99 लाटरी एप का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी, जानिए पूरा मामला
99 लाटरी एप का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब हरिद्वार के एक युवक ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत की। दरअसल ठगों ने आमजन को चूना लगाने के लिए इसी युवक के बैंक खाते का इस्तेमाल किया।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Sat, 10 Jul 2021 09:47 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। 99 लाटरी एप का इस्तेमाल कर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले का पर्दाफाश तब हुआ जब हरिद्वार के एक युवक ने इस संबंध में पुलिस से शिकायत की। दरअसल, ठगों ने आमजन को चूना लगाने के लिए इसी युवक के बैंक खाते का इस्तेमाल किया और खाते को 99 लाटरी एप से लिंक कर दिया था। जिससे युवक को उसके खाते के माध्यम से लाखों के रुपये के ट्रांजेक्शन के मैसेज आने लगे थे। युवक की शिकायत पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं उक्त बैंक खाते को भी फ्रीज कर दिया गया है।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पावर बैंक व अन्य फर्जी एप के माध्यम से पैसे इन्वेस्ट कर कुछ ही दिनों में पैसे दोगुने करने का लालच देकर आम जनता से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की जा रही है। कुछ ऐसा ही मामला 99 लाटरी एप से संबंधित सामने आया है। एसएसपी के अनुसार हरिद्वार निवासी ऋषभ सक्सेना ने पुलिस से शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके बैंक खाते के माध्यम से कुछ दिनों से लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन के किए जा रहे हैं। जिसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
एसटीएफ ने मामले की जांच की तो पता चला कि ऋषभ का बैंक खाता कोई अज्ञात इस्तेमाल कर रहा था। खाते को 99 लाटरी एप से लिंक किया गया था। ठग आमजन को पैसे दोगुने होने का लालच देकर इस एप में रकम जमा करवाते थे। एप के माध्यम से रकम ऋषभ के बैंक खाते में आ जाती थी। जिसमें से कुछ राशि ठग तुरंत ही निकाल भी लेते थे।
स्पेशल टास्क फोर्स ने खाते की जांच की तो पता चला कि एप के माध्यम से चार से पांच दिनों में ही एक करोड़ रुपये की धनराशि शिकायतकर्ता के खाते में आई। जब साइबर ठगों को पुलिस की ओर से उक्त बैंक खाता फ्रीज होने की जानकारी मिली तो उन्होंने अन्य बैंक खाते एप से ट्रांजेक्शन के लिए जोड़ दिए। जिनकी मदद से कुछ राशि जलंधर के बैंक खाते में तो कुछ राशि ई वालेट में ट्रांसफर की गई। एसएसपी ने बताया कि 99 लाटरी एप का इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रचार किया गया। मामले की जांच अभी जारी है।
ऐसे लिया था ऋषभ को झांसे में
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि ऋषभ सक्सेना टूर एंड ट्रेवल का बिजनेस करता है। ऐसे में उसके खाते में देश-विदेश से टूरिस्ट का बुकिंग का पैसा आता है। गत 30 जून को ऋषभ को वाट्सएप पर अज्ञात व्यक्ति ने काल की कि वह बिजनेस पार्टनर बनना चाहता है। आरोपित ने कहा कि वह सिर्फ ऋषभ के बैंक खाते का इस्तेमाल करेंगे, जिसके बदले वह ऋषभ को कमाई का 10 प्रतिशत देंगे। ऋषभ ने आरोपितों पर आंख बंद करके विश्वास कर लिया। काल काटते ही ऋषभ के खाते में उसके हिस्से के 10 हजार रुपये आ गए। शुरू में ऋषभ के बैंक खाते में दो से तीन हजार रुपये ही जमा हो रहे थे, लेकिन एक दिन अचानक खाते में 25 लाख रुपये आ गए। धीरे-धीरे जब बड़ी संख्या में खाते में पैसे आने लगे तो ऋषभ को शक हुआ और उसने इसकी शिकायत एसटीएफ को दी। जब तक एसटीएफ की ओर से जांच की गई तब तक ऋषभ के खाते से आरोपितों ने करीब सवा करोड़ रुपये निकाल लिए थे।
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