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राजाजी टाइगर रिजर्व में रह रहे वन गुर्जरों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण, पार्क प्रशासन ने डीएम को भेजी सूची

राजाजी टाइगर रिजर्व में डेरा डाले वन गुर्जर परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। आशंका जताई जा रही कि तब्लीगी जमात के लोग इन परिवारों से भी मिल सकते हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Wed, 08 Apr 2020 01:25 PM (IST)
राजाजी टाइगर रिजर्व में रह रहे वन गुर्जरों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण, पार्क प्रशासन ने डीएम को भेजी सूची
देहरादून, राज्य ब्यूरो। राजाजी टाइगर रिजर्व में डेरा डाले वन गुर्जर परिवारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा। आशंका जताई जा रही कि तब्लीगी जमात के लोग इन परिवारों से भी मिल सकते हैं। इसे देखते हुए सतर्क रिजर्व प्रशासन ने पौड़ी व देहरादून के जिलाधिकारियों को गौहरी व रामगढ़ रेंज में रह रहे वन गुर्जर परिवारों की सूची सौंप दी है।

राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में आधिकारिक रूप से 13 वन गुर्जर परिवार रह रहे हैं, लेकिन इन परिवारों की वास्तविक संख्या 20 से ज्यादा है। यह रेंज पौड़ी जिले केअंतर्गत आती है। इसके अलावा देहरादून में रामगढ़ रेंज में आशारोड़ी चेकपोस्ट के नजदीक एक वन गुर्जर परिवार है। आशंका जताई जा रही कि तब्लीगी जमात केलोग पूर्व में इन वन गुर्जर परिवारों से भी मिल सकते हैं। ऐसे में रिजर्व प्रशासन चौकन्ना हो गया है। रिजर्व के निदेशक पीके पात्रो ने बताया कि इन परिवारों की सूची पौड़ी व देहरादून के जिलाधिकारियों को सौंप दी गई है। साथ ही इनका स्वास्थ्य परीक्षण कराने का भी आग्रह किया गया है।

सपेरा बस्तियों में उपलब्ध करा रहे भोजन

राजाजी रिजर्व प्रशासन रिजर्व से लगी बस्तियों में लोगों को भोजन भी उपलब्ध करा रहा है। रिजर्व के निदेशक पात्रो के मुताबिक हरिपुरकलां से लगी सपेरा बस्ती और हरिद्वार में चंडीपुल के नजदीक की सपेरा बस्ती में करीब 110 परिवारों को भोजन और खाद्य सामग्री मुहैया कराई जा रही है।

15 किमी दूर रहने वाले गुर्जरों को भुगतना पड़ रहा खामियाजा

श्यामपुर रेंज की अंजनी चैक पोस्ट पर वनकर्मियों ने जंगल में रह रहे वन गुर्जरों को दूध हरिद्वार ले जाने से रोका। गुर्जरों के परिवार की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए वन क्षेत्रधिकारी ने एक दिन दूध ले जाने की छूट दी। वहीं गुर्जर अब दूध की सप्लाई के लिए कोई नई रणनीति बनाने पर विचार कर रहे हैं। निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात में शामिल गैंडीखाता स्थित गुर्जर बस्ती के गुर्जरों को क्वारंटाइन किया गया है। संक्रमण की रोकथाम के लिए कड़ा रुख अपनाते हुए प्रशासन ने पूरे लालढांग के गुर्जरों को दूध की सप्लाई करने से रोकने के साथ ही किसी भी गांव में प्रवेश नहीं करने की हिदायत दी थी।

गैंडीखाता गुर्जर बस्ती के गुर्जरों की गलती का खामियाजा वहां से 15 किलोमीटर दूर सिद्ध सोत्ऱ, पापड़ी सोत्र सहित जंगल में रह रहे गुर्जरों को भुगतना पड़ रहा है। कई गुर्जर परिवार गाजीवाली गांव से पेयजल लाते हैं।

पुलिस ने दूधियों को रोका, मची अफरा-तफरी

मंगलवार को गाजीवाली गांव में खैरा ढाबा के पीछे दूध की सप्लाई करने जा रहे दूधियों को पुलिस ने रोक लिया। अधिकांश दूधिये पुलिस के पहुंचते ही बाइक लेकर भाग खड़े हुए। गैंडीखाता स्थित गुर्जर बस्ती में सौ से अधिक गुर्जरों के तब्लीगी जमात में शामिल होने की बात सामने आने के बाद पूरा गांव क्वारंटाइन किया गया है। उधर, गैंडीखाता की गुर्जर बस्ती में पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं के लिए चारे का वितरण किया गया।

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पार्क प्रशासन सतर्क, गश्त तेज

अमेरिका में शेरनी में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने से राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने भी एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। चीला रेंज के रेंजर अनिल पैन्यूली ने बताया कि अमेरिका में एक शेरनी में भी कोरोना के लक्षण मिलने के समाचार मिले हैं। लेकिन, पार्क में ऐसी संभावना नहीं है कि यहां जंगली जानवरों में कोरोना वायरस के संक्रमण फैल सके। उधर, लालढांग में सीओ श्यामपुर विजेंद्र दत्त डोभाल ने सोमवार को गुर्जर बस्ती के हालात का जायजा लिया।

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