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देहरादून में शांत बैठे अपराधियों की बंद होगी हिस्ट्रीशीट

दून पुलिस ने जिले में लंबे समय से निष्क्रिय और छोटे-मोटे काम कर समाज की मुख्यधारा में लौट चुके अपराधियों की हिस्ट्रीशीट बंद करने का निर्णय लिया है। वहीं नए सक्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी की जा रही है।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Tue, 15 Dec 2020 09:05 PM (IST)
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दून पुलिस ने निष्क्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट बंद करने का निर्णय लिया है
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून पुलिस ने जिले में लंबे समय से निष्क्रिय और छोटे-मोटे काम कर समाज की मुख्यधारा में लौट चुके अपराधियों की हिस्ट्रीशीट बंद करने का निर्णय लिया है। वहीं, नए सक्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने की तैयारी की जा रही है।

इसके लिए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के निर्देश पर इन दिनों जिले में हिस्ट्रीशीटरों की थानों में परेड करवाई जा रही है। जिले में कुल 220 हिस्ट्रीशीटर हैं। इनमें से 151 की अब तक विभिन्न थानों में परेड करवाई जा चुकी है। इसके अलावा 18 हिस्ट्रीशीटर जेल में बंद है। चार की मौत हो चुकी है। बाकी 47 की तलाश की जा रही है। हिस्ट्रीशीटरों का रिकॉर्ड भी तैयार किया जा रहा है, ताकि कोई आपराधिक घटना होने पर पूछताछ करने में आसानी हो। 

डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि जिले के सभी थानेदारों को हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराने का निर्देश दिया गया है। ज्यादातर हिस्ट्रीशीटरों की परेड कराई जा चुकी है। बाकी की परेड जल्द से जल्द कराई जाएगी। हिस्ट्रीशीटरों की निरंतर निगरानी करने को भी कहा गया है।

कोई दुकान चला रहा तो कोई ड्राइवरी से कर रहा जीवनयापन

पुलिस को हिस्ट्रीशीटरों की निगरानी के दौरान पता चला कि कई हिस्ट्रीशीटर अपराध की दुनिया छोड़ सामान्य जीवन जी रहे हैं। किसी ने परचून की दुकान खोल ली है तो कोई ड्राइवरी कर जीवनयापन कर रहा है। मंगलवार को शहर कोतवाली में 11 हिस्ट्रीशीटरों की परेड हुई। सभी हिस्ट्रीशीटरों ने बताया कि वह अब अपराध की दुनिया को छोड़कर सामान्य जीवन जी रहे हैं।

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