डीएवी से हिमांशु और डीबीएस में मनीषा एनएसयूआइ के दावेदार Dehradun News
एनएसयूआइ ने डीएवी पीजी कॉलेज में अध्यक्ष पद पर हिमांशु रावत को बतौर अध्यक्ष प्रत्याशी बनाया है। डीबीएस से अध्यक्ष की दावेदार मनीषा नेगी होंगी।
By BhanuEdited By: Updated: Mon, 02 Sep 2019 12:28 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने प्रदेश के सबसे बड़े डीएवी पीजी कॉलेज में छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर बीएससी आइटी प्रथम वर्ष के छात्र हिमांशु रावत को बतौर अध्यक्ष प्रत्याशी मैदान में उतारा है। डीबीएस से अध्यक्ष की दावेदार मनीषा नेगी होंगी। कांग्रेस भवन में हुई पत्रकार वार्ता के दौरान एनएसयूआइ के प्रदेश प्रभारी अनुशेष शर्मा व प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने संगठन के प्रत्याशी और चुनाव लड़ने की रणनीति सामने रखी।
उन्होंने बताया कि डीएवी कॉलेज में एनएसयूआइ केवल अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ेगी। डीबीएस में अध्यक्ष पद के अलावा विश्वविद्यालय प्रतिनिधि पद पर संजय उनियाल चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश प्रभारी ने कहा कि एनएसयूआइ में कोई गुटबाजी नहीं है। वरिष्ठ छात्र नेताओं के अनुभव का चुनाव के दौरान लाभ लिया जाएगा। संगठन का एक ही लक्ष्य है कि सभी कॉलेजों में अधिक से अधिक प्रत्याशी चुनाव जीतने में सफल हों। उन्होंने कहा कि छात्र नेता व पदाधिकारियों को अलग-अलग कॉलेजों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस मौके पर एनएसयूआइ नेता व पार्षद आयुष गुप्ता, युकां के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र नेगी, युका के प्रदेश उपाध्यक्ष रॉबिन त्यागी, एनएसयूआइ के जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, विकास नेगी, नित्यानंद कोठियाल आदि मौजूद रहे।
एमकेपी में नीतू बिष्ट अध्यक्ष प्रत्याशी
एमकेपी में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने अध्यक्ष सहित पूरे पैनल को मैदान में उतार दिया है। अध्यक्ष पद पर नीतू बिष्ट पर दांव खेला गया है। उपाध्यक्ष की उम्मीदवार इरम मिर्जा, महासचिव मानसी बड़थ्वाल, सहसचिव नेहा, कोषाध्यक्ष रोहिणी व विवि प्रतिनिधि अदिति कुमारी को उतारा है।
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हालांकि, संगठन ने जिस पैनल पर मुहर लगाई, उसे लेकर पहले ही मतभेद सामने आ चुके हैं। नाराज वर्तमान अध्यक्ष निवेदिता राज सिरोला ने एनएसयूआइ प्रदेश प्रभारी अनुशेष शर्मा को अपना त्याग पत्र सौंपा।
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बताया कि वह वर्तमान में छात्र संघ अध्यक्ष हैं। उनसे बिना किसी विचार-विमर्श के संगठन ने अपनी मर्जी से पैनल मैदान में उतार दिया। जिससे कॉलेज में एनएसयूआइ में मतभेद बढ़ गए हैं। इसलिए वह संगठन की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं।
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