Move to Jagran APP

जोगीवाला चौक में भारी विरोध के बाद खोलना पड़ा कट Dehradun News

जोगीवाला चौक के पास विवेकानंद ग्राम के सामने के एकमात्र खुले कट को भी बंद कर देने पर लोगों का जमकर गुस्सा फूटा। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया और कट को खोला दिया।

By Edited By: Updated: Sun, 17 Nov 2019 12:29 PM (IST)
Hero Image
जोगीवाला चौक में भारी विरोध के बाद खोलना पड़ा कट Dehradun News
देहरादून, जेएनएन। यातायात सुरक्षा के नाम पर जहां-तहां जनता की राह थामकर सड़कों के कट बंद कर देना इस दफा लोगों को खासा नागवार गुजरा। जोगीवाला चौक के पास विवेकानंद ग्राम के सामने के एकमात्र खुले कट को भी बंद कर देने पर शनिवार को लोगों का जमकर गुस्सा फूटा। बड़ी संख्या में एकजुट लोगों ने खुद ही बंद कट को खोलने का प्रयास किया तो उनका सामना कट बंद करने के हिमायती कुछ लोगों से हो गया। इस दौरान दोनों पक्ष में विवाद की नौबत आ खड़ी हुई। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया और बंद किए गए कट से कुछ मीटर आगे दूसरे कट को खोला दिया।

जोगीवाला चौक के पास विवेकानंद ग्राम के सामने के कट को मंगलवार दोपहर को बंद कर दिया गया था। इससे पहले पुलिस जोगीवाला चौक से मोहकमपुर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के बीच के दो कट पहले ही बंद करा चुकी थी। इस एकमात्र कट के बंद हो जाने के बाद राजमार्ग के दोनों तरफ से जुड़े क्षेत्रों के लोगों के लिए कैलाश अस्पताल से लेकर आरओबी के बीच यू-टर्न के सभी विकल्प बंद हो चुके थे। एकमात्र कट को भी बंद कर दिए जाने से लोगों को आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही थी।

पुलिस व राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला की इस कार्रवाई के विरोध में शनिवार दोपहर में बड़ी संख्या में लोग बंद किए गए कट वाले स्थान पर एकजुट हुए और खुद ही वहां रखे डिवाइडर के ब्लॉक को हटाने लगे। उसी दौरान कट बंद करने के पक्ष में कुछ लोग पहुंच गए और कट खोलने वाले लोगों का विरोध करने लगे। ऐसे में दोनों पक्ष के बीच टकराव की नौबत आ गई। सूचना पर सीओ ट्रैफिक प्रकाश देवली व राजमार्ग खंड के सहायक अभियंता सुरेंद्र सिंह भी पहुंच गए। कट खोलने पर अड़े कुछ लोगों ने पैर से धक्का देकर एक-आध ब्लॉक को गिरा भी दिया। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत कराया और जेसीबी मंगाकर इस कट से कुछ मीटर आगे गोविंद अस्पताल के सामने वाले कट को खुलवा दिया।

जागरण ने उठाई थी लोगों की समस्या

जागरण ने गुरुवार के अंक में विवेकानंद ग्राम के सामने वाले एकमात्र कट के बंद करने के बाद लोगों को हो रही परेशानी पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर में बताया गया था कि यातायात सुरक्षा के नाम पर रिस्पना पुल से लेकर मोहकमपुर रेलवे ओवर ब्रिज के बीच के करीब चार किमी भाग पर पुलिस व राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अलग-अलग मानक तय किए गए हैं। क्योंकि पहले दो किमी के हिस्से में तीन कट खुले हैं, जबकि इसके बाद के एकमात्र कट को भी बंद कर दिया। पुलिस व राजमार्ग अधिकारियों ने यह जानते हुए भी इस कट को बंद कर दिया जोगीवाला चौक को पहले ही बीच में डिवाइडर लगाकर दो हिस्सों में बांट दिया गया है।

कट बंद करने के पक्षधर दे रहे सुरक्षा का हवाला

जो लोग कट बंद करने के पक्ष में खड़े हैं, उनका तर्क है कि असमाजिक तत्व जोगीवाला पुलिस चौकी से बचने के लिए इस मार्ग का प्रयोग करते हैं। हालांकि, जोगीवाला चौकी से बचने के लिए जो भी इस मार्ग का प्रयोग करेगा, उसके लिए राह अभी भी खुली है। क्योंकि रिस्पना पुल की तरफ से आने पर कोई भी ङ्क्षरग रोड की तरफ मुड़ सकता है और विवेकानंद ग्राम या उससे भी आगे कई रास्तों से हरिद्वार की तरफ बढ़ सकता है। यदि किसी को इन रास्तों से होकर देहरादून की तरफ बढऩा है तो उसे आरओबी के बाद से भी चौकी को ही दूसरे छोर से पार कर जाना पड़ेगा।

अपर सचिव पर कट बंद कराने का आरोप

कट बंद किए जाने का विरोध कर रहे लोगों ने विवेकानंद ग्राम क्षेत्र के निवासी एक अपर सचिव पर लोगों की राह रोकने का आरोप लगाया है। स्थानीय निवासी राजेश वालिया ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग खंड व पुलिस ने इस बात से इन्कार किया है कि उनके माध्यम से कट बंद किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय निवासी अपर सचिव के निर्देश पर कुछ लोगों ने ही यहां पर डिवाइडर के ब्लॉक रखवाए हैं। राजेश वालिया ने इसको लेकर जिलाधिकारी सी रविशंकर से भी शिकायत की है और मांग उठाई कि सुगम आवागमन के लिए पुलिस को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।

यह भी पढ़ें: खस्ताहाल सड़क की सुध नहीं ले रहा विभाग, एक साल से नहीं हुआ डामरीकरण

अब रॉन्ग साइड चलने का खतरा बढ़ा

प लिस ने विवेकानंद ग्राम के सामने खुलने वाले कट को खोलने की जगह कुछ मीटर आगे स्थित एक अन्य कट को खोला है। यह कट विवेकानंद ग्राम व राजेश्वरीपुरम के गेट के बीच में है। ऐसे में दोनों ही स्थानों से आने वाले लोग यदि कट का प्रयोग करना चाहेंगे, तो उनके रॉन्ग साइड चलने की आशंका बढ़ गई है। इससे दुर्घटना का खतरा और बढ़ गया है।

यह भी पढ़ें: तीसरी आंख की निगरानी में होंगे जिले से बाहर जाने के रास्ते

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।