Chakrata Tourism: एडवेंचर से भरपूर चकराता में होटल हो गए हैं बुक, पर्यटकों को भा रही ट्रेकिंग व कैंपिंग
Chakrata Tourism चकराता क्षेत्र में पर्यटकों के ठहरने के लिए सीमित सुविधा होने के कारण पर्यटक अब कैंपिंग वाले टेंट में भी रहना पसंद कर रहे हैं। युवा कैपिंग व ट्रैकिंग टेंट की सुविधा भी पर्यटकों को उपलब्ध कराकर अच्छी कमाई कर रहे हैं। कैंपिंग कर रहे लोग खूबसूरत बुग्याल या बीच जंगल में टेंट लगाकर रात्रि विश्राम की व्यवस्था कर रहे हैं।
By rajesh panwarEdited By: Swati SinghUpdated: Tue, 19 Dec 2023 04:00 PM (IST)
राहुल चौहान, चकराता। यूं तो चकराता अपने सुकून देने वाले वातावरण जाना जाता है। यहां के प्राकृतिक नजारे, झरने और मनोहारी देवदार के जंगल, मखमली घास के बुग्याल यहां पर पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। चकराता क्षेत्र में प्रकृति प्रेमियों व ट्रैकिंग की रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए उपयुक्त स्थान है। इस के चलते पर्यटकों ने होटल, होम स्टे, रिसॉर्ट की नए वर्ष के जश्न के लिए एडवांस बुकिंग शुरू हो गयी है।
चकराता क्षेत्र में पर्यटकों के ठहरने के लिए सीमित सुविधा होने के कारण पर्यटक अब कैंपिंग वाले टेंट में भी रहना पसंद कर रहे हैं। युवा कैपिंग व ट्रैकिंग टेंट की सुविधा भी पर्यटकों को उपलब्ध कराकर अच्छी कमाई कर रहे हैं।
चकराता में विदेशी पर्यटकों पर है प्रतिबंध
कैंपिंग कर रहे लोग खूबसूरत बुग्याल या बीच जंगल में टेंट लगाकर रात्रि विश्राम की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके साथ कनासर क्षेत्र में पर्यटक आग जलाकर खुले में अपनी भोजन की व्यवस्था करते हैं। इस एडवेंचर के चलते पर्यटक चकराता क्षेत्र में उमड़ते हैं। कैंपिंग व ट्रैकिंग पर्यटक काफी पसंद करते हैं, क्योंकि चकराता में विदेशी पर्यटक पर प्रतिबंध है, इसलिए यहां पर देश के विभिन्न राज्यों के पर्यटक ही आते हैं। क्षेत्र के दर्जनों युवा कैंपिंग व्यवसाय से अपने साथ अनेक लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहे हैं।कैपिंग पर्यटकों की पसंदीदा जगह
चकराता क्षेत्र में सेनानियों से कैंपिंग करा रहे युवा प्रीतम चौहान, सूर्य प्रताप सिंह चौहान, विशाल जोशी, जयवीर चौहान, अरविंद जोशी, शुभम जोशी, रघुवीर सिंह चौहान आदि बताते हैं कि कैपिंग पर्यटकों को खूब पसंद आती है। पर्यटकों के लिए एक अलग व अनोखा अहसास होता है, जिसमें पर्यटक प्रकृति से सीधे रूबरू होते हैं। कैंपिंग टेंट से बाहर निकलते ही प्रकृति के सुंदर नजारे मन मोह लेते हैं। पक्षियों की मधुर चहचहाट सुकून देने वाली है।
पर्यटकों को भा रहा ट्रैकिंग एडवेंचर
ट्रैकिंग एडवेंचर में पर्यटकों को एक टेंट, स्लीपिंग बैग, इमरजेंसी टॉर्च, व खाने पकाने के लिए कुछ बर्तन के साथ पानी की व्यवस्था करके दी जाती है। कैंपिंग करने आए एक व्यक्ति से ट्रैकिंग व कैंपिंग का 1500 से लेकर 2000 रुपये तक शुल्क लिया जाता है और पर्यटकों के साथ कैंपिंग करा रहे स्थानीय युवा भी साथ जाते हैं, जो एक गाइड के रूप में पर्यटकों को पर्यटन स्थलों पर घुमाते हैं, उसकी खूबियां बताते हैं।शांत वातावरण में समय बिताने आ रहे पर्यटक
दिल्ली से आए पर्यटक शुभम मिश्रा, कमलेश पटेल, निशांत अग्रवाल, मनप्रीत सिंह आदि का कहना है कि कैंपिंग व ट्रैकिंग एडवेंचर का उनका अनुभव काफी अच्छा रहा। भीड़ भाड़ से दूर शांत वातावरण में सुकून मिलता है। यहां पर स्रोत से निकलते पानी का स्वाद भी अच्छा है, जो थोड़ी देर में ही खाना पचा देता है।
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