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Uttarakhand News: आयुष्मान योजना में आठ लाख मरीजों का हुआ मुफ्त इलाज; सरकार ने खर्च किए 1542 करोड़

Uttarakhand News आयुष्मान योजना का आमजन को भरपूर लाभ मिल रहा है। प्रदेश में योजना शुरू होने के बाद से लेकर अब तक 51.44 लाख लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। योजना के अंतर्गत प्रदेश में योजना शुरू होने के बाद से लेकर अब तक 51.44 लाख लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। मरीजों का निशुल्क इलाज देने के लिए 120 सरकारी व 139 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं।

By Sukant mamgainEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Thu, 03 Aug 2023 04:00 AM (IST)
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Uttarakhand News: आयुष्मान योजना में आठ लाख मरीजों का हुआ मुफ्त इलाज
जागरण संवाददाता, देहरादून। आयुष्मान योजना का आमजन को भरपूर लाभ मिल रहा है। प्रदेश में योजना शुरू होने के बाद से लेकर अब तक 51.44 लाख लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। जबकि 8.28 लाख से अधिक लाभार्थी मरीजों को इस योजना के अंतर्गत निशुल्क उपचार की सुविधा मिल चुकी है। जिस पर राज्य सरकार ने 15 अरब से अधिक की राशि खर्च की है।

प्राधिकरण के नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि आयुष्मान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। योजना के अंतर्गत लाभार्थी मरीजों का निशुल्क इलाज देने के लिए 120 सरकारी व 139 निजी अस्पताल सूचीबद्ध हैं।

51 लाख 44 हजार लोगों के बने आयुष्मान कार्ड

राज्य के आखिरी छोर के व्यक्ति तक इस योजना का लाभ पहुंचे इसके लिए राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए हर अंतराल बाद अभियान व जागरुकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप अभी तक 51 लाख 44 हजार लोग के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। बताया कि योजना की बेहतरी के लिए सरकार की ओर से भी निर्देश प्राप्त हो रहे हैं।

हुई 1554 करोड़ की राशि खर्च

आयुष्मान के तहत मुफ्त उपचार सेवा में अभी तक 1554 करोड़ की राशि व्यय की जा चुकी है। योजना को लेकर कहा गया कि इस योजना के अंतर्गत मरीजों को निशुल्क उपचार की सुविधा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सुविधा को और अधिक सुगम बनाया जा रहा है।

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योजना के क्रियान्वयन में आने वाली समस्याओं की त्वरित समीक्षा उनका समाधान किया जा रहा है। ताकि कोई भी लाभार्थी मरीज योजना के अंतर्गत निशुल्क इलाज की सुविधा से वंचित न रहे। सूचीबद्ध अस्पतालों में मरीजों को दिए जा रहे इलाज की भी नियमित मानीटरिंग की जा रही है। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर संबंधित अस्पताल प्रबंधन से जवाब तलब किया जा रहा है।

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