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उत्‍तराखंड के PhD researchers के लिए खुशखबरी, अब हर माह मिलेगी स्‍कॉलरशिप

PhD Researchers Scholarship उत्‍तराखंड राज्य विश्वविद्यालयों एवं उनसे संबद्ध राजकीय महाविद्यालयों में पीएचडी में पंजीकृत 100 शोधार्थियों को प्रतिमाह पांच हजार रुपये छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। कुमाऊं विश्वविद्यालय सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय और श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में 26-26 शोधार्थियों को छात्रवृत्ति मिलेगी। वहीं उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के लिए 12 व दून विश्वविद्यालय के लिए 10 शोधार्थी तय किए गए हैं।

By Ravindra kumar barthwal Edited By: Nirmala Bohra Published: Thu, 04 Jul 2024 11:10 AM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2024 11:10 AM (IST)
PhD Researchers Scholarship: पांच राज्य विश्वविद्यालयों के लिए निर्धारित किए शोधार्थी

राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। PhD Researchers Scholarship: कुमाऊं विश्वविद्यालय, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय और श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में 26-26 शोधार्थियों को छात्रवृत्ति मिलेगी। शासन ने प्रदेश के पांच राज्य विश्वविद्यालयों में छात्रवृत्ति के लिए शोधार्थियों की संख्या निर्धारित कर दी है।

प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में विभिन्न क्षेत्रों में गुणवत्तापरक शोध, अनुसंधान व नवाचार के लिए 100 शोधार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। शासन ने राज्य विश्वविद्यालयों के लिए शोधार्थियों की संख्या का निर्धारण किया है। इसके अंतर्गत उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के लिए 12 व दून विश्वविद्यालय के लिए 10 शोधार्थी तय किए गए हैं।

राज्य विश्वविद्यालयों एवं उनसे संबद्ध राजकीय महाविद्यालयों में पीएचडी में पंजीकृत 100 शोधार्थियों को प्रतिमाह पांच हजार रुपये छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगोली की ओर से जारी आदेश के अनुसार शोधार्थियों का चयन यूजीसी या सीएसआइआर की नेट परीक्षा के प्राप्तांक एवं रैंक के आधार पर विश्वविद्यालय करेगा।

नेट परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र के न मिलने पर पंजीकृत शोधार्थियों का यूसेट के प्राप्तांक के आधार पर चयन किया जाएगा। चयन के बाद शोधार्थियों की सूची विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा विभाग को उपलब्ध कराएंगे। छात्रवृत्ति शोधग्रंथ जमा करने की तिथि या अधिकतम तीन वर्ष तक जो भी पहले हो, तक अनुमन्य होगी। किसी भी शोधार्थी को एक से अधिक छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी।

शासनादेश के अनुसार शोधार्थी किसी सरकारी, गैर सरकारी सेवा, व्यवसाय में नहीं होगा। नियमित या संस्थागत पीएचडी शोधार्थी के रूप में विश्वविद्यालय परिसर या महाविद्यालय में उपस्थिति दर्ज कराएगा। प्रत्येक शोध का आउटकम इवेल्यूएशन आडिट भी किया जाएगा। प्रत्येक शोध को मासिक प्रगति आख्या से लिंक किया जाएगा।


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