देहरादून पहुंचे महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी बोले, निजी दौरे पर नहीं; एलबीएस प्रशासनिक अकादमी जा रहा हूं
महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा सरकारी विमान उपलब्ध न कराने के मामले की गूंज गुरुवार को उत्तराखंड में भी सुनाई दी। देहरादून पहुंचे राज्यपाल कोश्यारी ने इससे संबंधित सवाल को टालने की कोशिश की मगर उनके हाव-भाव में तल्खी दिखी।
By Sumit KumarEdited By: Updated: Thu, 11 Feb 2021 11:56 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून: महाराष्ट्र के राज्यपाल एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा सरकारी विमान उपलब्ध न कराने के मामले की गूंज गुरुवार को उत्तराखंड में भी सुनाई दी। देहरादून पहुंचे राज्यपाल कोश्यारी ने इससे संबंधित सवाल को टालने की कोशिश की, मगर उनके हाव-भाव में तल्खी जरूर दिखी। साथ ही इशारा किया कि वह निजी दौरे पर नहीं, बल्कि लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे हैं। उधर, प्रदेश भाजपा ने महाराष्ट्र के घटनाक्रम पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया। वहीं कांग्रेस ने इसे महाराष्ट्र सरकार व राजभवन के बीच का मामला बताया।
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के मध्य लंबे समय से तनातनी चल रही है। राज्यपाल कोश्यारी के उत्तराखंड दौरे के मद्देनजर यह फिर उजागर हुई है। महाराष्ट्र सरकार से सरकारी विमान उपलब्ध न होने पर कोश्यारी गुरुवार को दोपहर बाद करीब दो बजे व्यावसायिक विमान सेवा से मुंबई से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वह सड़क मार्ग से देहरादून में डिफेंस कालोनी स्थित अपने आवास पर पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट से लेकर देहरादून स्थित आवास पर पहुंचने तक पत्रकारों ने राज्यपाल कोश्यारी को सरकारी विमान उपलब्ध न होने के मसले पर टटोलने की कोशिश की, मगर वह इसे निरंतर टालते रहे। ये बात अलग है कि उनके हाव-भाव में कुछ तल्खी थी, मगर वह चिर-परिचित अंदाज में मुस्कुराते रहे। हालांकि, काफी कुरेदे जाने पर कोश्यारी ने कहा कि वह निजी दौरे पर नहीं हैं। लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी जा रहे हैं। शुक्रवार को वहां कार्यक्रम है।
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उधर, सियासी हल्कों में इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त हुई है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है। राज्यपाल का अलग प्रोटोकाल होता है, जिसका महाराष्ट्र सरकार को पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का आचरण गरिमा के अनुरूप नहीं है। सरकारी दौरे पर आ रहे राज्यपाल को सरकारी विमान उपलब्ध कराया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार के कृत्य से उसका असली चेहरा उजागर हुआ है। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने इसके लिए सीधे तौर पर न तो महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया और न राजभवन को। उन्होंने कहा कि यह मामला महाराष्ट्र सरकार और वहां के राज्यपाल के बीच है। महाराष्ट्र सरकार ने जो भी निर्णय लिया होगा, वह वहां की परिस्थितियों के अनुरूप ही लिया होगा।
आपदा पर जताया दुख
महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी ने चमोली जिले में आपदा से जान-माल के नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने आपदा में मृत व्यक्तियों के स्वजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्र में बचाव एवं राहत कार्यों में मुस्तैदी से जुटी हुई हैं।
कोश्यारी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भेंट महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास में भेंट की। उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य से सम्बन्धित विभिन्न विषयों एवं जनपद चमोली के रैणी क्षेत्र में उत्पन्न आपदा की स्थिति पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित किये जा रहे हैं जिसमें सभी संबंधित एजेंसियों एवं विभागों का सक्रिय सहयोग प्राप्त हो रहा है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित थे।
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