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सुबह आठ से शाम छह बजे तक अखाड़ों के लिए रिजर्व रहेंगे गंगा घाट, आम श्रद्धालुओं के लिए ये है व्यवस्था

Haridwar Kumbh Mela 2021 महाशिवरात्रि पर हरकी पैड़ी के गंगा घाट सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक अखाड़ों के रिजर्व रहेंगे। इस दौरान आम श्रद्धालु बाकी गंगा घाटों पर स्नान करेंगे। हरकी पैड़ी पर सुबह आठ बजे से पहले और शाम छह बजे के बाद स्नान कर सकेंगे।

By Raksha PanthriEdited By: Updated: Wed, 10 Mar 2021 05:36 PM (IST)
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सुबह आठ से शाम छह बजे तक अखाड़ों के लिए रिजर्व रहेंगे गंगा घाट। जागरण

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Haridwar Kumbh Mela 2021 महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर हरकी पैड़ी के गंगा घाट सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक अखाड़ों के रिजर्व रहेंगे। इस दौरान आम श्रद्धालु बाकी गंगा घाटों पर स्नान करेंगे। हरकी पैड़ी पर श्रद्धालु सुबह आठ बजे से पहले और शाम छह बजे के बाद स्नान कर सकेंगे। अखाड़ों के स्नान के लिए जाने के दौरान लगभग आधे शहर का यातायात डायवर्ट रहेगा। जिला और मेला पुलिस प्रशासन ने मंगलवार को अखाड़ों के स्नान का रूट और समय निर्धारित कर यातायात प्लान जारी कर दिया। 

महाशविरात्रि स्नान पर्व पर सबसे पहले जूना अखाड़ा आवाहन, अग्नि और किन्नर अखाड़ा सहित स्नान के लिए जुलूस के रूप में हरकी पैड़ी के लिए रवाना होगा। श्री जूना अखाड़ा सुबह 10 बजे अपनी छावनी मायादेवी मंदिर से शुरू होकर अपर रोड पोस्ट आफिस तिराहा से अपर रोड होते हुए 11 बजे हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पहुंचेगा। साढ़े 11 बजे बजे इसी मार्ग से वापसी होकर साढ़े 12 बजे छावनी पहुंचेंगे। दोनों अखाड़ों के छावनी पहुंचने तक श्री निरंजनी अखाड़ा और श्री आनंद अखाड़ा अपनी छावनी श्री निरंजनी अखाड़े से निकलकर वाल्मीकि चौक पर रुका रहेगा। 

दोनों अखाड़े अपर रोड होते हुए करीब एक बजे हरकी पैड़ी पहुंचेंगे। स्नान के बाद अखाड़ा वापसी करते हुए करीब ढाई बजे छावनी पहुंच जाएगा। इस बीच दोपहर करीब डेढ़ बजे श्री महानिर्वाणी अखाड़ा व श्री अटल अखाड़े श्री महानिर्वाणी अखाड़े की छावनी से बंगाली मोड, शंकराचार्य चौक से डाम कोठी पुल पर पहुंचेगा। जब तक श्री निरंजनी और आनंद अखाड़े तुलसी चौक से मुड़कर अपनी छावनी नहीं पहुंच जाते, तब तक दोनों अखाड़े यहीं रुकेंगे, उनके छावनी में पहुंचने के बाद शिवमूर्ति चौक, ललतारौ पुल होते हुए करीब चार बजे हरकी पैड़ी पहुंचेंगे और साढ़े चार बजे वापस रवाना होकर लगभग साढ़े पांच बजे छावनी पहुंचेगे। कुंभ मेला आइजी संजय गुंज्याल ने बताया कि सुबह आठ बजे से हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड और मालवीय घाट आम श्रद्धालुओं से खाली करा लिए जाएंगे। शाम छह बजे के बाद जब अखाड़े स्नान कर चुके होंगे, तब आम श्रद्धालु यहां स्नान कर पाएंगे। 

आम यात्रियों के लिए यह रहेगी यातायात व्यवस्था 

अखाड़ों के स्नान के लिए हरकी पैड़ी आने जाने के दौरान रेलवे स्टेशन, श्रवणनाथ नगर के यात्रियों को शिवमूर्ति नहीं जाने दिया जाएगा, बल्कि उन्हें देवपुरा की तरफ घुमा दिया जाएगा, जो ऋषिकुल रोडवेज के पास से नया पुल होते हुये शंकराचार्य चौराहा चौक से अस्थायी पुल से केशवानन्द आश्रम होते हुए बेलवाला-रोड़ी क्षेत्र में प्रवेश करेगें। स्नान के बाद यह यात्री रोड़ी क्षेत्र के यात्रियों के साथ वापस आएंगे। महानिर्वाणी अखाड़ा के स्नान के लिए ऋषिकुल क्षेत्र की ओर से आने वाले यात्रियों को रानीपुर मोड़ की तरफ मोड दिया जायेगा, जो प्रेमनगर आश्रम पुल पार कर अनुगमन मार्ग से शंकरार्चाय चौक, बेलवाला-रोड़ी क्षेत्र होते हुए हरकी पैड़ी जाएंगे।

भेल और ज्वालापुर की ओर से आने वाले यात्रियों को भी प्रेमनगर आश्रम पुल की तरफ मोड दिया जाएगा। कनखल क्षेत्र से आने वाले यात्री संन्यास रोड़ होकर आयरिश पुल के नीचे से केशवानन्द आश्रम होते हुए रोड़ी क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। जिस समय निरंजनी अखाड़ा का जुलूस चलेगा और वापस जाएगा, उस समय शंकराचार्य चौराहा से तुलसी चौक-शिवमूर्ति चौक तक किसी भी वाहन या पैदल यात्रियों को आने-जाने नहीं दिया जाएगा। 

अवधेशानंद करेंगे सबसे पहले स्नान 

जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी पूजा अर्चना करने के बाद शाही स्नान के दिन सबसे पहले गंगा में स्नान के लिए जाएंगे। इसके बाद ही अखाड़े के नागा संन्यासियों के आलवा अन्य संत एक साथ स्नान करेंगे। 

आवाजाही रोकने को रस्सा टीमें तैनात 

सुबह बजे से ही हरकी पैड़ी से अपर रोड़ पर कोई भी पैदल यात्री, वाहन नहीं चलेगा। ताकि अखाड़ जुलूस के मार्ग में कोई व्यवधान या अवरोध न पड़े। अपर रोड़ में पोस्ट आफिस से हरकी पैड़ी तक प्रत्येक गली पर रस्सा फोर्स रहेगा। जो किसी भी यात्री को अपर रोड़ को नहीं आने देगा। पोस्ट आफिस से हरकी पैड़ी तक रहने वाले लोग विष्णुघाट पुल और गऊघाट पुल से रोड़ी क्षेत्र में स्नान के लिए जाएंगे। इस प्रकार जनाना घाट के किनारे संजय पुल तक का क्षेत्र, जो अखाड़ा स्नान के समय सामान्य स्नानार्थियों के प्रयोग में नहीं आता है। 

आइजी कुंभ मेला हरिद्वार संजय गुंज्याल ने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर अखाड़ों के स्नान का समय और रूट निर्धारित कर दिया गया, ताकि भ्रम या विवाद जैसी कोई बात न हो। मंगलवार शाम से स्नान की डयूटी शुरू हो गई है। सुरक्षा और यातायात के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। 

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