Coronavirus: मंडी पर भारी न पड़ जाए सिस्टम की बेपरवाही Dehradun News
निरंजनपुर सब्जी मंडी में दो दिन सैंपलिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के कदम ठिठक गए। यह स्थिति तब है जबकि मंडी में वृहद स्तर पर संक्रमण का खतरा बरकरार है।
By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Updated: Wed, 03 Jun 2020 01:26 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। निरंजनपुर सब्जी मंडी में दो दिन सैंपलिंग के बाद स्वास्थ्य विभाग के कदम ठिठक गए। यह स्थिति तब है, जबकि मंडी में वृहद स्तर पर संक्रमण का खतरा बरकरार है। यहां तीन ब्लॉक में कई संक्रमित पाए जा चुके हैं। बावजूद इसके सिस्टम बेपरवाह बना हुआ है और मंडी में बेफिक्री से कारोबार हो रहा है। हाई रिस्क एरिया होने के बावजूद न तो सैंपलिंग की जा रही है और न ही मंडी को फिलहाल बंद करने की कोई योजना है।
इन हालात में निरंजनपुर मंडी कभी भी संक्रमण का केंद्र बन सकती है। यह बात ‘दैनिक जागरण’ लगातार उठाता भी रहा है। फिर भी सिस्टम इसे गंभीरता से लेने को राजी नहीं है। मंडी के कई आढ़ती, कर्मचारी व उनके परिवार अब तक संक्रमित पाए जा चुके हैं और तीन ब्लॉक की दुकानें सील हैं। मंडी में कोरोना का पहला केस आने के बाद भी जिम्मेदार महकमों ने गंभीरता नहीं दिखाई थी। मंडी समिति के पत्र लिखने के बाद भी कई दिन तक स्वास्थ्य विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया। मामले बढ़ने लगे तब जाकर यहां सैंपलिंग शुरू हुई, लेकिन सिर्फ दो दिन सैंपलिंग कर स्वास्थ्य विभाग शांत बैठ गया।
इस दौरान शुक्रवार को 99 तो शनिवार को 57 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जिनकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। इसके बाद रविवार को मंडी बंद रही और सोमवार व मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम सैंपल लेने ही नहीं पहुंची। पूछने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का जवाब था कि उनके पास सैंपलिंग के लिए टीम ही नहीं है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि अगर पर्याप्त संसाधन नहीं हैं तो क्या मंडी और यहां रोजाना कारोबार के लिए पहुंच रहे आढ़ती, कर्मचारी, वेंडर व उनके संपर्क में आने वाले तमाम लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाए।
तीन ब्लॉक में संक्रमण चिंताजनकमंडी में जो पहला संक्रमित मिला, वह डी-ब्लॉक के एक आढ़ती का कर्मचारी था। इसके बाद कर्मचारी का मुंशी पिता भी संक्रमित पाया गया। फिर पड़ोस की दुकान के आढ़ती और कर्मचारी भी संक्रमित पाए जाने लगे। डी-ब्लॉक के पास ही स्थित ए-ब्लॉक के भी दो आढ़ती पॉजिटिव मिले। अब बी-ब्लॉक में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद चुनौती और चिंता दोनों बढ़ गए हैं। मंगलवार को भी एक संक्रमित आढ़ती के परिवार के चार लोगों के पॉजिटिव पाए जाने की सूचना है।
एक दिन के लिए मंडी बंद नई व्यवस्था के तहत आज यानी बुधवार को निरंजनपुर मंडी बंद की गई है। पूरा दिन यहां दुकानों और गोदामों में सेनिटाइजेशन का कार्य किया जाना है। इसे देखते हुए मंगलवार को ही वेंडरों ने अतिरिक्त स्टॉक रख लिया था। मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा के निर्देश पर नई व्यवस्था बनाई गई है। जिसके तहत मंडी को सप्ताह में दो दिन बंद रखा जा रहा है। हर बुधवार और रविवार को मंडी में सेनिटाइजेशन कराया जा रहा है। इस दौरान आढ़तियों को दुकानें और गोदाम खाली कराने को कहा गया है। मंडी सचिव विजय थपलियाल ने बताया कि वेंडरों के पास पर्याप्त स्टॉक है। बाजार में फल-सब्जी की कोई कमी नहीं होगी।
क्वारंटाइन पूरा करने के बाद देना होगा शपथ पत्रनिरंजनपुर सब्जी मंडी में सील की गई दुकानों के आढ़ती और कर्मचारी होम क्वारंटाइन में हैं। क्वारंटाइन अवधि पूरी करने के बाद आढ़तियों को दुकान खोलने से पूर्व एक शपथ पत्र भरना होगा। जिसके अनुसार वह भविष्य में दुकान में खुद के या किसी कर्मचारी के संक्रमित पाए जाने पर स्वयं ही जिम्मेदार होंगे।
मंडी समिति के अध्यक्ष ने अधिकारियों को यह व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मंडी समिति के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया मंडी में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद ए, बी और डी ब्लॉक की कुल 29 दुकानों को सील किया गया है। साथ ही संबंधित दुकानों के आढ़ती और कर्मचारी होम क्वारंटाइन हैं। अगले कुछ दिनों में आढ़तियों की 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरी हो जाएगी। इसके बाद उनसे दुकान खोलने से पहले शपथ पत्र लिया जाएगा। जिसमें दुकान में संक्रमण मिलने पर पूरी जिम्मेदारी आढ़ती की होगी। साथ ही दुकान में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए भी मास्क, दस्ताने, सेनिटाइजर का प्रयोग और शारीरिक दूरी का अनुपालन अनिवार्य होगा। उधर, मंडी सचिव विजय प्रसाद थपलियाल ने मंडी के निरीक्षण के दौरान एक आढ़ती को बिना मास्क के पाया। आढ़ती से मौके पर ही एक हजार रुपये जुर्माना वसूला गया।
आढ़तियों ने भी की सैंपलिंग जारी रखने की मांगनिरंजनपुर मंडी में बढ़ रहे कोरोना के ग्राफ से आढ़तियों के साथ ही यहां काम करने वाले और सब्जी खरीदने आ रहे फुटकर व्यापारी दहशत में हैं। इसके बावजूद सभी मंडी पहुंच रहे हैं, क्योंकि रोजी-रोटी भी जरूरी है। आढ़ती भी सैंपलिंग की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सक्षम आढ़ती तो निजी लैब में कोरोना की जांच करा रहे हैं, लेकिन श्रमिक वर्ग का क्या। उनके लिए स्वास्थ्य विभाग को सैंपलिंग की व्यवस्था करनी चाहिए। आढ़ती एसोसिएशन ने स्वास्थ्य विभाग से मंडी में सैंपलिंग जारी रखने की मांग की है।
यह भी पढ़ें: Coronavirus: टिहरी के लिए राहत भरी खबर, कोरोना को हराकर घर लौटे पहले पांच संक्रमितस्टाफ की कमी के चलते सैंपलिंग में दिक्कत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला के अनुसार, मंडी में दो दिन सैंपलिंग की गई। लेकिन, स्टाफ कम होने के कारण फिलहाल वहां सैंपलिंग संभव नहीं हो पा रही है। शहर के क्वारंटाइन सेंटर और सीमाओं पर भी सैंपलिंग में टीम जुटी हुई है। यदि मंडी को सप्ताह में कुछ ही दिन खोला जाए तो वहां सैंपलिंग की जा सकती है।
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