Dehradun के युवा होशियार...खबरदार... 52 औद्योगिक घरानों ने किया 4,375.51 करोड़ का निवेश; जल्द खुलेंगे रोजगार के द्वार
Employment in Dehradun देहरादून में वैश्विक औद्योगिक निवेश सम्मेलन के बाद निवेशकों ने 4375.51 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इससे 1919 लोगों को रोजगार मिलेगा। 52 औद्योगिक इकाइयों में 35 उत्पादन इकाइयां हैं। नए उद्योगों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। देहरादून जनपद में पहले ही सात हजार से अधिक उद्योग हैं। 44 हजार करोड़ से अधिक का नया निवेश होना स्वागत योग्य है।
कई क्षेत्रों में बढ़ेगा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ
उत्पादन और सेवा क्षेत्र में हुआ निवेश
वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान जिन बड़े घरानों ने अपने संस्थान और उद्योगों को स्थापित करने में रुचि दिखाई, उसमें सर्विस सेक्टर (सेवा क्षेत्र) और प्रोडक्शन सेक्टर (उत्पादन क्षेत्र) के संस्थान शामिल हैं।यह भी पढ़ें- 20 हजार करोड़ की महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना हुई थी लॉन्च, लेकिन आठ साल बाद भी 'राम तेरी गंगा मैली' इन 52 नए स्थापित होने वाले संस्थानों में 35 फार्मास्युटिकल, इलेक्ट्रानिक, इलेक्ट्रीकल्स, कृषि उपकरण, खाद एवं बीज उद्योग, स्टील उद्योग, प्लास्टिक वस्तु निर्माता उद्योग, फर्नीचर उद्योग आदि शामिल हैं। यह सभी उत्पादन इकाई हैं। जबकि 18 सेवा क्षेत्र की इकाई हैं, जिनमें होटल, होम स्टे, उच्च शिक्षा संस्थान, अस्पताल आदि शामिल हैं।वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद देश और प्रदेश के उद्यमियों ने उत्तराखंड और देहरादून में निवेश करने में रुचि दिखाई है, लेकिन यहां औद्योगिक जमीन की कमी बनी हुई है। यदि सरकार उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन चिह्नित करती है और उद्यमियों को आवंटित करती है तो इससे औद्योगिक निवेश और गति पकड़ेगा। इससे रोजगार के अधिक अवसर सृजित होंगे। उद्योग मित्र की बैठक में यह मामला भी उठाया जाएगा। - राकेश भाटिया, चेयरमैन, इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
देहरादून जनपद में पहले ही सात हजार से अधिक उद्योग हैं। कई पुराने उद्योग विस्तार करना चाहते हैं, लेकिन जमीन की नितांत कमी है। सरकार को लैंड बैंक की व्यवस्था करनी चाहिए। 44 हजार करोड़ से अधिक का नया निवेश होना स्वागत योग्य है। इससे दो हजार नए लोगों को रोजगार भी मिलेगा, लेकिन सरकार छरबा क्षेत्र में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करे तो इससे पुराने उद्योगों को विस्तार करने और नए उद्योगों को लगाने में बड़ी मदद मिलेगी। - सुनील उनियाल, अध्यक्ष उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन