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शैल इको मैराथन इंडिया: इलेक्ट्रिक कार बनाने में ग्राफिक एरा को चौथा स्थान

छात्रों ने बिजली से चलने वाली कार बनाकर देश में चौथा स्थान हासिल किया है। शैल इको मैराथन इंडिया में ग्राफिक एरा की टीम को इस निर्माण के लिए पुरस्कार के रूप ढाई लाख रुपये मिले।

By Raksha PanthariEdited By: Updated: Thu, 05 Dec 2019 07:15 AM (IST)
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शैल इको मैराथन इंडिया: इलेक्ट्रिक कार बनाने में ग्राफिक एरा को चौथा स्थान
देहरादून, जेएनएन। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने बिजली से चलने वाली कार बनाकर देश में चौथा स्थान हासिल किया है। शैल इको मैराथन इंडिया में ग्राफिक एरा की टीम को इस निर्माण के लिए पुरस्कार के रूप ढाई लाख रुपये मिले। 

बंगलुरू में आयोजित शैल इको मैराथन इंडिया 2019 में ग्राफिक एरा की टीम ई.स्क्वायर ने इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप कार बनाकर ऑफ ट्रैक इवेंट में सर्कुलर इकॉनामी अवार्ड जीता। प्रति किलोवाट पॉवर से 108 किलोमीटर चलने वाली सिंगल सीटर रेसिंग कार है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग के फैकल्टी गगन बंसल के नेतृत्व में टीम ई स्क्वायर इस मुकाबले में शामिल हुई। ग्राफिक एरा की टीम ने पेट्रोल प्रोटोटाइप कार के मुकाबले में अपनी ई-कार के साथ भाग लिया। 

इलेक्ट्रिक इको कार्ट में विवि की टीम पहली बार मुकाबले में उतरी थी। इस टीम ने ओवरऑल चौथा स्थान प्राप्त किया है। नई कारें बनाने के लिए ग्राफिक एरा के मैनेजमेंट ने इस टीम को तीन लाख से अधिक की सहायता प्रदान की थी। 

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बीटेक मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष के छात्र मधुर सक्सेना और सत्यम नेगी, टीम मैनेजर थे, जबकि टीम में शिवांशु गौर, उदित, ऋतिज, निशांत, प्रखर, सचिन, अभिनव देवरानी, अभिषेक, अक्षांत, रोहन, प्रणव जोशी, प्रियांशु, अनिमेष, वैभव बिष्ट, अक्षत, वैभव नैनवाल, अंजस, उच्च्वल, आकांशा, अनामिका और रिया शामिल हैं। इलेक्ट्रिक कार बनाकर राष्ट्रीय स्तर के मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करने और पुरस्कार जीतने पर ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष प्रो. कमल घनशाला ने टीम को बधाई दी। 

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