स्वच्छ हवा के लिए एक्शन प्लान तैयार, इंफ्रारेड कैमरे पकड़ेंगे वाहनों का प्रदूषण
वायु प्रदूषण के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए केंद्र सरकार ने दून को भी नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम का हिस्सा बनाया है। इससे दून में वर्ष 2024 तक वायु प्रदूषण में 30 फीसद की कमी लानी है।
By BhanuEdited By: Updated: Sat, 14 Dec 2019 08:43 PM (IST)
देहरादून, सुमन सेमवाल। वायु प्रदूषण के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए केंद्र सरकार ने दून को भी नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम) का हिस्सा बनाया है। इस प्रोग्राम के तहत दून में वर्ष 2024 तक वायु प्रदूषण में 30 फीसद तक की कमी लानी है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया गया है। चार तरह के लक्ष्य प्लान का हिस्सा हैं, जिसके तहत वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण की रोकथाम, कूड़ा जलाने पर पूरी तरह अंकुश लगाना, विभिन्न निर्माण के दौरान वायु प्रदूषण पर नियंत्रण व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नोडल अधिकारी (वायु प्रदूषण) अंकुर कंसल ने बताया कि वाहनों से निकलने वाले धुएं पर अंकुश लगाने के लिए कई तरह की व्यवस्था अमल में लाई जाएगी। सबसे पहले पीयूएस (पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल) सिस्टम को वाहनों के रजिस्ट्रेशन के साथ ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। इससे स्पष्ट हो पाएगा कि किन वाहनों के प्रदूषण की जांच लंबित चल रही है। ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा सके। हर तीन माह में पीयूएस के डाटाबेस को अपडेट करने का काम भी किया जाएगा।
साथ ही वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिए 15 साल की अवधि पूरी कर चुके वाहनों को बाहर करने, उनकी जगह ई-वाहनों को बढ़ावा देने, ई-रिक्शा की संख्या बढ़ाने पर भी कार्रवाई की जाएगी। एक्शन प्लान को तैयार कर केंद्र को भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने पर कार्य योजना के अनुरूप बजट भी प्राप्त होने लगेगा।
सिर्फ प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र से नहीं बनेगी बातएक्शन प्लान में दून के विभिन्न हिस्सों पर इंफ्रारेड कैमरे भी लगाए जाएंगे। इन कैमरों के सेंसर यह पता लगा लेंगे कि कौन सा वाहन मानक से अधिक धुआं उगल रहा है। फिर चाहे उसके पास प्रदूषण जांच संबंधी प्रमाण पत्र ही क्यों न हो, उस वाहन का चालान काटना संभव हो पाएगा।
दून के तीन स्थानों पर रियल टाइम पर मिलेगी वायु प्रदूषण की जानकारीएक्शन प्लान के तहत ही दून में तीन स्थानों पर वायु प्रदूषण की रियल टाइम स्थिति बताने वाले स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। सहस्रधारा रोड पर बोर्ड कार्यालय व आइएसबीटी के स्थलों का चयन अब तक किया भी जा चुका है।शेष एक स्टेशन के लिए स्थल का चुनाव भी जल्द पूरा कर दिया जाएगा। इन स्टेशन में पीएम-10, पीएम-2.5, सल्फर ऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड के अलावा कार्बन मोनोऑक्साइड व ओजोन की स्थिति भी पता चल पाएगी। इन स्टेशन पर वायु प्रदूषण से संबंधित आद्रता व हवा के वेग आदि की जानकारी भी मिल पाएगी।
कूड़ा जलाने पर होगा पूरी तरह प्रतिबंधनोडल अधिकारी अंकुर कंसल के अनुसार वायु प्रदूषण की दर में 30 फीसद तक कमी लाने के लिए खुले स्थानों पर कूड़ा जलाने की प्रवृत्ति पर पूरी तरह लगाम लगाई जाएगी। स्थानीय निकायों व अन्य एजेंसी का भी इसमें सहयोग लिया जाएगा।निर्माण कार्यों के नियम होंगे कड़ेवायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए किसी तरह की निर्माण साइट को ढके बिना नहीं कराया जा सकेगा। वहीं, किसी भवन को तोड़कर उसका मलवा डंप करने के लिए अलग से स्थान चिह्नित किए जाएंगे। किसी को भी सड़क पर निर्माण सामग्री रखने की इजाजत नहीं मिलेगी।
पाठ्यक्रम में शामिल होगा वायु प्रदूषणजन जागरूकता पढ़ाने के लिए वायु प्रदूषण को विषय के रूप में स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी शामिल कराया जाएगा। इसके अलावा कॉमिक्स के रूप में भी बच्चों को वायु प्रदूषण की जानकारी दी जाएगी। शिकायत के लिए बनेगी व्यवस्था
कोई भी व्यक्ति वायु प्रदूषण फैलाने संबंधी मामलों की शिकायत कर सके, इसके लिए अलग से शिकायत दर्ज करने की व्यवस्था की जाएगी। इससे लोगों में वायु प्रदूषण के प्रति गंभीरता देखने को मिलेगी। रेड लाइट पर इंजन ऑफ रख वायु प्रदूषण रोकने में बनें भागीदारदैनिक जागरण के हवा की धुन सावधान दून अभियान के तहत राजपुर रोड स्थित मयूर बजाज ऑटो सर्विस सेंटर पर उपस्थित उपभोक्ताओं को वायु प्रदूषण नियंत्रण के तौर तरीके समझाए गए। इसके अलावा वाहन को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए सुझाव दिए गए।
दैनिक जागरण की ओर से मयूर बजाज ऑटो सर्विस सेंटर पर उपभोक्ताओं को वायु प्रदूषण नियंत्रण के तौर तरीके समझाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। बजाज सर्विस स्टेशन के महाप्रबंधक अजय गर्ग ने कहा कि शहर में सफर करते वक्त अकसर हमें रेड लाइट पर इंतजार करना पड़ता है। जिसमें लगभग एक मिनट से अधिक का समय लगता है।
यह भी पढ़ें: वाहनों का धुआं और पेड़ों का कटान, कैसे कम होगा दून का प्रदूषण; पढ़िए खबरइस दौरान कई उपभोक्ता गाड़ी का इंजन ऑन रखते हैं। जिससे वायु प्रदूषण होता है। जबकि इस एक मिनट के समय में हम इंजन को ऑफ कर वायु प्रदूषण पर काफी हद तक नियंत्रण ला सकते हैं। इसके अलावा उपभोक्ताओं को नियमित रूप से निर्धारित समय पर वाहन की सर्विस के साथ प्रदूषण चैक कराते रहना चाहिए। इस दौरान मयूर बजाज ऑटो के मैनेजर मयंक शर्मा, सुपरवाइजर प्रवीन असवाल समेत अन्य मौजूद रहे।
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