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अनशन पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बिगड़ा स्वास्थ्य, पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया

मानदेय वृद्धि स्मार्टफोन की अनिवार्यता वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बेमियादी अनशन पर डटीं दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का स्वास्थ्य बिगड़ गया।

By BhanuEdited By: Updated: Tue, 14 Jan 2020 01:43 PM (IST)
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अनशन पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का बिगड़ा स्वास्थ्य, पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया
देहरादून, जेएनएन। मानदेय वृद्धि, स्मार्टफोन की अनिवार्यता वापस लेने समेत विभिन्न मांगों को लेकर बेमियादी अनशन पर डटीं दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का स्वास्थ्य बिगड़ गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक को अस्पताल पहुंचाया, जबकि दूसरी कार्यकर्ता के स्वास्थ्य में कुछ सुधार को देखते हुए धरनास्थल पर बैठने दिया।

परेड ग्राउंड स्थित धरनास्थल पर पिछले चार दिनों से बेमियादी अनशन पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शशि थापा और नीलम पालीवाल की स्वास्थ्य बिगडऩे पर कोरोनेशन अस्पताल के चिकित्सक जांच के लिए पहुंचे। दोनों कार्यकर्ताओं के ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच की गई। चिकित्सकों के जाने के कुछ समय बाद शशि थापा का स्वास्थ्य अचानक बिगड़ गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने दून अस्पताल पहुंचाया। 

आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका मिनी कर्मचारी संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी ने कहा कि एक-एक कर सभी कार्यकर्ताओं का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है, लेकिन सरकार इसके बाद भी कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं कर रही है। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष विमला कोहली, महामंत्री सुमति थपलियाल, संगठन मंत्री मीनाक्षी रावत, प्रतिभा शर्मा, मीना रावत, बीना जोशी, आशा थपलियाल, बसंती रावत, विमला गैरोला आदि मौजूद रहीं। 

दो दिन में दो कार्यकर्ता पहुंचीं अस्पताल

बेमियादी हड़ताल पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के स्वास्थ्य में गिरावट आ रही है। रविवार को जहां सविता शर्मा के स्वास्थ्य बिगडऩे पर उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, वहीं सोमवार को शशि थापा को भी अस्पताल में भर्ती किया।

आंदोलन जारी रखने की चेतावनी 

कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होंगी, आंदोलन को जारी रखा जाएगा। कहा कि एक माह से अधिक समय से मांगों को लेकर संघर्ष करने के बाद भी स्थिति जस की तस है। सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रही है। जिसे लेकर कार्यकर्ताओं में भारी रोष है। 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन

विकासनगर विकासखंड कार्यालय परिसर में धरने के 19वें दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस ने समर्थन देकर मांगों को जायज बताया। इसी के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जल्द मांगें पूरी नहीं होने पर धरने को क्रमिक अनशन में तब्दील करने की चेतावनी दी।

18 हजार रुपये मानदेय आदि मांगों को लेकर स्थानीय ब्लॉक परिसर में धरने पर बैठीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष संजय किशोर, शहर अध्यक्ष शम्मी प्रकाश व प्रेम प्रकाश अग्रवाल ने आंदोलन को समर्थन दिया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी अपने स्तर से भी मांगें पूरी कराने का दबाव बनाएगी। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि जल्द ही धरने को क्रमिक अनशन में तब्दील किया जाएगा। 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि मानदेय कम होने के कारण परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो रहा है। एसडीएम से मिलने वालों में संध्या नेगी, रुचि डोगरा, ऊषा शाह, सत्यवती, अनीता रानी, नंदिनी, सोनिया देवी, रजनी, रामा, पूजा, सुधा, उमेश रानी, मधु चौहान, सुषमा राणा, माहेश्वरी आदि कार्यकर्ता शामिल रहीं। 

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की प्रमुख मांगें

-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सेविका को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। -आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्रेड-3 व हेल्पर को ग्रेड-4 का दर्जा दिया जाए।

-जब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारी घोषित न किया जाए, तब तक कार्यकर्ताओं को 18 हजार रुपये व हेल्पर को 15 हजार रुपये मानदेय दिया जाए।

-मिनी आंगनबाड़ी को कार्यकर्ताओं के समान मानदेय, समान कार्य व पूर्ण केंद्र का दर्जा दिया जाए।

-सहायिका को कार्यकर्ताओं के पद व कार्यकर्ता से सुपरवाइजर के पद पर सौ प्रतिशत पदोन्नति दी जाए और आयुसीमा खत्म की जाए।

-आंगनबाड़ी केंद्रों में 3-6 वर्ष के बच्चों के लिए प्री प्राइमरी लागू किया जाए और हरियाणा की तर्ज पर एलकेजी व यूकेजी बंद की जाए।

-पोषण अभियान के दौरान कार्यकर्ता को पांच सौ रुपये व हेल्पर को 250 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाए।

-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को सरकारी मीङ्क्षटग व ट्रेङ्क्षनग में जाने के लिए टीए, डीए का भुगतान किया जाए।

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