नेचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए GMVN शुरू करेगा बर्ड वाचिंग, निगम लेगा बर्ड वाचर्स की सुरक्षा का जिम्मा
Uttarakhand Nature Tourism अगर आप बर्ड वाचिंग के शौकीन हैं तो ये आपके लिए ये अच्छी खबर है। जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) की ओर से प्राकृतिक पर्यटन के क्षेत्र में बर्ड वाचिंग के लिए देशभर से बर्ड वाचर्स को बुलाया जाएगा। इससे राज्य बर्ड वाचिंग के क्षेत्र में अलग पहचान बनाएगा। बर्ड स्पाटिंग साइट्स प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाएंगे।
By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Sat, 16 Sep 2023 09:55 AM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: Uttarakhand Nature Tourism: अगर आप बर्ड वाचिंग के शौकीन हैं तो ये आपके लिए ये अच्छी खबर है। जीएमवीएन (गढ़वाल मंडल विकास निगम) की ओर से प्राकृतिक पर्यटन के क्षेत्र में बर्ड वाचिंग (Bird Watching) के लिए देशभर से बर्ड वाचर्स (Bird Watchers) को बुलाया जाएगा। इससे राज्य बर्ड वाचिंग के क्षेत्र में अलग पहचान बनाएगा। बर्ड स्पाटिंग साइट्स (Bird Spoting Sites) प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (Tourism Place) के रूप में विकसित किए जाएंगे।
निगम की होगी बर्ड वाचर्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी
बर्ड वाचर्स (Bird Watchers) की राज्य में सुरक्षा की जिम्मेदारी भी निगम ही लेगा। जीएमवीएन (GMVN) की ओर से हाल ही में इसको लेकर दिल्ली में एक समिट का भी आयोजन किया गया था। इसमें विभिन्न राज्यों के टूर आपरेटरों, बर्ड वाचर्स, पर्यावरणविदों, वन्यजीव फोटोग्राफरों आदि को उत्तराखंड (Uttarakhand) में बर्ड वाचिंग की संभावनाओं के संबंध में जानकारी दी गई।
प्राकृतिक पर्यटन को दिया जा रहा है बढ़ावा
जीएमवीएन (GMVN) की ओर से सभी बर्ड वाचर्स को राज्य में पक्षियों की प्रजातियों और उनके पाए जाने वाले क्षेत्रों आदि को चिह्नित कर लिया गया है। साथ ही सीमित संख्या वाले पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए प्राकृतिक पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।उत्तराखंड में 700 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां
जीएमवीएन (GMVN) के बर्ड वाचर्स सतपाल गांधी (Bird Watchers Satpal Gandhi) ने बताया कि बर्ड वाचिंग पक्षियों को निहारने का शौक रखने वाले के लिए होता है। ये कोई भी व्यक्ति हो सकता है। बताया कि राज्य में 700 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से कई ऐसी प्रजातियां हैं, जिन्हें सिर्फ उत्तराखंड (Uttarakhand) में ही देखा जा सकता है।
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अभी बहुत सीमित संख्या में आते हैं बर्ड वाचर्स
प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के बारे में ही पता है बर्ड वाचर्स को जीएमवीएन (GMVN) के प्रबंध निदेशक विनोद गोस्वामी (MD Vinod Goswami) ने बताया कि वर्तमान में बर्ड वाचर्स (Bird Watchers) उत्तराखंड में बहुत ही सीमित संख्या में आते हैं। इस योजना के धरातल पर उतरते ही बर्ड वाचर्स को नामचीन पर्यटन स्थलों के अलावा अन्य स्थलों के बारे में भी जानकारी मिलेगी।
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