बेटियों की खातिर प्रतिभा ने नाप डाली दिल्ली से दून तक की पैदल दूरी
बेटियों की खातिर दिल्ली से दून तक 281 की दूरी पैदल ही नाप डाली। आठ दिन बाद दून पहुंचने पर प्रतिभा का भाजपाइयों ने स्वागत और उन्हें सम्मानित किया।
By Edited By: Updated: Sun, 23 Dec 2018 09:07 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के लिए कर्नल की पत्नी प्रतिभा सेंगर ने दिल्ली से दून तक 281 किमी की पैदल यात्रा की। आठ दिन बाद दून पहुंचने पर प्रतिभा का भाजपाइयों ने स्वागत और उन्हें सम्मानित किया। साथ ही सभी ने बेटियों की सुरक्षा को लेकर चलाए गए उनके इस अभियान की तारीफ की गई
सहारनपुर के मुसैल गांव में जन्मी और पली-बढ़ीं प्रतिभा की शादी जबलपुर, मध्यप्रदेश निवासी कर्नल मनीष सेंगर से हुई। बचपन से ही प्रतिभा बेटियों के हित को लेकर ज्यादा संजीदा रहती थीं। बेटियों को उनका हक और सुरक्षा मिले, इसे लेकर प्रतिभा ने 2016 से 'नीयाणी' हर कदम बेटियों के लिए बैनर तले पद यात्रा शुरू की। पहली यात्रा अंबाला से चंडीगढ़, दूसरी अंबाला से नई दिल्ली, तीसरी अंबाला से आगरा तक की। इस बार 14 दिसंबर को इंडिया गेट दिल्ली से देहरादून की यात्रा शुरू की। इस यात्रा को केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। प्रतिभा ने पद यात्रा के दौरान गजियाबाद, मोदीनगर, मेरठ, सरदाना, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर बिहारीगढ़ होते हुए देहरादून तक करीब 281 किमी की दूरी तय की।
इस दौरान इन प्रमुख पड़ावों पर प्रतिभा ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से लेकर बेटियों के अधिकार और कानून की आम लोगों को जानकारी दी। शनिवार को दून पहुंचने पर भाजपा ने महानगर कार्यालय में प्रतिभा का स्वागत और सम्मान किया। इसके साथ ही प्रतिभा ने पैदल यात्रा का समापन किया। विधायक विनोद चमोली, भाजपा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की प्रमुख मधु जैन, महानगर अध्यक्ष विनय गोयल, अमिता सिंह, मीरा देवी, युवा मोर्चा के राजकुमार तिवारी आदि कई लोगों ने उनका स्वागत किया। प्रतिभा के पिता राजेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि बचपन से ही उनकी बेटी प्रतिभा लड़कियों के हित को लेकर गंभीर रहीं। एमए करने के साथ ही प्रतिभा ने रामपुर से टेक्सटाइल में डिप्लोमा किया। प्रतिभा ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा को कड़े कानून की जरूरत है।
वर्तमान कानून से हटकर सरकार को संशोधित कानून लाना चाहिए। इससे बेटियों पर होने वाले अत्याचार पर रोक लगेगी। बेटी और बेटे ने दिया साथ प्रतिभा की इस पैदल यात्रा में उनके 11 साल के बेटे ऐरॉन और छह साल की बेटी एवनेर ने भी पूरा साथ दिया। हालांकि, प्रतिभा के साथ-साथ कार चल रही है। जिसमें बेटा और बेटी भी सवार थे। लेकिन कई जगह तक बेटी और बेटे ने भी पैदल यात्रा की है।यह भी पढ़ें: इन बेटियों पर है नाज, एक ने पंच से तो दूसरे ने बल्ले से बढ़ाया काशीपुर का मान
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