उत्तराखंड में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स चालू सत्र से नहीं, पढ़िए पूरी खबर
एनसीटीई की ओर से शुरू होने वाले चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीईपी) के लिए प्रदेश के किसी भी कॉलेज को एनओसी नहीं मिली है।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 26 Dec 2019 07:56 PM (IST)
देहरादून, अशोक केडियाल। प्रदेश के करीब 110 बीएड कॉलेजों में चालू शिक्षा सत्र में दो वर्षीय बीएड कोर्स ही चलेगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की ओर से शुरू होने वाले चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीईपी) के लिए प्रदेश के किसी भी कॉलेज को एनओसी नहीं मिली है।
एनसीटीई ने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम की अधिसूचना अक्टूबर 2018 में जारी की थी। इस प्रोग्राम के अंतर्गत ऐसे इच्छुक संस्थान जो निर्धारित शर्तें पूरी करते हों वह चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स को आवेदन कर सकते थे। एनसीटीई ने तीन दिसंबर 2018 से इसके लिए आवेदन पोर्टल भी खोल दिया था, लेकिन यह पोर्टल दो दिन बाद ही लॉक भी हो गया। जिससे गढ़वाल विवि, श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि व कुमाऊं विवि से संबद्ध करीब 110 बीएड कॉलेज में से कोई भी आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं कर पाए। इसके बाद आज तक पोर्टल नहीं खोला गया है।
एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस कॉलेज संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने बताया कि एनसीटीई द्वारा अग्रिम आदेशों तक पोर्टल बंद किया गया था। जबकि आवेदन की तिथि 31 दिसंबर 2018 तक रखी गई थी। बीएड कॉलेज संचालकों को उम्मीद थी कि दिसंबर में पोर्टल खुलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स की यह थी शर्तएनसीटीई के अनुसार इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स के लिए प्रत्येक बीएड कॉलेज को आवेदन करना था, जिसके बाद पैनल का निरीक्षण होगा, फिर उसे अनुमति प्रदान की जाएगी। प्रत्येक कॉलेज को अलग-अलग आवेदन करना होगा है। एनसीटीईके नियमों के अनुसार उन्हीं कॉलेजों में इंटीग्रेटेड कोर्स संचालन की अनुमति होगी, जिसमें कंपोजिट विषय भी पढ़ाए जाते हैं।
इन संस्थानों में बीए, बीएससी, बीकॉम की कक्षाओं का संचालन भी होना चाहिए। एनसीटीई के चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देशों का बीएड कॉलेजों के संचालकों को आज तक नहीं मिले हैं। अग्रिम आदेशों के बाद ही प्रदेश के बीएड कॉलेज जो शर्तें पूरी करते हैं वह आवेदन कर सकते हैं। हालांकि चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स शुरू होने के बाद भी प्रदेश में दो वर्षीय बीएड कोर्स संचालित होंगे। इसकी मान्यता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यह भी पढ़ें: नर्सिंग की मिली नियुक्ति, अन्य पदों के अभ्यर्थी जोह रहे बाटसुनील अग्रवाल (अध्यक्ष एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस कॉलेज संघ) का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की ओर से शुरू होने वाले चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आइटीईपी) को सभी बीएड कॉलेज आवेदन नहीं कर सकते हैं। जिन कॉलेज में बीए, बीएससी व बीकॉम आदि कोर्स पहले से ही संचालित हो रहे हैं वे ही संस्थान आवेदन कर सकते हैं। अभी तक प्रदेश के किसी भी बीएड कॉलेज को एनओसी नहीं मिली है।
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