हरीश रावत बोले, गंगा नदी पर परिवहन अनुचित
हरीश रावत ने कहा कि गंगा की अविरलता और स्वच्छता को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच कांग्रेस गंगा पर जल मार्ग और बंदरगाह बनाने के विरोध में आ गई है।
By Edited By: Updated: Wed, 14 Nov 2018 12:02 PM (IST)
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: गंगा तट पर बंदरगाह के साथ ही गंगा नदी पर जल मार्ग बनाने की कांग्रेस ने पुरजोर मुखालफत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीते रोज वाराणसी में बने बंदरगाह को देश को समर्पित करने के बाद कांग्रेस का यह रुख सामने आया है। कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने कहा कि गंगा की पवित्रता और अविरलता के लिए स्वामी सानंद अपना बलिदान दे चुके हैं। गंगा की अविरलता और स्वच्छता को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच कांग्रेस गंगा पर जल मार्ग और बंदरगाह बनाने के विरोध में आ गई है।
मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के केंद्रीय नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को वाराणसी में गंगा तट पर बनाए गए देश के पहले बंदरगाह और गंगा नदी पर जल परिवहन की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को निशाने पर लिया। पूर्व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने कहा कि गंगा की अपनी मौलिकता है। दुनिया में कहीं और ऐसी नदी नहीं है।हिमालय को शिव का स्वरूप माना जाता है। गंगा शिव की जटा से अवतरित हुई है। हमारी धार्मिक-पौराणिक मान्यता में गंगा को माता का दर्जा है। इसके जल में दैवीय औषधीय गुण हैं। उन्होंने कहा कि आज सभी गंगा की अविरलता की बात कर रहे हैं। स्वामी सानंद ने इसके लिए प्राण भी त्याग दिए। गंगा के प्राकृतिक प्रवाह (एनवायरनमेंटल फ्लो) बनाए रखने पर जोर देते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि गंगा की तुलना डैन्यूब, राइन, मिसिसिपी सरीखी यूरोप व अमेरिका की नदियों से नहीं की जा सकती। जल परिवहन के लिए देश में और भी नदियां हैं।
केंद्र सरकार को उनमें परिवहन के लिए ठोस कार्ययोजना के साथ कदम आगे बढ़ाने चाहिए। उन्होंने गंगा पर बने पहले बंदरगाह और जल परिवहन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार की मंशा पर भी सवाल दागे। उन्होंने कहा कि उक्त कार्य एक बहुराष्ट्रीय कंपनी को सौंपा जा रहा है। यह पूरी तरह गलत है। सरकार इस संबंध में आधी-अधूरी कोशिश के स्थान पर स्वयं कार्ययोजना बनाकर कदम आगे बढ़ाए।यह भी पढ़ें: पूर्व सीएम हरीश रावत बोले, मोदी अहंकार से चला रहे हैं सरकार
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