घर में आइसोलेशन की जगह नहीं तो जाना होगा कोविड केयर सेंटर, संक्रमण रोकने के लिए उठाया कदम
उत्तराखंड सरकार ने साफ किया है कि यदि कोरोना संक्रमित किसी मरीज को आइसोलेशन में रहने के लिए घर में अलग से कमरे की व्यवस्था नहीं है तो उसे निकटतम कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) में भेजकर इलाज किया जाए।
By Raksha PanthriEdited By: Updated: Sat, 15 May 2021 11:09 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने साफ किया है कि यदि कोरोना संक्रमित किसी मरीज को आइसोलेशन में रहने के लिए घर में अलग से कमरे की व्यवस्था नहीं है तो उसे निकटतम कोविड केयर सेंटर (सीसीसी) में भेजकर इलाज किया जाए। इससे परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा। प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
बीते दिनों अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मरीजों को होम आइसोलेशन में ही रखने पर ज्यादा जोर दिया जा रहा था। इस दौरान यह जानकारी सामने आई कि कई मरीजों का पूरा का पूरा परिवार कोरोना संक्रमित है। जब पड़ताल हुई तो पता चला कि घर में संक्रमित के लिए पृथक कमरा और शौचालय न होने के कारण पूरा परिवार संक्रमण की चपेट में आ रहा है। इससे भी संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगातार अस्थायी कोविड केयर सेंटर, कोविड हेल्थ केयर सेंटर व कोविड केयर अस्पताल बढ़ा रही है। इस समय सरकार के पास कोविड केयर सेंटर और कोविड केयर हेल्थ सेंटर में पर्याप्त संख्या में बेड हैं।
इसके अलावा भी विभिन्न जनपदों में कोविड केयर सेंटर बनाए जा रहे हैं। ऐसे में सरकार ने किसी मरीज के घर में पृथक आइसोलेशन की सुविधा न होने पर उन्हें केयर सेंटर भेजकर इलाज कराने की बात कही है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने सभी जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारियों को पत्र भेजकर मरीजों को कोविड केयर सेंटर में रखने की पूर्ववत व्यवस्था फिर से लागू करने की हिदायत दी है।
यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आइसोलेशन के लिए कोविड केयर सेंटर में बिजली, पानी, मरीजों के लिए भोजन इत्यादि और दवाओं की सुचारू व्यवस्था रहे। चिकित्सकों की टीम को सेंटर पर मरीजों का नियमित रूप से परीक्षण करने के निर्देश हैं।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में मौत का बढ़ता आंकड़ा बढ़ा रहा है चिंता
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।