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Dehradun के युवा होशियार...खबरदार... 52 औद्योगिक घरानों ने किया 4,375.51 करोड़ का निवेश; जल्‍द खुलेंगे रोजगार के द्वार

Employment in Dehradun देहरादून में वैश्विक औद्योगिक निवेश सम्मेलन के बाद निवेशकों ने 4375.51 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे 1919 लोगों को रोजगार मिलेगा। 52 औद्योगिक इकाइयों में 35 उत्पादन इकाइयां हैं। नए उद्योगों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। देहरादून जनपद में पहले ही सात हजार से अधिक उद्योग हैं। 44 हजार करोड़ से अधिक का नया निवेश होना स्वागत योग्य है।

By Ashok Kumar Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sun, 24 Nov 2024 02:30 PM (IST)
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Employment in Dehradun: देहरादून में वैश्विक औद्योगिक निवेश के उत्साहवर्धक परिणाम आने लगे सामने
जागरण संवाददाता, देहरादून। Employment in Dehradun: राजधानी में वैश्विक औद्योगिक निवेशक सम्मेलन के उत्साहवर्धक परिणाम सामने आने लगे हैं। जनपद में जिन 71 उद्यमियों ने निवेश करने की हामी भरी थी, उसमें से 52 ने 4,375.51 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया है। इससे उद्योग, शिक्षा संस्थान, अस्पताल, होटल, होम स्टे आदि क्षेत्र में 1,919 लोगों को रोजगार मिलेगा।

वर्ष 2023 में देहरादून में धामी सरकार ने वैश्विक निवेशक सम्मेलन आयोजित किया था। जिसमें देश और दुनिया से नामी औद्योगिक घरानों ने रुचि ली और यहां आकर सरकार के साथ एमओयू किए।

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कई क्षेत्रों में बढ़ेगा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ

मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में दून विवि में आयोजित कौशल विकास एवं रोजगार कान्क्लेव में कहा था कि उत्तराखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद से अभी तक एक लाख, 54 हजार करोड़ रुपये निवेश की ग्राउंडिंग हो चुकी है। जिसमें देहरादून जनपद में 4,375.51 करोड़ का निवेश भी शामिल है।

निवेश होने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ कई क्षेत्रों में बढ़ेगा और कई ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का व्यवसाय भी बढ़ेगा। उधर, जिला उद्योग केंद्र देहरादून के प्रबंधक एके बडोनी ने बताया कि शेष बचे हुए उद्योगों की ग्राउंडिंग की प्रक्रिया चल रही है। जल्द निवेश की ग्राउंडिंग की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

उत्पादन और सेवा क्षेत्र में हुआ निवेश

वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान जिन बड़े घरानों ने अपने संस्थान और उद्योगों को स्थापित करने में रुचि दिखाई, उसमें सर्विस सेक्टर (सेवा क्षेत्र) और प्रोडक्शन सेक्टर (उत्पादन क्षेत्र) के संस्थान शामिल हैं।

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इन 52 नए स्थापित होने वाले संस्थानों में 35 फार्मास्युटिकल, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रीकल्स, कृषि उपकरण, खाद एवं बीज उद्योग, स्टील उद्योग, प्लास्टिक वस्तु निर्माता उद्योग, फर्नीचर उद्योग आदि शामिल हैं। यह सभी उत्पादन इकाई हैं। जबकि 18 सेवा क्षेत्र की इकाई हैं, जिनमें होटल, होम स्टे, उच्च शिक्षा संस्थान, अस्पताल आदि शामिल हैं।

वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद देश और प्रदेश के उद्यमियों ने उत्तराखंड और देहरादून में निवेश करने में रुचि दिखाई है, लेकिन यहां औद्योगिक जमीन की कमी बनी हुई है। यदि सरकार उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन चिह्नित करती है और उद्यमियों को आवंटित करती है तो इससे औद्योगिक निवेश और गति पकड़ेगा। इससे रोजगार के अधिक अवसर सृजित होंगे। उद्योग मित्र की बैठक में यह मामला भी उठाया जाएगा। - राकेश भाटिया, चेयरमैन, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन

देहरादून जनपद में पहले ही सात हजार से अधिक उद्योग हैं। कई पुराने उद्योग विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन जमीन की नितांत कमी है। सरकार को लैंड बैंक की व्यवस्था करनी चाहिए। 44 हजार करोड़ से अधिक का नया निवेश होना स्वागत योग्य है। इससे दो हजार नए लोगों को रोजगार भी मिलेगा, लेकिन सरकार छरबा क्षेत्र में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करे तो इससे पुराने उद्योगों को विस्तार करने और नए उद्योगों को लगाने में बड़ी मदद मिलेगी। - सुनील उनियाल, अध्यक्ष उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन

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