Dehradun: राज्यपाल ने बलिदानियों को दी श्रद्धांजलि, कहा- 'देशवासी उनके शौर्य, पराक्रम की कहानियां रखें याद'
बहादुर जांबाजों के शौर्य पराक्रम और देश के प्रति कर्तव्यनिष्ठा की कहानियां प्रत्येक देशवासी को याद रखनी चाहिए। कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने देश की आन बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी जिसे हमें कभी भुलाना नहीं चाहिए। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के दौरान यह बात कही।
By Jagran NewsEdited By: riya.pandeyUpdated: Wed, 26 Jul 2023 11:37 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून: बहादुर जांबाजों के शौर्य, पराक्रम और देश के प्रति कर्तव्यनिष्ठा की कहानियां प्रत्येक देशवासी को याद रखनी चाहिए। कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने देश की आन, बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, जिसे हमें कभी भुलाना नहीं चाहिए।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने चीड़बाग स्थित शौर्य स्थल पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के दौरान यह बात कही। बुधवार को उत्तराखंड सब एरिया मुख्यालय की ओर से कारगिल विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि कारगिल में हमारे देश के वीर जवानों ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद भी अपने शौर्य व पराक्रम से दुश्मनों को परास्त कर जो विजय हासिल की, वह ऐतिहासिक थी।
राज्यपाल ने कहा- कारगिल में हमारे 527 जांबाज सैनिकों ने दिया सर्वोच्च बलिदान
राज्यपाल ने कहा कि कारगिल में हमारे 527 जांबाज सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुति देकर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया, जिसमें देवभूमि उत्तराखंड के 75 सैनिक शामिल थे। आज उन्हें याद करने का दिन है। राज्यपाल ने कहा कि इस विजय में देवभूमि उत्तराखंड के सैनिकों का बहुत बड़ा योगदान रहा। उन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी व शौर्य का परचम लहराया।जवानों के परिवारों, वीरांगनाओं की हरसंभव मदद करना हमारी जिम्मेदारी- राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि वीर जवानों के परिवारों, वीरांगनाओं और युद्ध में घायल हुए जवानों की हरसंभव मदद करें। यही उन बलिदानियों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।इस अवसर पर राज्यपाल ने शौर्य स्थल में पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं से भी भेंट की। कार्यक्रम में उत्तराखंड सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल संजीव खत्री, डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर अनिर्बान दत्ता सहित उत्तराखंड सब एरिया के अधिकारी, पूर्व सैनिक और वीर नारियां उपस्थित रहीं।