आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं चतुर्थ श्रेणी वन कर्मचारी, जानिए वजह
विभिन्न मांगों का समाधान न होने से वन विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी खफा हैं। उनका कहना है कि अगर जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
By Edited By: Updated: Sun, 12 May 2019 05:53 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। एरियर के भुगतान, पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली समेत विभिन्न मांगों का समाधान न होने से वन विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी खफा हैं। प्रांतीय चतुर्थ श्रेणी वन कर्मचारी संघ की राजपुर रोड स्थित संघ भवन में हुई बैठक में साफ किया गया कि अगर मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अर्से से लंबित मांगों की हर स्तर पर अनदेखी हो रही है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को एक जनवरी 2006 से एरियर का भुगतान नहीं किया जा रहा है। यही नहीं, चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के लिए वर्दी दरों में संशोधन की मांग भी अनसुलझी है। पुरानी पेंशन व्यवस्था का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने ये व्यवस्था बंद कर कर्मचारियों का वृद्धावस्था का यह सहारा भी छीन लिया है। यह कर्मचारी हितों पर कुठाराघात है।
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था की बहाली की जानी चाहिए। बैठक में तय हुआ कि यदि जल्द ही वन प्रशासन और शासन ने इन मसलों पर फैसला नहीं लिया तो संघ आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष बिशन सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक का संचालन महामंत्री दीवान सिंह नेगी ने किया।
इस मौके पर प्रांतीय संरक्षक कल्याण गिरि, रणजीत सिंह जीना, हर सिंह, रामप्रकाश उनियाल, खुशीराम, गंभीर सिंह, जगत सिंह नेगी, संतराम, कुलदीप सिंह, कैलाश चंद्र तिवारी, देव सिंह डांगी, विनोद रतूडी, महिपाल सिंह, लक्ष्मी चंद आदि मौजूद थे।
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