Uttarakhand Politics: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा- राजनीतिक अस्थिरता की कहानी दोहरा सकती है भाजपा
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने प्रदेश को राजनीतिक रूप से अस्थिर करने का काम किया है। भाजपा राजनीतिक अस्थिरता की कहानी दोहरा सकती है।
By Ravindra kumar barthwalEdited By: Sunil NegiUpdated: Tue, 15 Nov 2022 08:55 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने अंदेशा जताया कि भाजपा फिर से प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता की कहानी दोहरा सकती है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सोमवार को मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने प्रदेश को राजनीतिक रूप से अस्थिर करने का काम किया है। जनता को इसे समझना होगा।
अब मुख्यमंत्री धामी पर घेरा कसने का अंदेशा
सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने पिछले छह साल के कार्यकाल में पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत, फिर तीरथ सिंह रावत और फिर पुष्कर सिंह धामी के रूप में प्रयोग किया है। उन्होंने अब मुख्यमंत्री धामी पर घेरा कसने का अंदेशा जताया।
पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद तीरथ सिंह रावत के प्रदेश में भ्रष्टाचार को लेकर साधे गए निशाने पर उन्होंने कहा कि इसका जवाब भाजपा को ही देना चाहिए। चौकीदार ही चोर-चोर चिल्ला रहे हैं। ऐसे में आम व्यक्ति को भ्रष्टाचार से आखिर कौन बचा सकता है।
उन्होंने कहा कि छह साल से लगातार भाजपा की सरकार है। भ्रष्टाचारियों को खोजना चाहिए। घर के ही भीतर भ्रष्टाचारियों को पकड़ने के लिए सत्तारूढ़ दल को साहस दिखाना होगा। इस अवधि में भाजपा के भ्रष्टाचार की कथा अनंत है।
दोषी ऐसे ही बचते रहेंगे तो कलंक लगेगा
उन्होंने यह कहते हुए चेताया कि भ्रष्टाचार के नाम पर ऐसा वातावरण बनाने से बचना होगा, जिससे राज्य का मनोबल गिरे। जहां भ्रष्टाचार साबित हो चुका है, वहां दंड देने को सरकार के हाथ कांपने नहीं चाहिए। दिल्ली में उत्तराखंड की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपितों के छूटने के मामले में उन्होंने कहा कि दोषी ऐसे ही बचते रहेंगे तो कलंक लगेगा।वनंतरा रिसार्ट में महिला कर्मचारी की हत्या मामले में भी कई चिंताजनक पहलू हैं, इन्हें सरकार जानबूझकर नजरअंदाज कर रही है। महिला कर्मचारी ने जिस वीआइपी का जिक्र किया है, उसका अब तक पता नहीं चल सका है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।