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Kanwar 2022 : एक दिन में 15 लाख यात्री पहुंचे हरिद्वार, 20 से 26 जुलाई तक बंद रहेंगे शिक्षण संस्थान

Kanwar Yatra 2022 श्रद्धालुओं की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। पुलिस-प्रशासन के अनुसार मेले के पहले तीन दिनों में अब तक 12 लाख 85 हजार यात्री गंगाजल लेकर वापस प्रस्थान कर चुके हैं जबकि शनिवार को हरिद्वार पहुंचने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या करीब 15 लाख रही।

By Nirmala BohraEdited By: Updated: Sun, 17 Jul 2022 08:09 AM (IST)
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Kanwar Yatra 2022 : शनिवार को 15 लाख कांवड़ यात्री पहुंचे हरिद्वार
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : Kanwar Yatra 2022 : कोरोना संक्रमण कम होने के दो साल बाद इस बार कांवड़ यात्रियों में गजब का उत्‍साह देखने को मिल रहा है। श्रद्धालुओं की संख्‍या लगातार बढ़ रही है। इसी को देखते हुए अब हरिद्वार जिले में 20 से 26 जुलाई तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं।

शनिवार को करीब 15 लाख कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे

अकेले शनिवार को करीब 15 लाख कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे। वहीं पुलिस-प्रशासन के अनुसार मेले के पहले तीन दिनों में अब तक 12 लाख 85 हजार यात्री गंगाजल लेकर वापस प्रस्थान कर चुके हैं, जबकि शनिवार को हरिद्वार पहुंचने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या करीब 15 लाख रही।

सरकारी, गैर सरकारी, अर्द्ध सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं शामिल

जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने शनिवार रात कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं की बढ़ती तादाद को देखते हुए हरिद्वार जिले की सभी शिक्षण संस्थानों को 20 जुलाई से 26 जुलाई तक बंद रखने के आदेश दिए हैं। इसमें सरकारी, गैर सरकारी, अर्द्ध सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं शामिल हैं।

आदेश आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी लागू होगा। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय भी इस आदेश की परिधि में आएंगे। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने बताया कि आदेश का पालन अनिवार्य है और पालन ना करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शनिवार को 15 लाख के करीब कांवड़ यात्री पहुंचे

धर्मनगरी हरिद्वार बम-बम भोले से जयकारों से गूंज रही है। कांवड़ यात्रियों के गंगाजल लेने के लिए पहुंचने और वापसी का क्रम जारी है। शनिवार को करीब 15 लाख कांवड़ यात्री हरिद्वार पहुंचे। हरकी पैड़ी और उससे लगे क्षेत्रों और पूरा कांवड़ पटरी मार्ग भोले के जयकारों और कांवड़ यात्रियों के पैरों में बंधी घुंघरू की रुनझुन से गुंजायमान रहा।

शनिवार शाम सात बजे तक 4.75 लाख के करीब कांवड़ यात्री हरिद्वार की हरकी पैड़ी से गंगाजल लेकर अपने-अपने गंतव्यों को प्रस्थान कर गए थे। पुलिस-प्रशासन के अनुसार मेले के पहले तीन दिनों में अब तक 12 लाख 85 हजार कांवड़ यात्री गंगाजल लेकर वापस अपने गंतव्य को प्रस्थान कर चुके हैं, जबकि शनिवार को हरिद्वार पहुंचने वाले कांवड़ यात्रियों की संख्या करीब 15 लाख रही।

हाकी, लाठी-डंडे, बड़ा त्रिशूल रखने पर प्रतिबंध

सुरक्षा के लिए हरिद्वार सहित पूरे कांवड़ मेला क्षेत्र और कांवड़ पटरी मार्ग पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। कांवड़ यात्रियों के लिए हाकी, लाठी-डंडे, बड़ा त्रिशूल आदि रखने पर पूर्णत: प्रतिबंध रखा गया है।

कांवड़ यात्री लगवा सकेंगे बूस्टर डोज, दो वैक्सीनेशन सेंटर बनाए

वहीं कोरोना से बचाव के लिए अब एक बार फिर वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत रुड़की में 10 केंद्रों पर वैक्सीनेशन हो रहा है। इसके अलावा कांवड़ यात्रा के मद्देनजर यात्रियों के लिए भी वैक्सीनेशन सुविधा शुरू की जा रही है। सोमवार से कांवड़ पटरी पर दो स्थानों पर कांवड़ यात्रियों को भी कोरोना की पहली, दूसरी और बूस्टर डोज लग सकेगी।

स्वास्थ्य विभाग 12 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी बच्चों और बड़ों को वैक्सीन लगा रहा है। 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को बूस्टर डोज भी लगनी शुरू हो गई है। इसके तहत शहर में 10 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें सिविल अस्पताल रुड़की, हेल्पिंग हैंड, चंद्रपुरी, गणेशपुर, पुरानी तहसील, सलेमपुर रामनगर ब्लाक, आदर्श नगर, डी कालोनी शामिल हैं।

सेशन साइट इंचार्ज रामकेश गुप्ता ने बताया कि शनिवार को 800 व्यक्तियों को पहली और दूसरी डोज लगी है। जबकि, 18 वर्ष से अधिक आयु वाले 550 व्यक्तियों को बूस्टर डोज लगाई गई है। उन्होंने बताया कि पहले बूस्टर डोज वैक्सीन की दूसरी डोज के नौ माह बाद लग रही थी। लेकिन, अब यह अंतराल घटा दिया गया है, जिससे छह माह के अंदर ही बूस्टर डोज लगवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रियों के लिए नगर निगम पुल के समीप और पंचशील मंदिर में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है। सोमवार से कोई भी कांवड़ यात्री इन दोनों सेंटर पर कोरोना की पहली, दूसरी डोज के अलावा बूस्टर डोल भी लगवा सकता है। इसके लिए कांवड़ यात्री को अपना आधार कार्ड दिखाना होगा।

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