इग्नू ने एमबीए और पीएचडी के लिए शुरू किए दाखिले, जानिए शेड्यूल
इग्नू सत्र 2020-21 के लिए एमबीए और पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों कार्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन एनटीए के माध्यम से किया जाएगा।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Wed, 04 Mar 2020 04:57 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) सत्र 2020-21 के लिए एमबीए और पीएचडी प्रोग्राम में दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है। दोनों कार्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से किया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 23 मार्च 2020 तक निर्धारित की गई है। प्रवेश परीक्षा 29 अप्रैल को आयोजित की जाएगी।
इग्नू के क्षेत्रीय केंद्र ने मंगलवार को बयान जारी कर बताया कि दोनों कार्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए इग्नू की अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इग्नू की वेबसाइट से अभ्यर्थी को एनटीए की वेबसाइट का लिंक मिल जाएगा। प्रवेश परीक्षा का प्रवेश पत्र एनटीए की वेबसाइट पर नौ अप्रैल से उपलब्ध होगा। यह है आवेदन शुल्क
एमबीए में प्रवेश के लिए सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थी के लिए आठ सौ रुपये, जबकि एससी-एसटी श्रेणी के लिए शुल्क छह सौ रुपये निर्धारित किया गया। इसी प्रकार पीएचडी में सामान्य श्रेणी को एक हजार रुपये, जबकि आरक्षित श्रेणी के लिए आठ सौ रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित है।
शैक्षिक योग्यता
एमबीए में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थी को सामान्य वर्ग से 50 फीसद अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण जबकि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी को 45 फीसद अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण अनिवार्य है। उधर, पीएचडी में दाखिले की योग्यता संबंधी निर्देश आवेदन करने के दौरान ऑनलाइन इनफार्मेशन बुलेटिन में दिया गया है। इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in
एनटीए की वेबसाइट का लिंक ignouexams.nta.nic.inइग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आशा शर्मा ने बताया कि एमबीए का संचालन इग्नू के देहरादून और हल्द्वानी स्थित क्षेत्रीय केंद्रों से संचालित किए जाएंगे। जबकि पीएचडी कार्यक्रम का संचालन सीधे इग्नू के मुख्यालय दिल्ली से किया जाएगा। जेएनयू में दाखिले को आवेदन शुरू जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) दिल्ली में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा (जेएनयूईई-2020)11 से 14 मई के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) कराएगी। एनटीए की ओर से यह जानकारी मंगलवार को दी गई।
जेएनयू में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनटीए की तरफ से कराई जाने वाली परीक्षाएं कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) होंगी। परीक्षा से जुड़ी जानकारियों के लिए छात्र-छात्राएं जेएनयू की आधिकारिक वेबसाइट jnue&ams.nta.nic.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा एनटीए की वेबसाइट www.nta.ac.in पर भी इच्छुक अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। 31 मार्च तक होंगे रजिस्ट्रेशन
जेएनयू की प्रवेश परीक्षा में शामिल के लिए अभ्यर्थी 31 मार्च शाम पांच बजे तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। साथ ही 31 मार्च रात 11 बजे तक फीस जमा कर सकते हैं। एनटीए देश के विभिन्न मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करता है। जेएनयू प्रशासन ने दूसरी बार प्रवेश परीक्षा की जिम्मेदारी एनटीए को दी है। 2018 तक विवि कराता था परीक्षा
इससे पहले साल 2018 तक जेएनयू खुद प्रवेश परीक्षा का आयोजन करता था। अब विवि का बायोटेक्नोलॉजी विभाग संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन करेगा, जोकि एमएससी पेज बायोटेक्नोलॉजी, एमएससी एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी, एमवीएससी और एमटेक बायोटेक्नोलॉजी के पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए होगी। सीटेट के लिए अब नौ मार्च तक करें आवेदन जुलाई में होने वाले सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटेट) के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख एक बार फिर आगे बढ़ गई है। अब अभ्यर्थी नौ मार्च तक सीटेट के लिए आवेदन कर सकते हैं। जबकि 13 मार्च तक ऑनलाइन शुल्क भरा जा सकता है।
सीबीएसई की ओर से पांच जुलाई को देशभर में सीटेट का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सीबीएसई ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 24 जनवरी को शुरू की थी। जिसके लिए आखिरी तारीख 24 फरवरी तय थी। जिसे बाद में बढ़ाकर दो मार्च कर दिया गया। अब एक बार फिर रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख बढ़ा दी गई है। सीटीईटी का आयोजन पहली कक्षा से आठवीं तक के स्कूल में शिक्षक के रूप में उम्मीदवारों की पात्रता का परीक्षण करने के लिए किया जाता है। जो उम्मीदवार कक्षा एक से पांचवीं तक पढ़ाना चाहते हैं, उन्हें पेपर-1 लेना होगा।
वहीं, जो लोग छठी से आठवीं कक्षा के शिक्षक बनना चाहते हैं, उन्हें पेपर-2 चुनना होगा। उम्मीदवार दोनों प्रश्न पत्रों के लिए उपस्थित होने का विकल्प भी चुन सकते हैं। सीटेट परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को टीईटी पात्रता प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा, जिसका उपयोग करके वह देशभर के स्कूलों में शिक्षक के रूप में आवेदन कर सकते हैं। सीटीईटी प्रमाण पत्र सात साल की अवधि के लिए वैध है।
जेईई मेन के आवेदन को सिर्फ चार दिन बाकी जेईई मेन की अप्रैल में होने वाली परीक्षा के लिए आवेदन को अब सिर्फ तीन दिन रह गए हैं। जो अभ्यर्थी जनवरी में हुई जेईई मेन में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, वे इस परीक्षा में अपना स्कोर सुधार सकते हैं। बता दें, जेईई मेन अब साल में दो बार आयोजित की जाती है। अप्रैल में होने वाली परीक्षा के लिए सात मार्च तक आवेदन किए जा सकते हैं। साथ ही आवेदन शुल्क जमा करने और इमेज अपलोडिंग की आखिरी तारीख आठ मार्च तय की गई है।
यह भी पढ़ें: दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए आवेदन शुरू, दो जून को होगी परीक्षापांच अप्रैल से शुरू होगी परीक्षा जेईई मेन ऑनलाइन मोड में पांच से 11 अप्रैल तक आयोजित होगी। जेईई मेन के जरिये 12वीं पास छात्र देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला ले सकते हैं। जेईई मेन की रैंक के आधार पर छात्र जेईई एडवांस के लिए अर्ह होता है। जिसके जरिये आइआइटी में प्रवेश मिलता है।
यह भी पढ़ें: तनावमुक्त रहकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें: शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे17 मई को होगा जेईई एडवांस अप्रैल में होने वाली इस परीक्षा के बाद दोनों परीक्षा के स्कोर के आधार पर रैंक तय की जाएगी। इसके बाद जेईई एडवांस का आयोजन 17 मई को होगा। इसमें दो पेपर होंगे। पहला पेपर सुबह 9 से 12 बजे तक और दूसरा दोपहर ढाई से साढ़े पांच बजे तक होगा। यह परीक्षा पूरी तरह कंप्यूटर बेस्ड होगी। यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में 600 प्राथमिक स्कूलों का होगा विलय, जानिए क्या है वजह
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