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Happy Doctors Day 2021: कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे डाक्टरों को सलाम

Happy Doctors Day 2021 डाक्टरों को भगवान का दर्जा यूं ही नहीं दिया गया है। कोरोनाकाल में डाक्टरों ने जो काम किया है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। कोरोना की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार में वह दिन-रात एक किए हुए हैं।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 01 Jul 2021 01:52 PM (IST)
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कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे डाक्टरों को सलाम।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Happy Doctors Day 2021 डाक्टरों को भगवान का दर्जा यूं ही नहीं दिया गया है। कोरोनाकाल में डाक्टरों ने जो काम किया है, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। कोरोना की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार में वह दिन-रात एक किए हुए हैं। परिवार से दूर रहना, पीपीई किट में ड्यूटी करना, घंटों पसीने में नहाए रहना, मरीज का इलाज करना, खुद को संक्रमण से बचाना और कोरोना के खतरे से जीतने के इरादे से लड़ना, यह हर चिकित्सक की कहानी है। इमरजेंसी की चुनौती और मरीजों की छोटी से छोटी समस्याओं का ख्याल रखना भी इन्हीं की जिम्मेदारी है।

दून मेडिकल कालेज चिकित्सालय में अब तक कोरोना के सर्वाधिक मरीज भर्ती हुए हैं। जज्बे की बात आएगी तो यहां के चिकित्सकों का जिक्र सबसे पहले आएगा। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत व उप चिकित्सा अधीक्षक डा. एनएस खत्री की अगुआई में चिकित्सकों की टीम ने बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई है। सुविधा व संसाधनों में आवश्यकतानुसार बढ़ोतरी, मरीजों का उपचार, डाक्टरों को गाइडलाइन के अनुसार प्रशिक्षण, डाटा संकलन समेत तमाम जिम्मेदारियां उनके रोज के कार्यों में शुमार रही हैं।

खुद संक्रमित हुए पर डिगे नहीं कदम

प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना, चिकित्सा अधीक्षक डा. केसी पंत व उप चिकित्सा अधीक्षक डा. एनएस खत्री खुद भी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए। इसके बावजूद उन्होंने हौसला नहीं खोया। बीमारी में फोन पर स्टाफ के साथ समन्वय बनाकर रखा। स्वस्थ होने के बाद तुरंत काम पर लौटे और प्रशासनिक जिम्मेदारी बखूबी निभाई।

इलाज के साथ कर रहे डाटा संकलन

कोरोना के नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल छाती व श्वास रोग विभाग के एचओडी और वरिष्ठ पल्मोनोलाजिस्ट हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज से लेकर डाटा संकलन तक का काम उन्हीं के निर्देशन में होता है।

संक्रमितों के उपचार में अहम भूमिका

वरिष्ठ फिजीशियन डा. निधि उनियाल ने बिना थके लगातार अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। कोरोना संक्रमितों के उपचार व उनकी देखभाल में उनका अहम योगदान रहा है।

मरीजों की स्थिति पर रहती है नजर

मेडिसिन विभाग के डा. नारायणजीत एचओडी हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित और संदिग्ध मरीजों की जांच, स्थिति के अनुसार उन्हें डाक्टर को रेफर करना, आइसीयू में मरीजों की स्थिति पर नजर रखना उनकी जिम्मेदारी रही है।

कोआर्डिनेशन का काम बखूबी किया

अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डा. धनंजय डोभाल को कोरोनाकाल में कोआर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी गई। बेड आदि की उपलब्धता से लेकर किसी इमरजेंसी में उनका योगदान सराहनीय रहा है। वह इमरजेंसी के इंचार्ज भी हैं।

रेडियोलाजिस्ट के तौर पर संभाला मोर्चा

अस्पताल के वरिष्ठ रेडियोलाजिस्ट डा. रविकांत कौशिक ने भी कोरोनाकाल में बेहतरीन काम किया है। उन्होंने गंभीर मरीजों के अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच की आइसीयू में ही व्यवस्था बनाई। इसके अलावा वह बिना अवकाश सीटी स्कैन भी करते रहे।

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