उत्तराखंड: डेंगू के लिए मैदानी जिलों में 100 और पर्वतीय जिलों में बनेंगे 50 डेडिकेटेड बेड
शासन ने डेंगू की आशंका को देखते हुए इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। शासन ने सभी मैदानी जिलों में 100 डेडिकेटेड डेंगू बेड और पर्वतीय जिलों में 50 डेंगू डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। डेंगू मरीजों की कोरोना जांच के भी निर्देश दिए गए।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 26 May 2021 03:25 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। शासन ने डेंगू की आशंका को देखते हुए इससे निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। शासन ने सभी मैदानी जिलों में 100 डेडिकेटेड डेंगू बेड और पर्वतीय जिलों में 50 डेंगू डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। डेंगू मरीजों की कोरोना जांच के भी निर्देश दिए गए हैं। दोनों बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का इलाज प्राथमिकता के तौर पर करने को कहा गया है।
सचिव स्वास्थ्य डा. पंकज कुमार पांडे ने बुधवार को डेंगू की रोकथाम और इसके इलाज के लिए सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए। इनमें कहा गया है कि किसी भी राजकीय व निजी चिकित्सा संस्थान में डेंगू मरीज के पाए जाने पर इसकी सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी और जिला आइडीएसपी यूनिट को दी जाए। डेंगू रोगी के निवास क्षेत्र और उसके आसपास निरोधात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाए। डेंगू व कोरोना, दोनों से पीड़ित मरीजों के लिए अलग आइसोलेशन वार्ड और मच्छरदानी की व्यवस्था की जाए। सभी डेडिकेटेड कोविड केयर अस्पताल, डेडिकेटेड कोविड केयर हेल्थ सेंटर और कोविड केयर सेंटर में मच्छर जनित रोग की रोकथाम को उपाय किए जाएं।
सभी जिलों में डेंगू की जांच को एलाइजा टेस्ट की व्यवस्था की जाए। ब्लड बैंकों में पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेटस की व्यवस्था की जाए। डेंगू से मृत्यु होने पर तीन दिन के भीतर डेथ आडिट समिति इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराए। इसके साथ ही शासन ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को प्रतिदिन डेंगू मरीजों के संबंध में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के 12 कोविड अस्पतालों में होगा ब्लैक फंगस का इलाज, 27 मई तक 15 हजार डोज मिलने की उम्मीद
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