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गढ़वाली सरस्वती वंदना की सोशल मीडिया पर धूम, नई पीढ़ी को लोक संस्कृति से जोड़ने की पहल

ओम बधानी ने गढ़वाली में सरस्वती वंदना तैयार की है। इन दिनों यह गढ़वाली सरस्वती वंदना सोशल मीडिया पर खूब छाई हुई हैं।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 29 May 2020 09:41 AM (IST)
गढ़वाली सरस्वती वंदना की सोशल मीडिया पर धूम, नई पीढ़ी को लोक संस्कृति से जोड़ने की पहल
देहरादून, जेएनएन। लोकगायक ओम बधानी ने गढ़वाली में सरस्वती वंदना तैयार की है। इन दिनों यह गढ़वाली सरस्वती वंदना सोशल मीडिया पर खूब छाई हुई हैं। साथ ही लोग इसकी जमकर सराहना कर रहे हैं। इस गीत का उद्देश्य यह है कि नई पीढ़ी अपनी लोकभाषा से जुड़ सके। 

लोकगायक और शिक्षक ओम बधानी ने लॉकडाउन में उत्तरकाशी स्थित अपने घर में वंदना तैयार की है। पांच मिनट 49 सेकेंड की इस वंदना को हर तरह से उत्तराखंडी संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया गया है। गत बुधवार को उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट और यूट्यूब चैनल पर इसे अपलोड किया। सोशल मीडिया पर इस वंदना की सराहना की जा रही है। ओम बधानी ने बताया कि उन्होंने अपने घर पर एक कमरे में स्टूडियो बनाया हुआ है। जहां वह गीतों की कंपोजिंग करते हैं। पारंपरिक ढोल-दमाऊ के साथ इस वंदना को तैयार किया गया है। बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य इस वंदना को सरकारी स्कूलों की प्रार्थना सभा में शामिल कराना है, जिससे उत्तराखंड के बच्चे अपनी लोकभाषा से जुड़ पाए। उन्होंने बताया कि इसमें सरस्वती वंदना को सरल बनाने का प्रयास किया गया है।

गढ़वाली गीत के जरिये कोरोना योद्धाओं को सलाम

सरी दुनिया मा महामारी कन यो कोराना कू काल अयूं, हम जीत जौला, कोराना महामारी से हम जीत जौला..। कोरोना योद्धाओं के कार्यों को दर्शाता गढ़वाली गीत गुरुवार को अपने आवास से कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने रिलीज किया। फाइव फेसेज एंटरटेनमेंट, सिनेवॉक्स और कलर्स आर्ट फोटोग्राफी ने कोरोना योद्धाओं को संगीतमय सलामी दी। युवा लोकगायक सौरव मैठाणी ने गीत गाया है, जबकि मधुसूदन थपलियाल ने गीत लिखा है और संगीबद्ध संजय कुमोला ने किया है। 

इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार कोरोना योद्धाओं के प्रति गंभीर है। उनका बीमा करने के साथ ही प्रथम पंक्ति में काम रहे काॢमकों के लिए पीपीई किट आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की है।  वहीं, पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि कोराना काल में पुलिस ने नई छवि प्राप्त की है। इस मौके पर फाइव फेसेज एंटरटेनमेंट के निदेशक डॉ. अनिल उपाध्याय, रवि प्रियांशु, कलर्स आर्ट फोटोग्राफी के निदेशक राजू पुशोला, सिने वॉक्स के निदेशक महादेव रतूड़ी, विनायक शर्मा आदि मौजूद रहे।

प्रसिद्ध रंगकर्मी नंदलाल के लोकगीत की चर्चा हर ओर

जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के प्रसिद्ध रंगकर्मी नंदलाल भारती की वैश्विक महामारी कोरोना पर आधारित मोदी वाणी के नाम से लोक गीत इन दिनों खूब पसंद की जा रही है। रचनाकार ने अपने गीत के जरिए कोरोना से लड़ाई में बाधक बनने वालों की तुलना सुबाहू से की है। वहीं, फ्रंट लाइन पर लड़ रहे कोरोना योद्धाओं को फरिश्तों के समान बताया है। उनकी रचना को लोक गायक बारु भारती और सुरेंद्र नेगी ने अपनी आवाज से संवारा है।

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नंदलाल भारती को लोक कला और संस्कृति के क्षेत्र में कई बड़े पुरस्कार मिले हैं। जौनसारी संस्कृति के संवाहक नंदलाल ने कोरोना महामारी कोविड-19 से देश-दुनिया में मचे हाहाकार के चलते मोदी वाणी नाम से जौनसारी लोक गीत की नई रचना की है। उनकी रचना 'आयी महामारी कोरोना बीमारी, दुखी हुई सारी दुनिया हमारी' हारेगा कोरोना ऐसी है तैयारी, बद्री केदार बाबा मन के पट तो खोलिए, मोदी के मुख से अपनी दिव्य वाणी बोलिए' गीत के जरिए महामारी से छाए संकट का वर्णन किया है। इसमें कोरोना योद्धाओं व समाजसेवियों के योगदान का विशेष वर्णन किया गया है। सात दिन पहले यू-ट्यूब पर डाले गए मोदी वाणी गीत को करीब 19 हजार लोगों ने देखा है।

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