Hemkund Sahib: प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद, इस बार सिर्फ 36 दिन चली यात्रा
हेमकुंड साहिब के कपाट पूरे विदि-विधान के लिए शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के दौरान करीब 1350 सिख श्रद्धालु अंतिम अरदास के साक्षी रहे। इसके साथ ही पवित्र तीर्थ लक्षण मंदिर-लोकपाल के कपाट भी बंद हुए हैं।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Sat, 10 Oct 2020 10:17 PM (IST)
जोशीमठ(चमोली), जेएनएन। Hemkund Sahib प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब के कपाट पूरे विदि-विधान के लिए शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट बंद होने के दौरान करीब 1350 सिख श्रद्धालु अंतिम अरदास के साक्षी रहे। इसके साथ ही पवित्र तीर्थ लक्षण मंदिर-लोकपाल के कपाट भी बंद हुए हैं। आपको बता दें, हेमकुंड साहिब के कपाट हर साल मई महीने में खुलते थे, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते एहतियातन चार सितबर को खोले गए। गौरतलब है कि चमोली जिले में स्थित हेमकुंड साहिब सिखों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है।
समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित है सिखों का पवित्र तीर्थस्थल श्री हेमकुंड साहिब।शनिवार दोपहर डेढ़ बजे धाम केे कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के दौरान करीब 1350 सिख श्रद्धालु अंतिम अरदास के साक्षी रहे। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शनिवार सुबह से शुरू हो गई थी। सुबह साढ़े नौ बजे पहली अरदास हुई।
इसके बाद 10 बजे सुखमणी का पाठ और 11 बजे शबद कीर्तन हुआ। दोपहर साढ़े 12 बजे इस साल की अंतिम अरदास पढने के बाद गुरू ग्रंथ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सचखंड में विराजमान किया गया और फिर कपाट पूरे विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते हेमकुंड साहिब के कपाट देर से चार सितंबर को श्रद्धालुओं के लिए खोले गए थे। इस साल 36 दिनों तक चली यात्रा में करीब 8500 श्रद्धालुओं ने हेमकंड साहिब में मत्था टेका, जबकि पिछले वर्ष 2.39 लाख से अधिक श्रद्धालु हेमकुंड साहिब पहुंचे थे।
यह भी पढ़ें: जानें- कब और किसने की थी प्रसिद्ध हेमकुंड साहिब की खोज, इस किताब में है जिक्रहेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने कहा कि 36 दिनों तक चली इस साल की यात्रा में उन्हें शासन, प्रशासन, पुलिस के साथ ही स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला। इसके लिए ट्रस्ट सभी का अभार व्यक्त करता है। बताया कि हेमकुंड साहिब पहुंचे सभी श्रद्वालुओं ने भी कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए ट्रस्ट को पूरा सहयोग दिया है। हेमुकंड साहिब के कपाट बंद होने के अवसर पर ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी सरदार रविन्द्र सिंह, दिल्ली से संदीप सिंह, पंजाब से गुरमक सिंह के साथ ही पुणे, नागपुर, उत्तराखंड बाजपुर आदि कई जगहों से संगत मौजूद रही। वहीं, उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हिंदुओं के पवित्र तीर्थ लक्षण मंदिर-लोकपाल के कपाट भी पूरे विधि-विधान के साथ शनिवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है।
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