2020 ओलंपिक में भारत को बैडमिंटन में पदक मिलने तय
ओलंपियन चेतन आंनद का कहना है बैडमिंटन में नई पीढ़ी विदेशी खिलाड़ियों पर दबाव बनाने लगी है। ओलंपियन वी दीजू ने कहा कि 2020 ओलंपिक में बैडमिंटन में भारत को पदक मिलेंगे।
देहरादून, [जेएनएन]: ओलंपियन शटलर चेतन आंनद का कहना है कि बैडमिंटन में नई पीढ़ी विदेशी खिलाड़ियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने लगी है। वो दिन अब बीत गए जब भारत के शटलर विदेशी खिलाड़ियों के सामने खेलने से डरते थे, युवा ब्रिगेड ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़े उलटफेर के साथ विदेशियों को धूल चटानी शुरू कर दी है। वहीं, ओलंपियन वी दीजू ने कहा कि 2020 ओलंपिक में बैडमिंटन में भारत को पदक मिलने तय है।
देहरादून से शुरू हुए ऑल इंडिया सीनियर नेशनल रैंकिंग टूर्नामेंट में खेलने के लिए पूर्व ओलंपियन शटलर चेतन आनंद और वी दीजू दून पहुंच गए हैं। चेतन का कहना है कि कुछ साल पहले तक हम लोग चीन, मलेशिया और अन्य विदेशी खिलाडिय़ों के सामने मनोवैज्ञानिक दबाव से ही हार जाते थे। एक कारण यह भी था कि बैडमिंटन में लोगों का रुझान भी कम था और ज्यादा टूर्नामेंट भी खेलने को नहीं मिलते थे।
उन्होंने कहा तब देश में बैडमिंटन के केवल पांच-छह नाम ही सुनाई देते थे, लेकिन अब स्थिति बिल्कुल विपरीत है। भारत के पास युवा ब्रिगेड बेहद मजबूत है और खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। विदेशी खिलाड़ी भी अब हमारे आगे घुटने टेकने को मजबूर हो जाते हैं, साथ ही सरकार और एसोसिएशन भी अब खेल पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। हर महीने दो से तीन टूर्नामेंट हो रहे हैं और खिलाड़ियों को एक्सपोजर भी बराबर मिल रहा है।
वहीं, वी दीजू का कहना है कि बैडमिंटन में अब ज्यादा फोकस जूनियर खिलाड़ियों पर किया जा रहा है। कॉरपोरेट जगत भी बैडमिंटन में आगे आ रह है और विदेशी कोच का भी फायदा मिल रहा है। तय है कि 2020 ओलंपिक में देश को बैडमिंटन में दो से तीन पदक जरूर मिलेंगे।
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