे हैं। एथलेटिक्स के उत्थान पर होगी चर्चा एथलेटिक्स को प्रोत्साहित करने और भावी रणनीति को तय करने के लिए एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने नई पहल की है। फेडरशन पहल के तहत इस माह के दूसरे सप्ताह में सभी राज्य संघों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एथलेटिक्स के उत्थान पर विस्तार से चर्चा करेगी।
स्टेट यूनिट के सभी संबंद्ध डिस्ट्रिक्ट यूनिट के अध्यक्ष, सचिव व प्रशिक्षकों के साथ फेडरेशन राज्य में एथलेटिक्स के विकास पर मंथन करेगी। इसमें राज्य की एथलेटिक्स योजनाओं और खिलाडिय़ों को दी जानी वाली सुविधाओं पर भी चर्चा होगी। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए आगे की रणनीति भी बनाई जाएगी। यह भी पढ़ें: क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को पांच करोड़ रुपये जारी करेगा बीसीसीआइ
इसके बाद ऑनलाइन प्री-लेवल वन कोचिंग मॉड्यूल जारी किया जाएगा। जिसमें खिलाडिय़ों को नवीनतम तकनीकों से ऑनलाइन रूबरू कराया जाएगा। इसकी तैयारी फेडरेशन ने पूरी कर ली है। इसके लिए प्रशिक्षकों की ऑनलाइन टेक्निकल ऑफिशियल्स वेबिनार भी आयोजित किया गया था, जिसमें उत्तराखंड के 15 क्वालिफाइड ऑफिशियल्स ने प्रतिभाग किया था।यह भी पढ़ें: Coronavirus: कोरोना को हराने के लिए खेल परिसरों में पसरा सन्नाटा
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