एम्स ऋषिकेश में भर्ती गोपालदास ने खुद को असुरक्षित बताया
एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराए गए स्वामी गोपालदास ने कहा कि वह अपना जीवन असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 15 Oct 2018 01:35 PM (IST)
ऋषिकेश, [जेएनएन]: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में भर्ती कराए गए स्वामी गोपालदास ने कहा कि वह अपना जीवन असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने गृहमंत्री के नाम जारी पत्र सार्वजनिक करते हुये सीसीटीवी कैमरों की मॉनटरिंग और अपने साथियों को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया है। उधर, एम्स प्रशासन ने उनके आरोपों को खारिज किया और कहा कि गोपालदास की सेहत में सुधार हुआ है। अब वह मौन तोड़कर बोलने लगे है।
चार रोज पहले देह त्याग करने वाले स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद की मांगों के समर्थन में गोपालदास ने मातृसदन में अनशन शुरू किया था। शनिवार सुबह जिला प्रशासन ने जबरन उठाकर उन्हें ऋषिकेश एम्स में भर्ती करा दिया था। शनिवार को वह मौन तोड़कर बोलने लगे है। उन्होंने मीडिया को गृहमंत्री भारत सरकार के नाम एक पत्र जारी किया। जिसमें गोपालदास ने लिखा है कि एम्स ऋषिकेश में वह अपने जीवन को असुरक्षित महसूस कर रहे है। उनके साथ कोई दुर्घटना होती है, तो सबसे पहले आंदोलनकारी साथियों को सूचना दी जाये। उन्हें सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग में रखते हुये साथियों को साथ रहने की अनुमति दी जाये। स्वामी शिवानंद, हेमंत ध्यानी, ब्रह्मचारी दयानंद आदि साथियों को उनसे मिलने से न रोका जाये।
एम्स के जन संपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने सभी आरोपों को खारिज करते हुये कहा कि उन्हें बेहतर इलाज दिया जा रहा है। पांच वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रही है। उनकी बायोकैमिकल रिपोर्ट पहले से बेहतर है। उन्होंने बताया कि स्वामी गोपालदास कल तक मौन पर थे। अब वह बोलने लगे है। उन्हें आईवी फ्लूड के साथ नली के जरिये भोज्य तरल पदार्थ दिये जा रहा है।
यह भी पढ़ें: धरने पर बैठे स्वामी गोपाल दास को प्रशासन ने एम्स में कराया भर्ती
यह भी पढ़ें: गंगा एक्ट को लेकर 113 दिनों से अनशन कर रहे सानंद का हुआ निधन, पीएम ने किया दुख व्यक्त
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।