Uttarakhand Lockdown: दून के बाजार में गहराने लगा आटे का संकट, घटा स्टॉक
लोगों में भय है कि लॉकडाउन बढ़ सकता है। इसलिए लोग खाद्य सामग्री घरों में स्टॉक कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि दून के बाजारों में आटा का संकट खड़ा हो गया है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Sun, 29 Mar 2020 10:40 AM (IST)
देहरादून, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश और प्रदेश में लॉकडाउन हैं। लोगों में भय है कि इन परिस्थितियों में लॉकडाउन बढ़ सकता है। इसलिए लोग खाद्य सामग्री घरों में स्टॉक कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि दून के बाजारों में आटा का संकट खड़ा हो गया है।
दून के बाजारों में स्थिति यह है कि लोगों ने छह दिनों में 3217 कुंतल आटे की खरीद की। इस समय बाजार में केवल 500 कुंतल आटा उपलब्ध है। हालांकि दो दिन पूर्व ही सरकार ने आटे के संकट को दूर करने के लिए कदम भी उठा लिए हैं, जिससे बाजार में आटे की कमी नहीं होगी।कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगा था। उसके बाद सोमवार से ही प्रदेश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। लॉक डाउन के चलते फैली अफवाहों के कारण बाजार में खाद्यान्न की मांग में भारी उछाल आया। लोगों ने सबसे ज्यादा आटा खरीदा।
इसी कारण दून के आढ़त बाजार से पिछले छह दिनों में 3217 कुंतल आटे की खरीद हुई है। 23 मार्च सोमवार शाम तक आढ़त बाजार में 3717 कुंतल आटा मौजूद था। वहीं, 28 मार्च शनिवार तक आटा मात्र 500 कुंतल ही रह गया। यानी लोगों के घरों में बाजार से साढ़े पांच गुना ज्यादा आटा मौजूद है। लोगों के इस नासमझी के चलते बाजार में आटे की कमी हो गई। हालांकि प्रदेश में आए आटे के संकट को दूर करने के लिए सरकार पहले ही कदम उठा चुकी है। जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी ने बताया कि बाजार में आटे की कमी न हो इसके लिए आटा मिलों को सरकारी गेहूं खरीदने की छूट दे दी गई है।
आटा मिल आरएफसी के गोदामों से गेहूं खरीद कर इसे पीसा कर बाजार में आटा उपलब्ध कराएंगे। जिससे बाजार से आटा संकट दूर होगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि बेवजह घरों में खाद्यान्न का स्टॉक न करे। खाद्यान्न भरपूर मात्र में है किसी को कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लोग अफवाह में ध्यान न देकर सहयोग करें, तभी बाजार में अव्यवस्था पैदा नहीं होगी।दुकान पर चस्पा करनी होगी रेट लिस्ट और उपलब्ध स्टॉक का ब्योरा
बाजार में कालाबाजारी और ओवर रेटिंग पर रोकथाम के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने सभी तहसीलों को अपने स्तर से छापेमारी कर दुकानदारों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए। उन्होंने सभी दुकानदारों को अनिवार्य रूप से दुकान में मौजूद सारे सामान की रेट लिस्ट और दुकान पर मौजूद सामान का स्टॉक चस्पा करने के आदेश दिए। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने अपने आदेशों में यह साफ किया कि दुकानदार को रेट लिस्ट ऐसे स्थान पर चस्पा करनी होगी जहां से सभी उपभोक्ता इसे देख सकें। दुकानदारों को अनिवार्य वस्तुओं की क्वालिटी का भी विशेष ध्यान देने के आदेश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें: मदद को बढ़े हाथ: पुलिस ने 400 मजदूर परिवारों को बांटी खाद्य सामग्रीजिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे समय में ओवर रेटिंग और कालाबाजारी करते हुए पकड़े जाने वाले दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दुकानदारों से सामान बेचते समय कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए अनिवार्य सावधानियां बरतने की भी अपील की।
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