उत्तराखंड के हर जिले में 'सौभाग्य' कनेक्शनों की जांच शुरू, जानिए वजह
उत्तराखंड में दो लाख परिवारों को बिजली कनेक्शन देने के उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के दावों पर उठ रहे सवालों की जांच शुरू हो गई है।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 07 Dec 2018 04:02 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। प्रदेशभर में दो लाख परिवारों को बिजली कनेक्शन देने के उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लि. (यूपीसीएल) के दावों पर उठ रहे सवालों की जांच शुरू हो गई है। सचिव ऊर्जा राधिका झा ने घर-घर जाकर बिजली कनेक्शनों के भौतिक सत्यापन के निर्देश दिए हैं। साथ ही अनियमितताएं पाए जाने पर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। यह जांच प्रदेश के सभी जिलों में हो रही है। नौ मुख्य अभियंताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
केंद्र की महत्वाकांक्षी सौभाग्य योजना को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है। सरकार साफ कर चुकी है कि योजना में एक भी परिवार छूटने न पाए। वहीं, यूपीसीएल ने सरकार की ओर से तय लक्ष्य तो समय पर प्राप्त कर लिया, मगर निगम के इस दावे पर सवाल उठ रहे हैं। इसलिए सचिव ऊर्जा वास्तविकता जानने के लिए स्वयं डोईवाला व हरिद्वार में कई स्थानों पर कनेक्शनों की जांच कर चुकी हैं। अब उन्होंने सौभाग्य योजना के कनेक्शनों की जांच पूरे प्रदेश में कराने के निर्देश दिए हैं। निदेशक परिचालन अतुल अग्रवाल की ओर से इसके आदेश जारी हो गए हैं। जिसमें तीन दिन के भीतर रिपोर्ट तलब की गई है।
जिला अधिकारी के नाम
- मुख्य अभियंता एसके टम्टा(वाणिज्य), बागेश्वर।
- मुख्य अभियंता एके सिंह (क्रय-अनु.), टिहरी।
- मुख्य अभियंता एमएल प्रसाद (वितरण गढ़वाल), रुद्रप्रयाग, चमोली।
- मुख्य अभियंता आरएस बुर्फाल (नियोजन), पौड़ी। - मुख्य अभियंता एचके गुरुरानी (वितरण कुमाऊं), चंपावत।
- मुख्य अभियंता जेएमएस रौथाण (वितरण रुद्रपुर), अल्मोड़ा। - मुख्य अभियंता रजनीश अग्र्रवाल (वितरण हरिद्वार), उत्तरकाशी।
- मुख्य अभियंता एमसी गुप्ता (आइपीडीएस), नैनीताल। - मुख्य अभियंता एसके गब्र्याल (हल्द्वानी), पिथौरागढ़।
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