उत्तराखंड: सीएम रावत ने आम जनता को समर्पित किया जानकी सेतु, कीं ये घोषणाएं भी
टिहरी और पौड़ी जनपद के मुनिकीरेती और स्वर्गाश्रम को जोड़ने वाला बहुप्रतिक्षित जानकी सेतु आज से आम जनता के लिए खुल गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने जानकी सेतु का लोकर्पण किया। इसके बाद उन्होंने पुल का निरीक्षण भी किया।
By Raksha PanthariEdited By: Updated: Fri, 20 Nov 2020 11:14 PM (IST)
ऋषिकेश, जेएनएन। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीर्थनगरी में मुनी की रेती और स्वर्गाश्रम क्षेत्र को जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित जानकी सेतु जनता को समर्पित किया। इसके साथ ही उन्होंने लक्ष्मण झूला के विकल्प के रूप में बजरंग सेतु के निर्माण की घोषणा भी की। वर्ष 2006 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने मुनी की रेती और स्वर्गाश्रम के बीच जानकी सेतु के निर्माण की घोषणा की थी वर्ष 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने इस ब्रिज का उद्घाटन किया था, लेकिन तमाम अड़चनों के चलते इस पुल का समय पर निर्माण नहीं हो पाया।
करीब 49 करोड़ रुपए की लागत से बने 346 मीटर लम्बे इस थ्री-लेन (जानकी पुल) का शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, कबीना मंत्री सुबोध उनियाल, यमकेश्वर विधायक रितु खंडूरी नगर पालिका मुनिकीरेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने संयुक्त रूप से लोकार्पण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार ने इन तीन वर्षों के कार्यकाल में प्रदेश भर में ढाई सौ से अधिक पुलों का निर्माण किया है। इनमें बहुप्रतीक्षित डोबरा चांठी पुल और जानकी सेतु भी शामिल है। लक्ष्मण झूला पुल के विकल्प के रूप में जल्द ही बजरंग सेतु का निर्माण किया जाएगा। यह सेतु अपने आप में स्टेट ऑफ द आर्ट होगा, जो पर्यटक हुआ तीर्थ यात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा कि बजरंग सेतु के दोनों ओर की लेन कांच की बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसके अलावा ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर सिंगठाली के पास गंगा नदी पर और बैराज-चीला मार्ग पर बीन नदी पर पुल बनाने की भी घोषणा की।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगी मुहिम
सीएम रावत ने कहा, हमने प्रदेश को पूरी तरह भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का काम किया है। भ्रष्टाचार के मामले में हमने कई आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए है। जब तक हमारी सरकार रहेगी, भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में 37 लाख महिलाओं की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए सरकार तमाम योजनाएं संचालित कर रही हैं। जल्द ही हम महिलाओं को पति की संपत्ति में अधिकार देने जा रहे हैं। इससे महिलाएं आत्मनिर्भरता के साथ प्रदेश के विकास में सहभागी बनेंगी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के युवाओं से स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश में लौटे तीन लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं युवाओं को इसका लाभ लेना चाहिए। सीएम ने कहा, उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं, जिसे देखते हुए सरकार ने अलग विभाग का गठन किया है। एडवेंचर टूरिज्म के लिए टिहरी व बिलखेत में प्रशिक्षण केंद्र खोले जा रहे हैं।
कई परिवारों को रोजगार मिलेगा
नरेन्द्र नगर के विधायक और कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जानकी सेतु सिर्फ आवागमन के लिए ही महत्व नहीं रखेगा, बल्कि इससे भविष्य में कई परिवारों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में इको टूरिज्म को भी लाभ मिलेगा। केंद्र सरकार के जरिए उत्तराखंड में बनाई जा रही ऑल वेदर रोड विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगी।
वहीं, यमकेश्वर विधानसभा की विधायक रितू खंडूड़ी ने कहा कि यह लोहे और लोहे की रस्सियों से बना पुल नहीं, बल्कि विश्वास आशा और स्वप्न को यथार्थ में बदलने का प्रतीक है। यह निर्माण प्रदेश में सुशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। नगर पालिका मुनिकीरेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने जानकी सेतु के लोकार्पण को ऐतिहासिक क्षण बताते हुए मुख्यमंत्री से पूर्णानंद मैदान में बहुमंजिला पार्किंग निर्माण की मांग की।
इस मौके पर समाजसेवी बचन पोखरियाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष शिवमूर्ति कंडवाल, ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं, दायित्वधारी कृष्ण कुमार सिंघल, मंडी समिति के अध्यक्ष विनोद कुकरेती, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल, जिला अध्यक्ष विनोद रतूड़ी, मंडल अध्यक्ष राकेश भट्ट, संदीप गुप्ता, राकेश संगर, धूमन थलवाल, ब्लॉक प्रमुख राजेंद्र भंडारी आदि मौजूद थे।
रामझूला पुल का भार होगा कममुनिकीरेती-स्वर्गाश्रम के बीच वर्तमान में आवाजाही के लिए रामझूला पुल पर ही पूरा दारोमदार है, लेकिन जानकी सेतु के खुलने के बाद रामझूला पुल का भार कम हो जाएगा। रामझूला पुल पर आम दिनों में तो भीड़ रहती ही है, कुंभ और कांवड़ मेले जैसे आयोजनों के दौरान इस पुल पर भारी दबाव बढ़ जाता है। कुंभ मेले के दौरान तो यहां पांटून ब्रिज का निर्माण करना पड़ता था। बीते वर्ष लक्ष्मणझूला पुल के बंद होने के बाद रामझूला पुल का दबाव और भी अधिक बढ़ गया था, जिससे जानकी सेतु के निर्माण को लेकर और भी दबाव बढ़ने लगा था।
दो घंटे ऋषिकेश-मुनिकीरेती के बीच बंद रहेगा यातायातजानकी सेतु के लोकार्पण के लिए यहां पहुंच रहे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कार्यक्रम को देखते हुए दोपहर 12 बजे से दो बजे तक ऋषिकेश-मुनिकीरेती के बीच यातायात बंद रहेगा। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि मुनिकीरेती में लोनिवि तिराहे से ट्रैफिक को डायवर्ट किया जाएगा। जबकि ऋषिकेश से मुनिकीरेती की ओर आने वाला ट्रैफिक भी इस बीच चंद्रभागा पुल से डायवर्ट रहेगा। उन्होंने बताया कि पूर्णानंद घाट पर अंत्योष्ठी के चलते शव वाहनों को यहां आने की अनुमति होगी। ऐसे वाहन मधुवन आश्रम तिराहे से नहीं, बल्कि क्रांति चौक से जीएमवीएन अतिथि गृह होते हुए घाट पर जाएंगे।
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