निगरानी : अस्पतालों को रोज देनी होगी रेमडेसिविर के इस्तेमाल की जानकारी
राज्य सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत अब रेमडेसिविर की बिक्री और इसके इस्तेमाल की नियमित निगरानी की जाएगी। मेडिकल स्टोर होलसेलर और स्टॉकिस्ट हर दिन रेमडेसिविर की बिक्री की जानकारी औषधि नियंत्रण विभाग को देंगे।
By Sunil NegiEdited By: Updated: Mon, 26 Apr 2021 02:27 PM (IST)
जागरण संवाददाता, देहरादून। राज्य सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत अब रेमडेसिविर की बिक्री और इसके इस्तेमाल की नियमित निगरानी की जाएगी। मेडिकल स्टोर, होलसेलर और स्टॉकिस्ट हर दिन रेमडेसिविर की बिक्री की जानकारी औषधि नियंत्रण विभाग को देंगे। निजी व सरकारी चिकित्सा संस्थानों को इसके इस्तेमाल की जानकारी देनी होगी।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वहीं, गंभीर मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की लगातार कमी बनी हुई है। फिलवक्त राज्य को केंद्र से 3200 इंजेक्शन मिले हैं। जिन्हें सरकारी व निजी अस्पतालों को मांग के अनुसार वितरित किया गया है।इंजेक्शन की कीमत तय करने के बाद अब सरकार ने इसकी कालाबाजारी और गैर वाजिब इस्तेमाल रोकने के लिए भी कदम उठाया है। जिसके तहत प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने समस्त मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, समस्त राजकीय व निजी चिकित्सा संस्थान और मेडिकल स्टोर/हॉलसेलर के लिए निर्देश जारी किए हैं।
कहा गया है कि उन्हें हर दिन शाम छह बजे तक इंजेक्शन के वितरण/विक्रय की जानकारी तय प्रारूप में औषधि नियंत्रण विभाग को देनी होगी। इसमें उन्हें मरीज का नाम, इंजेक्शन की संख्या, आधार कार्ड संख्या, आरटीपीसीआर रिपोर्ट, चिकित्सकीय परामर्श, तीमारदार का नाम व मोबाइल नंबर और इंजेक्शन के मूल्य का उल्लेख करना है। इससे संबंधित अभिलेख भी साथ संलग्न करने होंगे।श्री श्याम सुंदर मंदिर में 280 ने लगवाया टीका
देहरादून: पटेलनगर स्थित श्री श्याम सुंदर मंदिर में समर्पण संस्था की ओर से टीकाकरण शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 280 लोग ने कोरोना का टीका लगवाया। संस्था की चेयरमैन डॉ. गीता खन्ना ने कहा कि संस्था की ओर से छह केंद्रों पर रोजाना करीब 900 व्यक्तियों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है।यह भी पढ़ें-उत्तराखंड में पहाड़ पर भी तेज हुआ कोरोना का प्रसार, सबसे ज्यादा ये जिले हैं प्रभावितUttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें
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