भूस्खलन से गंगोत्री हाईवे रहा बंद, उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ होगी बारिश
उत्तराखंड की ऊंची चोटियों में बारिश और बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। वहीं गंगोत्री हाईवे मलबा आने से बंद रहा, इसे देर रात खोल दिया गया। अभी तेज हवा के साथ बारिश की संभावना है।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मौसम के करवट बदलते ही भले ही पारे की रफ्तार पर अंकुश लगा हो, लेकिन बारिश के कारण गंगोत्री हाईवे भूस्खलन से बंद रहा। गत रात दस बजे इसे खोला गया। इसके अलावा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ ही निचले स्थानों पर भी बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली। देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, नैनीताल और पिथौरागढ़ में बारिश और ओलावृष्टि के साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
शुक्रवार को केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में एकाएक मौसम बदला और शाम को केदारनाथ और बदरीनाथ की चोटियों पर हिमपात हुआ। वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री में बारिश हुई। दोपहर बाद शुरू हुई बारिश के दौरान उत्तरकाशी से दस किलोमीटर दूर गंगोत्री की ओर हाईवे पर मलबा आने से मार्ग बंद हो गया। इससे दोनों ओर करीब 30 वाहन फंसे रहे।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) मलबा हटाने में जुटा रहा। देर रात इस मार्ग को खोल दिया गया।
मौसम में आए बदलाव के कारण पारे में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आई है। रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में अधिकतम तापमान 27 से 29 डिग्री के बीच रिकार्ड किया गया। हालांकि मैदानी इलाकों में पारा अभी भी कुलांचे भर रहा है।
हरिद्वार और रुड़की में अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहा। दूसरी ओर देहरादून में भी बादल छाए हुए हैं। कुमाऊं में मौसम का मिजाज इसी तरह का रहा। पिथौरागढ और बागेश्वर जिले में ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में ओले पड़े। पिथौरागढ़ में तेज बारिश के कारण कुछ मकानों में पानी घुस गया। इसके अलावा तेज हवा के कारण बिजली की 33 केवी की लाइन भी टूट गई।
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